अखिल भारतीय समानता मंच ने ऑनलाइन हुई प्रांतीय बैठक में सर्वसम्मति से चुनाव में नोटा दबाने का लिया गया निर्णय।
अखिल भारतीय समानता मंच ने विभिन्न मुद्दों को उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने मांगों पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताते हुए आगामी आम चुनाव में नोटा का विकल्प चुनने का निर्णय लिया। रविवार को मंच की ऑनलाइन बैठक में संगठन को मजबूत बनाने, एससी- एसटी एक्ट के दुरुपयोग को रोकने, संवैधानिक अधिकार प्राप्त शक्ति संपन्न सवर्ण आयोग बनाए जाने, आरक्षण को केवल आर्थिक आधार पर तय करने आदि मुददों पर चर्चा हुई। इसके अलावा बैठक में गोल्डन कार्ड योजना के तहत निःशुल्क रोगी पंजीकरण, ओपीडी चिकित्सा, दवा, उपकरणों समेत पंजीकृत अस्पतालों में संचालित हर तरह की चिकित्सा विशिष्ट सुविधा का लाभ सेवारत व्यक्तियों उत्तरकाशी व पेंशनरों को दिए जाने की भी मांग तिवारी नें की।
प्रांतीय अध्यक्ष श्याम लाल शर्मा पाठक व प्रांतीय महासचिव जेपी कुकरेती ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट में बिना दोषसिद्धि के, गिरफ्तारी पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके अलावा केवल आर्थिक आधार, पर ही जनरल – ओबीसी, एससी, व एसटी वर्गों के असल जरूरतमंदों गरीबों के लिए आरक्षण का प्रविधान गोल्डन किया जाए।
बैठक में मीडिया प्रभारी वीके दवा , धस्माना , पौड़ी गढ़वाल से विक्रम सिंह राणा, चमोली से ललित मोहन, रुद्रप्रयाग से मगनानंद भट्ट, उत्तरकाशी से एनएस राणा, पीसी तिवारी, अल्मोड़ा से धीरेंद्र कुमार पाठक आदि शामिल हुए।
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