उत्तम स्वास्थ्य के लिए बच्चों की पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है : मोनिका शर्मा

बच्चे के विकास के लिए उसका सोना बहुत जरूरी है. जब कोई बच्चा सोता है तो उसके शरीर में विकास के लिए आवश्यक हॉर्मोन्स का स्त्राव होता है. ये हॉर्मोन बच्चे शारारिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है।
हाल ही में अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ ने दैनिक जागरण के तत्वावधान में 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 लाख बच्चों को योग गुरु मंगेश त्रिवेदी के निर्देशन में टूवे क्मयूनिकेशन के माध्यम से योग की लगातार ऑनलाइन कक्षाएं प्रदान की। मोनिका शर्मा इस कार्यक्रम की राष्ट्रीय प्रभारी रही। जिन्होंने देश के चपे चपे से जूम के माध्यम से सभी वर्ग के बच्चों को इस कार्यक्रम से जोडा।
यह उनका जूझारू पन ही था कि कार्यक्रम अपनी सफलता पर तो रहा साथ ही निधारित लक्ष्य से ऊपर भी गया।
मोनिका बताती हैं कि बच्चे के मानसिक व शारारिक विकास के लिए उनका सोना बहुत जरूरी है। अगर आपका बच्चा एक दिन में दो बार पर्याप्त नींद लेता है तो उसका मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है।
महामारी के भीषण काल में बच्चे अपने घरों में लगभग डेढ साल से लगता र बंद है। उनके मनोरंजन का साधन सिर्फ और सिर्फ डिजिटल मीडिया ही रह गया है जिसका दुष्प्रभाव उनके मन मस्तिष्क पर तो पडा ही है साथ ही शारारिक क्रियाओं में शिथिलता आ गई हैं।
बच्चे रात को सोते समय भी डिजीटल डिवाइसेस में लगे रहते हैं और पेरेंट्स को लगता है कि उनके बच्चे सो रहे हैं। इस आदत का बुरा असर बच्चों की सेहत पर पड़ता है। मोनिका शर्मा ने सभी पेरेंट्स को इस बात पर ध्यान देने के लिए कहा है कि अगर आप पेरेंट हैं तो आपको पता होना चाहिए बच्चों के लिए कितने घंटे की नींद लेना जरूरी होता है।

मेडिकल रिसर्च में खुलासा हुआ है कि गहरी नींद में शरीर में ग्रोथ हार्मोन बहुत एक्टिव होता है।
बच्चे जितनी अच्छी नींद लेंगे, उनका इम्यून सिस्टम उतना ही ज्यादा मजबूत होगा। इससे बच्चे की बीमारियों, इंफेक्शन, खांसी और जुकाम से लड़ने में मदद मिलेगी।
गहरी और बेहतर नींद लेने से दिनभर थकान कम महसूस होती है और बच्चे अच्छा काम कर पाते हैं।
नींद की कमी के कारण ड्रिपेशन, बाइपोलर डिस्ऑर्डर, एडीएचडी, एंग्जायटी जैसे मानसिक विकार हो सकते हैं। बच्चों में ये मानसिक बीमारियों होना बहुत बड़ी बात है।

बच्चों के लिए कितने घंटों की नींद है जरूरी?
मोनिका शर्मा ने बताया कि हर उम्र में बच्चों की नींद की जरूरत अलग होती है। 4 से 12 महीने के शिशु को 12 से 16 घंटे की नींद लेनी होती है जबकि एक से दो साल के बच्चे को 11 से 14 घंटे की नींद की जरूरत होती है।
3 से 5 साल की उम्र में 10 से 13 घंटे की नींद, 6 से 12 साल के बच्चे को 9 से 12 घंटे और 13 से 18 साल के बच्चों को 8 से 10 घंटे की नींद की जरूरत होती है।
नींद का पूरा असर बच्चे की पर्सनैलिटी पर पड़ता है।
अच्छी नींद लेने से क्या होता है।
मोनिका ने बताया कि अगर बच्चा रात को अच्छी नींद लेता है तो इससे सुबह उठकर वो चिड़चिड़ा नहीं रहता और पूरे दिन खुश रहता है। शरीर को एनर्जी देने का सबसे आसान तरीका है रिलैक्स करना और नींद में ही कम सबसे ज्यादा रिलैक्स महसूस करते हैं।
गहरी नींद में शरीर ग्लाइकोजन बनाता है जिससे एनर्जी मिलती है और अगले दिन आप स्वंय एक्टिव और खुश महसूस करते हैं। नींद की कमी से मोटापा भी बढ़ता है। नींद कम लेने पर दिनभर थकान महसूस हो सकती है ।
बच्चे को कैसे दिलाएं अच्छी नींद
मोनिका के अनुसार पेरेंट्स को बच्चों को नाक मे देसी घी डालने की आदत पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है।
साथ ही बच्चे के कमरे का वातावरण शांत होना चाहिए। कमरे में हल्की या मद्धम रोशनी होनी चाहिए। इससे बच्चे को आसानी से नींद आ जाती है।
रात में बच्चों को हल्दी वाला दूध सोने से एक घंटा पहले जरूर देना चाहिए।
शाम को बच्चे को ज्यादा खेलकूद या एक्टिविटी ना करवाएं। इस समय थोड़ा शांति में रहने दें।
मोनिका ने बताया कि अगर बच्चा आधी रात को नींद से जागता है, खर्राटे लेता है या भारी सांस आती है तो इसे नोट करके डॉक्टर को जरूर बताएं।

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