GA4

दलित महिला से बलात्कार में न्याय दिलाने के लिये कोतवाली सादाबाद की पंकज धवरैय्या को जेल भेजनें की साजिश लड़ाई का ऐलान

Spread the love

मामला है एक राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित सनातन धर्म के लिए अपना आन बान व शान तक दाँव पर लगाकर भारत की भारतीयता को अच्क्षुण बनाने के लिये अपना सर्वस्व न्यौक्षावर करने वाले शेर पंकज धवरैय्या को एक दलित जाति की महिला जिसका एक स्थानीय मुस्लिम युवक द्वारा जबरन बलात्कार किया गया व उसकी गलत फोटो व वीडियो बनाकर उसे उन्हें वायरल करने की धमकी देकर लागातार शारीरिक मांसिक व आर्थिक शोषण किया गया

फर्जी शिकायती पत्र

जब बात ज्यादा अवैध वसूली की आन पडी़ तो उक्त पीडि़ता ने उक्त बातें परिजनों को बताई जिसकी प्राथमिकी के लिये पीडि़ता ने 10 जून को शिकायत दी लेकिन स्थानीय साहबानों ने प्राथमिकी 1 सप्ताह के उपरांत सादाबा़द कोतवाली अन्तर्गत पंकज धवरैय्या के हस्ताक्षेप के बाद मुकदमा संख्या 241 दर्ज की गयी। व पीडि़ता पर विपक्ष से सुलहनामें के लिये लगातार दबाव बनाया नाम न छापने की शर्त पर सादाबाद पुलिस के एक सनातन प्रेमी स्टाप से पता चला कि कोतवाल व एक एससी चौकी इंचार्ज व सीओ के मध्य बलात्कारी परिवार द्वारा 4 लाख रूपया घूस दिया गया था।

वहीं आज की तारीख में दोनों शिकायत पुलिस विभाग की वेबसाइट पर क्रमशः 241 पीडि़ता बनाम मुस्लिम युवक बलात्कार व 255 धवरैय्या पर फर्जी मुकदमा।

जिसके क्रम में हाथरस सादाबाद कोतवाल व दरोगा द्वारा अपने बयान दर्ज करवाने के नाम पर बलात्कार पीड़ित दलित महिला को थाने में बुलवाकर घंटों बैठाते है और अपराधी मुस्लिम युवक की से ओर सुलहनामा का दबाव बनाते है। यहाँ तक उसकी पहुंच व रुतबे का डर दिखाया जाता है।

Ravi-hatharash-2021-07-19-18-32

peedita ka bayan

उस सुलहनामें में दबाव का विरोध व महिला की मदद जब राष्ट्रीय सवर्ण परिषद अध्यक्ष पंकज धवरैय्या द्वारा की जाती है। तो पीडि़ता व उसके पति से सादे पन्नों पर हस्ताक्षर करवाकर उक्त एससी चौकी इन्चार्ज द्वारा रख लिया जाता है व एक मन गढ़ंत आरोप पीडि़ता की ओर से मुकदमा संख्या 255 के अन्तर्गत दर्ज करके उल्टा पंकज धवरैय्या को फर्जी मुकद्दमे में फँसाया जाता है। जबकि उक्त मुकदमा जो की पीडि़ता के द्वारा लिखवाया जाना दिखाया जा रहा है वह मुकदमा उक्त पीडि़ता ने लिखवाया ही नही है।

आखिरी सच समाचार टीम उक्त समस्त घटना क्रम पर लगातार 15 जून को घटना संज्ञान में आने के बाद से लगातार नजर बनाये है, सादाबाद कोतवाल, क्षेत्राधिकारी व घटना को विकृत स्थिति तक पहुंचाने वाली टीम के उक्त दरोगा व उपरोक्त साहबों से बात जब भी किया कोई सार्थक जवाब नही दिया गया, पर जब आखिरी सच टीम ने और पड़ताल की तो इस खुन्नस के तार चंदपा थानान्तर्गत विगत वर्ष 14 सितम्बर को बूलगढी़ केस से धवरैय्या को फंसाने का नियोजन लगातार चल रहा था। जिसकी परिणिति है ये।

उत्तरप्रदेश पुलिस का कारनामा दलाली चाहिऐ, दलाली से रोकोगे तो मुकद्दमा देंगे क्योंकि कानून इनके हाथ में है, यही भारत भाग्य विधाता बने घूम रहें हैं – अखिलेश

सवर्ण व सनातनी संगठनों नें विरोध किया।

हाथरस पुलिस मुकद्दमा खारिज करके कोतवाल दरोगा को बर्खास्त नही करती तो हाथरस में भीषण आंदोलन होगा- आखिर बिना वादी के अनुमति के फर्जी हस्ताक्षर कर मुकद्दमा कैसे लिखा गया। ये बात सवर्ण विकास परिषद के प्रेस प्रभारी एडवोकेट अखिलेश त्रिपाठी नें दीं।।

आरक्षण संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय समन्वयक एडवोकेट अभयकान्त मिश्रा नें कहा यह हमला हमारी सनातन अस्मिता पर है,, जिसका हम हर स्तर पर विरोध करते है।

वही आजाद सेना प्रमुख नें जमीन से लेकर दिल्ली तक तूफान खड़ा करने तक की बात कही है।

 

WHATSAPP US

DOWNLOD OUR APP

Please Save

www.aakhirisach.com

आज एक मात्र ऐसा न्यूज़ पोर्टल है जोकि “जथा नामे तथा गुणे के साथ” पीड़ित के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठा कर उनकी आवाज मुख्य धारा तक ले जा रहा है।

हाथरस केस से लेकर विष्णु तिवारी के मामले पर निष्पक्ष पत्रकारिता से आखिरी सच टीम के दिशा निर्देशक ने अपना लोहा फलाना दिखाना समाचार पोर्टल पर मनवाया है। सवर्ण, पिछड़ी एवं अल्पसंख्यक जातियों का फर्जी SC-ST एक्ट के मामलों से हो रहे लगातार शोषण को ये कुछ जमीन के आखिरी व्यक्ति प्रकाश में लाए हैं।

यह पोर्टल प्रबुद्ध व समाज के प्रति स्वयंमेव जिम्मेदारों के द्वारा चलाया जा रहा है जिसमे आने वाले आर्थिक भार को सहने के लिए इन्हे आज समाज की आवश्यकता है। इस पोर्टल को चलाये रखने व गुणवत्ता को उत्तम रखने में हर माह टीम को लाखों रूपए की आवश्यकता पड़ती है। हमें मिलकर इनकी सहायता करनी है वर्ना हमारी आवाज उठाने वाला कल कोई मीडिया पोर्टल नहीं होगा। कुछ रूपए की सहायता अवश्य करे व इसे जरूर फॉरवर्ड करे अन्यथा सहायता के अभाव में यह पोर्टल अगस्त से काम करना बंद कर देगा। क्योंकि वेतन के अभाव में समाचार-दाता दूसरे मीडिया प्रतिष्ठानों में चले जाएंगे। व जरूरी खर्च के आभाव में हम अपना काम बेहतर तरीके से नही कर पायेंगे।

UPI : aakhirisach@postbank

Paytm : 8090511743

Share
error: Content is protected !!