GA4

सेहत का खजाना बांटते अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ की जीवटता को प्रदर्शित करता पहला साल।

Spread the love

✍️ अनिल कुमार श्रीवास्तव
अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के प्रथम स्थापना दिवस के सुअवसर पर देशवासियों को सन्देश देते हुए महासंघ संस्थापक अध्यक्ष योगगुरु मंगेश त्रिवेदी ने कहा योग वह प्रकाश है जिसे एक बार जला दिया जाय तो वह कभी कम नही होता, इसका जितना अभ्यास करेंगे लौ उतनी ही उज्ज्वल होगी। इसलिए तन की चैतन्यता व मन की शांति के लिए योग का प्रदीप्त दीपक नियमित योगाभ्यास से प्रज्ज्वलित रखना।
अदृश्य राक्षस कोरोना के भारत आगमन के साथ उतपन्न हुई भयावह स्थिति के बीच समसामयिक तरीके से सृजित हुए उच्चकोटि के योग शिक्षकों के इस महासंघ की मित्रमाला में अध्यक्ष योगगुरु श्री त्रिवेदी ने समूचे भारत से चुन चुन कर योगी मोतियों को पिरोया और बहुत ही कम समय मे इसे विशाल रूप दिया।
तराईअंचल के लखीमपुर जिले के एक छोटे से गांव शिक्षक शिवसहाय लाल त्रिवेदी, कलावती त्रिवेदी दम्पत्ति के घर से 24 नवम्ब 1984 को जन्मे योगगुरु त्रिवेदी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में योगगुरु बनकर अपनी चमक बिखेरी और योग के माध्यम से समूचे देश को सेहत की नेमत बांटने का बीड़ा उठाया। लागभग डेढ़ दशक पूर्व दिल्ली आए योगगुरु श्री त्रिवेदी ने योगा करो डॉट कॉम जैसी संस्थाएं बनाकर अनवरत लोगो को योग के प्रति न सिर्फ जागरूक किया वरन सेहत का खजाना बांटा। इस बीच 30 जनवरी 2020 में भारत के तमिलनाडु के एक छात्र में कोरोना संक्रमण से योगगुरु श्री त्रिवेदी को किसी भयानक अनहोनी का अंदेशा हो गया था। दूरदर्शी श्री त्रिवेदी ने योग शिक्षक, शिक्षिका के साथ मिलकर एक राष्ट्रीय मंच तैयार कर भारत का सुरक्षा कवच तैयार करने की योजना बना ली थी। इस योजना के तहत विस्तृत रूपरेखा तैयार कर व्यापक कार्य योजना बनाई और देश के लागभग 25 राज्यो से 3000 से अधिक योग में उच्च शिक्षा प्राप्त योग गुरुओं का एक महासंघ तैयार किया। उधर 30 जनवरी को भारत मे घुसपैठ करने वाले अदृश्य राक्षस कोरोना ने समूचे देश को आफत में डाल दिया था और जुलाई माह तक अपने भयानक रूप को दिखा रहा था और सरकार को संक्रमण चैन तोड़ने के लिए लॉक डाउन पर लॉक डाउन लगाने पड़ रहे थे। ऐसी स्थिति में 20 जुलाई को योगगुरु श्री त्रिवेदी की अगुवाई में सृजित महासंघ ने भी इस अदृश्य राक्षस से देशवासियों को महफूज रखने की कमर कस ली थी। हालांकि स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, स्वच्छता प्रहरी, समाजसेवी आदि आदि सभी अपने अपने स्तर से कोरोना से महायुद्ध में पूरी मजबूती से कवायद कर रहे थे या यूं कह लीजिए हर कोई किसी न किसी तरह से कोरोना को हराने में प्रयासरत था।
ऐसी विषम स्थिति में घरों में कैद देशवासियों की स्थिति, परिस्थिति व मनोस्थिति देखते हुए महासंघ ने आधुनिकता के साथ फ्रंट पर आते हुए सरकार को कवर फायर देना शुरू किया। अनहोनियों की खबरे सुन सुनकर घरों में डरे सहमे दुबके लोगो को महासंघ ने योग से सेहत की नेमत देने का संकल्प लिया और मोबाइल युग मे शोषल मीडिया के विभिन्न मंचो का सहारा लेते हुए लाखो यूजर्स को रचनात्मक तरीके से योग करवाते हुए सक्रिय किया।
गत वर्ष वर्चुवल माध्यम से 10 लाख लोगों को योगाभ्यास करवाने सम्बन्धी मिली सफलता से उत्साहित योगगुरु श्री मंगेश त्रिवेदी ने इस कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बीच सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के लिए महासंघ के बैनर तले 21 लाख बच्चों को योगाभ्यास करवाकर उनमें योग के प्रति रुचि पैदा करने, जागरूक करने व उनके शारीरिक, मानसिक विकास, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से महासंकल्प लिया था। जिसे श्री मंगेश की अगुवाई में महासंघ के हजारों योग शिक्षक शिक्षिकाओं ने एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद विश्व योग दिवस पर महासंघ ने साधते हुए अभूतपूर्व ऐतिहासिक सफलता हांसिल की। इस महासंकल्प को साधने में दैनिक जागरण झारखंड इकाई से लेकर तमाम संस्था, समूहों, सेवियो व बुद्धिजियो ने सक्रिय योगदान दिया। वर्चुवल माध्यम से घर घर आभासी तौर पर पहुंचे योगचार्यो ने बच्चों में योगा की अलख जलाते हुए बेहद सरल ढंग से रुचिकर बनाया फलस्वरूप घरों में कैद सुस्त पड़े बच्चों के शरीर व मन सक्रिय हुआ वही दूसरी तरफ उनके चेहरों मुस्कान भी लौटी। दिन रात टीवी, मोबाइल में सक्रिय रहने वाले बच्चों के लिए यह योग स्वास्थ्य की दृष्टि से वरदान साबित हुआ।इतना ही नही कोरोनाकाल में आभासी मंचो का सहारा लेकर योग की अलख जलाने वाले योगगुरु महासंघ अध्यक्ष श्री त्रिवेदी ने योगा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए भी काफी प्रयास किये जो लगातार कर भी रहे हैं। इसके लिए उन्होंने योग शिक्षा प्राप्त योग शिक्षक व शिक्षिकाओं के हितों व अधिकारों की लड़ाई शुरू कर दी है जो जारी है। उन्होंने मांग की है कि एक नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में योग विषय को स्वतंत्र व अनिवार्य किया जाय और शिक्षा प्राप्त योग शिक्षक, शिक्षिकाओं का समायोजन कर सरकार शारीरिक, मानसिक फिटनेस के लिए देशवासियों को योग के प्रति जागरूक करे।योगगुरु श्री त्रिवेदी ने महासंघ टीम से जुड़े लोगों को योगवीर, योग वीरांगनाएं, योग सेनापति के नाम से ससम्मान सम्बोधित करने की एक नई परम्परा की शुरुआत भी की है।महज एक वर्ष में सफलता की बुलंदियों पर पहुंचे महासंघ के एक के बाद एक प्रेरणादायी कार्यो को देखते हुए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई नामचीन हस्तियों, बुद्धिजीवियों, लेखक, पत्रकारों, आईएमए के पदाधिकारियों व कई संगठन, संस्थाओं, समूहों ने भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उत्साहवर्धन किया है। आईएमए ने तो अपने हेडक्वार्टर पर योगगुरु श्री मंगेश त्रिवेदी को बुद्धिजीवियों की एक बड़ी बैठक में योग का पक्ष रखने के लिए ससम्मान आमंत्रित किया वही डॉक्टर्स डे के दिन प्रधानमंत्री के डॉक्टर्स सम्बोधन मे भी महासंघ के श्री त्रिवेदी वर्चुवली आमंत्रित थे।

Please Save

www.aakhirisach.com

आज एक मात्र ऐसे न्यूज़ पोर्टल है जोकि “जथा नामे तथा गुणे के साथ” पीड़ित के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठा कर उनकी आवाज मुख्य धारा तक ले जा रहा है।

हाथरस केस से लेकर विष्णु तिवारी के मामले पर निष्पक्ष पत्रकारिता से आखिरी सच टीम के दिशा निर्देशक ने अपना लोहा फलाना दिखाना समाचार पोर्टल पर मनवाया है। सवर्ण, पिछड़ी एवं अल्पसंख्यक जातियों का फर्जी SC-ST एक्ट के मामलों से हो रहे लगातार शोषण को ये कुछ जमीन के आखिरी व्यक्ति प्रकाश में लाए हैं।

यह पोर्टल प्रबुद्ध व समाज के प्रति स्वयंमेव जिम्मेदारों के द्वारा चलाया जा रहा है जिसमे आने वाले आर्थिक भार को सहने के लिए इन्हे आज समाज की आवश्यकता है। इस पोर्टल को चलाये रखने व गुणवत्ता को उत्तम रखने में हर माह टीम को लाखों रूपए की आवश्यकता पड़ती है। हमें मिलकर इनकी सहायता करनी है वर्ना हमारी आवाज उठाने वाला कल कोई मीडिया पोर्टल नहीं होगा। कुछ रूपए की सहायता अवश्य करे व इसे जरूर फॉरवर्ड करे अन्यथा सहायता के अभाव में यह पोर्टल अगस्त से काम करना बंद कर देगा। क्योंकि वेतन के अभाव में समाचार-दाता दूसरे मीडिया प्रतिष्ठानों में चले जाएंगे। व जरूरी खर्च के आभाव में हम अपना काम बेहतर तरीके से नही कर पायेंगे।

UPI : aakhirisach@postbank

Paytm : 8090511743

Share
error: Content is protected !!