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कल पप्पू देव जी भूमिहार को न्याय दिलाने के लिए #CBIEnquiryForPappuDev व #JusticeForPappuDev ट्विटर पर ट्रेंड चलाया जायेगा? समाज को आना होगा सामनें।

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कल पप्पू देव जी को न्याय दिलाने के लिए #CBIEnquiryForPappuDev & #JusticeForPappuDev ट्विटर पर ट्रेंड चलाया जायेगा? सवर्ण समाज को इस मुद्दे पर एकजुट होना होगा!

आपको बताते चलें कि बिहार की नितीश सरकार की सुशासन वाली नीतियों के कारण पुलिसिया कार्यवाही ने भूमिहार समुदाय के शेर पप्पू देव की जान ले ली। इसके प्रति पूरे कोशी क्षेत्र समेत देशभर के भूमिहार व सवर्ण समाज में काफी गुस्सा है। इसी कड़ी में कल 25 दिसम्बर को सहरसा में प्रतिरोध मार्च निकालकर पप्पू देव जी को न्याय दिलाने का मांग की गयी। आपको तो पता ही है कि बिहार सरकार के द्वारा सुनियोजित रचित षड्यंत्र के तहत ब्राह्मण विरोधी लिपि सिंह के नेतृत्व में सरकार के निक्कमें पुलिसिया गुंडों के द्वारा पप्पू देव के निर्दोष होने के बावजूद उनको पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। दिन पर दिन बीतते जा रहें हैं , एक पर एक खुलासा होते जा रहा है।



बाहुबली पप्पू देव के शरीर पर कई जगह डंडे से पिटाई के निशान (देसी शब्द में- बाम उखड़े हुए) दिख रहे हैं। ये निशान, पीठ, हाथ, पैर, कमर और जांघ पर साफ-साफ दिख रहे हैं। एक तरह से अब पूरे सहरसा का प्रशासन इस केस में उल्टा फंसते हुए दिख रहा है। ऊंगली खासतौर पर ट्रेनी डीएसपी निशिकांत भारती पर उठ रही है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय प्रशासन ने अपने आप को बचाने के लिए आनन फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसे अब हर्ट अटैक का रूप दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है की अब प्रशासन बिना पोस्टमार्टम किए उनके शव को जलाने की तैयारी कर रही है।



लेकिन पप्पू देव के विशाल समर्थक तथा भूमिहार समाज के नेता आदि द्वारा दवाब के बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अभी पोस्टमार्टम चल रही है। आपको बताएं पूरे सहरसा को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अस्पताल के बाहर सैंकड़ों की संख्या में पप्पू देव के समर्थक जुटे हुए हैं। पप्पू देव का पोस्टमार्टम करने वाली मेडिकल टीम की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा सामने आया। पप्पू देव के सिर पर गंभीर चोट के कारण ब्रेन के अंदर का नस फट गया जिसके कारण हार्ट फेल कर गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बताती है कि पूरे शरीर पर जख्म के 30 गंभीर निशान थे। सारे के सारे निशान किसी कठोर और भोथरा (हार्ड एंड ब्लंट) वस्तु से मारे जाने के कारण बने थे।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का सनसनीखेज खुलासा।

पप्पू देव का पोस्टमार्टम सहरसा के तीन डॉक्टरों की टीम ने किया था। उस टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। पोस्टमांर्टम रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पप्पू देव की मौत का कारण सामान्य हार्ट अटैक नहीं है। पप्पू देव के ब्रेन की नस फट जाने के कारण सिर में पूरा खून जमा हो गया था, इसके कारण हार्ट औऱ सांस लेने का पूरा सिस्टम फेल हो गया और पप्पू देव की मौत हो गयी। मेडिकल टर्म में डॉक्टरों की टीम ने लिखा है-ब्रेन में हेमाटोमा के कारण कार्डियो रेसपिटरी सिस्टम फेल हो गया था जिसके कारण मौत हुई।

जहां ब्रेन का नस फटा वहां बाहर चोट का गंभीर निशान।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पप्पू देव के ब्रेन की नस फटकर जहां खून जमा हुआ था उसके ठीक बाहर यानि बायें ललाट के ठीक उपर चोट का गंभीर निशान था। चोट का ये निशान मेडिकल टर्म में ब्रूज कहा जाता है। डॉक्टरों ने लिखा है कि बायें ललाट के उपर 2 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा ब्रूज (चोट का गहरा निशान) था। वे वही जगह है जहां सिर के अंदर खून निकल कर जमा हो गया था, जो मौत का कारण बना। डॉक्टरों ने कहा है कि यह किसी कठोर और भोथरे चीज की चोट से बना निशान है।

शरीर पर चोट के 30 निशान

पोस्टमार्टम करने वाली मेडिकल टीम की रिपोर्ट में पप्पू देव के शरीर पर चोट के 30 निशान का जिक्र किया गया है। सब के सब किसी कठोर औऱ भोथरे वस्तु से मारे जाने के निशान हैं। लगभग सारी चोट गहरी औऱ गंभीर है। देखिये पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किन चोट का जिक्र किया गया है।

पप्पू देव पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Pappu Dev Murder)

1.बायें ललाट के उपर चोट का गहरा निशान।
2.दायीं आंख के नीचे चोट का गहरा निशान।
3.दायें हाथ पर वी आकार में चोट का निशान।
4.बायें हाथ के अंगूठे का नाखून खींचने के कारण जख्म।
5.दायीं जांघ पर चोट के पांच-पांच इंच के दो गहरे निशान।
6.दायें घुटने पर जख्म के गहरे निशान।
7.दायीं जांघ के निचले हिस्से पर चोट का 5 इंच का निशान।
8.दायीं जांघ पर इस चोट के ठीक नीचे फिर एक चोट का निशान।
9.दायें पैर पर चोट के तीन निशान।
10.दायें पैर के निचले हिस्से में चोट के चार निशान।
11 दायें पैर के लोअर एंटेनियर पर जख्म।
12.बायें पैर के एंटेनियर पर जख्म के निशान।
13.बायें पैर के उपरी हिस्से पर चोट के निशान।
14.बायीं जांच पर चोट का निशान।
15.बायें घुटने पर चोट के निशान।
16.बायें घुटने के नीचे जख्म का निशान।
17.बायीं जांघ के निचले हिस्से में चोट का निशान।
18.बायीं जांघ के बीच में चोट का निशान।
19.बायीं रिंग फिंगर के नाखून पर चोट का निशान।
20.बायें हाथ की तर्जनी अंगुली (index figure) पर चोट के साथ अंगुली के भीतर खून का जमा होना।
21.बायीं कलाई पर चोट का निशान।
22.बायें हाथ की कोहनी के उपर चोट का निशान।
23.बायीं कोहनी पर चोट का एक औऱ निशान।
24.बायीं बांह पर गंभीर चोट का निशान।
25.बायें हाथ के बीच में चोट का निशान।
26.बायें कंधे के पास जख्म का निशान।
27.बायें कुल्हे पर जख्म के निशान।
28.गुदा के बायें निचले हिस्से पर चोट के निशान।
29.गुदा के दाहिने हिस्से पर भी जख्म के निशान।
30.बायें कुल्हे के पास जख्म के तीन निशान।

मेडिकल रिपोर्ट बताती है कि पप्पू देव के शरीर पर जख्म के लगभग चालीस निशान थे और डाक्टरों के मुताबिक सारे निशान भोथरे औऱ कठोर वस्तु से मारे जाने के कारण बने। मेडिकल रिपोर्ट में लाठी या बंदूक-पिस्तौल का जिक्र तो नहीं किया गया है, लेकिन जिस हार्ड एंड ब्लंट सब्सटांस से जख्म होने का जिक्र किया जा रहा है वह लाठी या रायफल-बंदूक का बट हो सकता है। मेडिकल रिपोर्ट ने ये साबित कर दिया है कि पप्पू देव की मौत की जो कहानी सहरसा पुलिस बता रही थी वह गलत थी। पप्पू देव की मौत सामान्य मौत नहीं थी बल्कि बर्बर पिटाई के कारण हुई मौत थी। बता दें कि सहरसा में पिछले 18 दिसंबर को पुलिस हिरासत में पप्पू देव की मौत हो गयी थी।

सहरसा की एसपी लिपि सिंह ने प्रेस को बयान जारी कर बताया था कि पुलिस को सराही गांव में पप्पू देव औऱ उसके समर्थकों द्वारा एक जमीन की घेराबंदी करवाने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस पप्पू देव की तलाश में उसके गांव के ही उमेश ठाकुर के घर पर छापा मारा था। एसपी की ओर से कहा गया था कि वहां मौजूद पप्पू देव और उसके समर्थकों ने पुलिस पर गोलियां चलायी थी जिसके जवाब में पुलिस ने भी आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की थी।

एसपी लिपि सिंह नें प्रेस बयान में कहा गया था कि छापेमारी के बाद पप्पू देव ने दीवाल फांदकर भागने की कोशिश की, लेकिन उसे दबोच लिया गया था। पुलिस हिरासत में छाती में दर्द की शिकायत करने पर देर रात करीब दो बजे सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। गंभीर स्थिति देख डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया था। उसे सहरसा से डीएमसीएच ले जाने की तैयारी के क्रम में मौत हो गई थी।

लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सहरसा की एसपी के दावों की धज्जियां उड़ा दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि पप्पू देव की मौत सामान्य हार्ट अटैक तो कतई नहीं थी। उसे बर्बर तरीके से पीटे जाने के सारे तथ्य सामने आ गये हैं। इसी बर्बर पिटाई में पप्पू देव की मौत हुई।

कोशी का बिगड़ा है माहौल

सहरसा में पुलिस हिरासत में प्रख्यात पप्पू देव की मौत से आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा है। गुस्साए लोगों ने बिहरा बाजार में सहरसा-सुपौल हाईवे को जाम कर दिया। वे हाईवे पर टायर कर आगजनी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस की पिटाई ही पप्पू देव की मौत हो गई। गुस्साए लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। करीब 4 घटे से हाईवे जाम है। वहीं कई स्थानीय पत्रकार तथा परिजन वहां घटित हुई घटना का पर्दाफाश कर रहें हैं। तेजी से वायरल हो रहे वीडियो जिसमें उमेश ठाकुर के घर से पप्पू देव को खीच के निकाल कर पीटा गया था, वहां का पूरा वीडियो आपने तो देखा हीं होगा। उमेश ठाकुर की बेटी जो की पूरे मामले की चश्मदीद है उन्होंने हीं सारी बाते बताई। उमेश ठाकुर के बड़े भाई ने भी इस मामले की सच्चाई बताया है।


उनके द्वारा साफ शब्दों मे बताया गया कि पुलिस बाउंड्री  पारकर उमेश सिंह के घर में घुसी और किस प्रकार पप्पू देव जी को पीट पीट कर जान ले ली। पप्पू देव पुलिस को देखते हीं घबरा गए और अपना कसूर पूछने लगे, लेकिन पुलिस के वर्दी में सुशासन के गुंडों ने उनको बर्बरता से पीटना शुरू कर दिया। सैकड़ों लाठी , रॉड की पिटाई के बाद पप्पू देव ने आखिरी सांस ली थी। उनके बेहोश हो जाने के बाद उन्हें थाना ले जाया गया। थाना के हवालात में बंद कर के खूब पिटाई की गई। पप्पू देव की जहां मृत्यु हो गयी। फिर पप्पू देव को हॉस्पिटल ले जाया गया और वहां अस्पताल प्रबन्धन, लिपी सिंह व सत्ता गठजोड़ कर, मृत्यु को हार्ट अटैक का नाम दिया गया। इस पप्पू देव प्रकरण से देश के सम्पूर्ण सवर्ण समाज व विशेषकर भूमिहारों के बीच काफी आक्रोश है। कल यानी 25 दिसंबर को सहरसा के शंकर चौक से लेकर समहारनालय तक दिन के 12 बजे पप्पू देव जी के हत्या के विरोध में एक प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया था। जिसे सुशासन बाबू की गुण्डा एसपी लिपि सिंह की पुलिस नें नही होनें दिया, आशुतोष कुमार को दो घण्टे गिरफ्तारी में रखा गया।


पप्पू देव को उचित न्याय मिले इसके मांग करने के लिए आशुतोष कुमार के साथ पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, सुपौल, अररिया आदि से राष्ट्रीय जन जन पार्टी तथा भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के कार्यकर्ता व नेता आदि मौके पर पहुंचे और सहरसा प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला।

आपको इस प्रतिरोध मार्च के सभी जानकारी, न्यूज व पूरे “पप्पू देव”  प्रकरण के हर एक खबर हम आप तक पहुंचाएंगे। हम पप्पू देव जी को न्याय दिलाकर हीं शांत होंगे। हम निरंतर प्रयासरत हैं और रहेंगे। आप भी आखिरीसच  को शक्त करें।

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2 thoughts on “कल पप्पू देव जी भूमिहार को न्याय दिलाने के लिए #CBIEnquiryForPappuDev व #JusticeForPappuDev ट्विटर पर ट्रेंड चलाया जायेगा? समाज को आना होगा सामनें।

  1. बहुत हीं दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है बिहार में। कल हमें पूरे मिल कर इस ट्रेंड को चलाना है।

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