अंधेरे को कोसने की जगह एक दीपक जलाना बेहतर है, उद्देश्य को ध्यान में रखकर व्याप्त भ्रष्टाचार से लड़ने हेतु, सूचना गर्जना संगठन का हुआ गठन।
अंधेरे को कोसने की जगह एक दीपक जलाना बेहतर है के उद्देश्य को ध्यान में रखकर व्याप्त भ्रष्टाचार से लड़ने हेतु सूचना गर्जना संगठन का हुआ गठन।
गठनकर्ता, कार्य प्रकार, कार्य पद्धति, व क्षेत्र
सूचना गर्जना एक शुद्ध अराजनैतिक संगठन है, जिसका गठन आज 11/JAN/2022 को किया गया है। इसके संयोजक वेटरन विक्रांत पांडे और संरक्षक श्री सुब्रत त्रिपाठी रिटायर्ड आईपीएस 1977 बैंच, भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश तथा वर्तमान एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट हैं। इसमें कोई अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का पद ना होकर विभिन्न स्तरों पर संयोजक ग्राम स्तर से लेकर जिला, मंडल आदि तक संयोजक के पद केवल हैं।
कौन, कैसे और क्यूँ हो शामिल?
कोई भी भारतीय नागरिक इसमें शामिल हो सकता है चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या पार्टी का क्यों ना हो। जिसकी सदस्यता शुल्क रूपया शून्य य स्वैच्छिक है। कोई किसी के अधीनस्थ नहीं है, सभी स्वतंत्र हैं।
कार्यपद्धति हेतु संकल्प आवश्यक। अपनी गतिविधियां अब तक जैसे चला रहे थे उसी तरह अपने विवेक से चलाते रहें। जिस किसी को कहीं पर पुलिस या अन्य प्रशासनिक विभाग या अपराधी से खतरे की शंका हो वह अपने विवेक से सारे उचित कदम उठाने के अलावा यदि चाहे तो मुझे संदर्भित कर सकता है। संगठन से जुड़े लोगों में जो भी सहयोगी या मार्गदर्शन में सक्षम होगा उससे यथाशक्ति सहयोग या मार्गदर्शन का अनुरोध किया जाएगा। हर सदस्य अपने मन में यह संकल्प जरूर लें कि वह सूचना अधिकार से जुड़े किसी भी कार्यकर्ता को चाहे वह हमारी टीम का सदस्य हो या ना हो उसे अपने परिवार के सदस्य की तरह सहयोग और मार्गदर्शन देगा।
गठन का बुनियादी ढा़ँचा।
ग्राम स्तर पर अथवा शहर में वार्ड स्तर पर हम प्रथम चरण में संयोजक बनाते हैं। उसके बाद संयोजक द्वारा अपनी ग्राम पंचायत पर अपना ही एक प्रतिस्थानी तथा भारत के किसी भी गांव या शहर के वार्ड में संयोजक द्वारा संगठन को एक और अपनें ही जैसा संयोजक दे देने पर वह, तरक्की पाकर अपनी न्याय पंचायत का संयोजक हो जाएगा। न्याय पंचायत का संयोजक जब अपनें न्याय पंचायत की हर ग्राम पंचायत का गठन करके, अगले न्याय पंचायत संयोजक की सहायता करके एक और न्याय पंचायत का गठन पूर्ण करवाता है तो वह एक और तरक्की पाकर ब्लाक में संयोजक पद पाता है, जिसकी समस्त न्याय पंचायतों का गठन पूर्ण करवाकर तथा किसी भी एक अपूर्ण विकास खंड का गठन करवाकर दे देगा तब उसे तहसील का संयोजक बनाया जायेगा, अपनी तहसील को पूर्ण सशक्त व क्रियाशील बनाकर व बगल की एक निशक्त तहसील को सहयोग देकर सशक्त करके दे देगा, तो वह जिले स्तर का संयोजक मान लिया जाएगा। इस तरह पूरे भारत में हर गांव में एक संयोजक हो जाए तो भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ने में काफी आसानी हो जाएगी। हमारी मान्यता है कि कोई एक आदमी आसानी से इतना बड़ा नेटवर्क खड़ा नहीं कर सकता है किंतु परस्पर सहयोग से यह कार्य कठिन भी नहीं है। अंधेरे को कोसने की जगह दीपक जलाना बेहतर है। सूचना गर्जना में कितनी शक्ति है और कैसे एक सूचना के कार्यकर्ता के पास डायरेक्टर सीबीआई से अधिक शक्तियां है इसके बारे में जो उत्सुक हों तब लिंक
सुव्रत त्रिपाठी जी को सुननें के लिये क्लिक करें।
https://aakhirisach.com/wp-content/uploads/2022/02/IMG-20220222-WA0011.jpg
पर क्लिक करके श्री सुब्रत त्रिपाठी का भाषण सुन सकते हैं। सूचना गर्जना में शामिल होने के लिए गूगल फार्म लिंक
फार्म भरकर सूचना गर्जना के सदस्य बननें के लिये क्लिक करें।
पर क्लिक करके अपना विवरण उपलब्ध कराकर शामिल हो सकते हैं।
सूचना गर्जना का आधिकारिक ईमेल suchangarjana@gmail.com,
टि्वटर अकाउंट @suchanagarjana
तथा
टेलीग्राम लिंक https://t.me/suchanagarjana
मोबाइल नंबर 9453537746 वेटरन विक्रांत पांडे
तथा
6393615553 श्री सुब्रत त्रिपाठी आईपीएस पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट है।
यदि आप चाहते हैं कि आखिरी सच परिवार की कलम अविरल ऐसे ही चलती रहे कृपया हमारे संसाधनिक व मानवीय संम्पदा कडी़ को मजबूती देनें के लिये समस्त सनातनियों का मूर्तरूप हमें सशक्त करनें हेतु आर्थिक/ शारीरिक व मानसिक जैसे भी आपसे सम्भव हो सहयोग करें।aakhirisach@postbank
सूचना जगत में आखरी सत्य का दर्शन कराने में सर्वोत्तम मंच
आभार अग्रज बड़े भाई।।
सादर धन्यवाद,
व
चरण स्पर्श।
विनय श्रीवास्तव।।