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विंडीज़ शराब की सील तीनों पेटी गायब, सिओ सिटी वंदना सिंह नें किया दर्जनों गांवों का भ्रमण, लोगों से पूंछा दादा शराब तो नही पी?

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रायबरेली जिले में शराब माफियों के कारनामें थमने का नाम नहीं ले रहे है। पहाड़पुर शराबकांड की घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस नें आबकारी टीम के साथ शराब की दुकानों में छापेमारी करके विंडीज ब्रांड को शराब को जब्त करते हुए उसे सील कर दिया और जांच के लिए सैपल भेज दिया। इधर बछरावां थाना क्षेत्र में स्थित एक देशी शराब की दुकान में सील की गई तीन पेटी विंडीज शराब की तीनों पेटियां गायब हो गई। सुबह सेल्समैन ने मामले की सूचना ठेकेदार को दी। शराब की दुकान से विंडीज की शराब गायब होने की सूचना से पूरे महकमें में हड़कंप मच गया।

जहरीली शराब कांड पुलिस ने मुख्य आरोपी धीरेन्द्र और सेल्समैन को भेजा जेल, एक अन्य आरोपी हिरासत में … वहीं, पिंडारी का प्रधान केतन पुलिस हिरासत में है। आरोपी केतन ने ही पहाड़पुर ठेके पर जहरीली विंडीज ब्रांड शराबकी सप्लाई की थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जहरीली शराब पीने के कारण 9 लोगों की मौत हुई है।

आनन – फानन में कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ आबकारी की टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए सेल्समैन और ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है। पहाड़पुर शराबकांड की घटना के बाद हरकत में आए प्रशासनिक अमले ने जिले में खुली शराब की दुकानों में छापेमारी करते हुए शराब की दुकानों में निरीक्षण के दौरान मिलने वाली विंडीज ब्रांड की शराब को सील करते हुए जब्त कर लिया गया था। बछरावां थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव में खुले देशी शराब के दुकान में भी पुलिस और आबकारी की टीम ने विंडीज ब्रांड की तीन पेटी बरामद किया था। टीम ने दुकान के अंदर रखी विंडीज ब्रांड की शराब को सील करते हुए रिपोर्ट आबकारी विभाग को दे दी थी। पहाड़पुर गांव में हुई घटना के करीब एक सप्ताह बाद दुकान में रखी विंडीज ब्रांड की शराब की तीन पेटियां अचानक गायब हो गई। शराब की दुकान से जहरीली शराब के गायब होने से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस नें मौके से दुकान के सेल्सैमन शेलेन्द्र और ठेकेदार देवी प्रसाद पाल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है। हालांकि देशी शराब की दुकान में सील गई शराब की तीन पेटियां आखिर कब और कैसे गायब हो गई? यह अपने आप में स्वयं एक बड़ा सवाल है।

फिलहाल विंडीज ब्रांड शराब के अचानक गायब होने के बाद पूरे महकमें में हड़कंप मच गया। मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ आबकारी विभाग की टीम पहुंच गई। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दुकान का निरीक्षण किया और सेल्समैन और ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है।

शराबकांड से जुड़े कारोबारियों की संपति की जांच शुरु

पहाड़पुर गांव में हुई शराबकांड की घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से शराब कारोबारियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। शराब कारोबारियों द्वारा अर्जित की गई संपति की जांच करने के लिए टीमें गठित कर दी है। संपति की जांच पूरी होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

नहर नालों में दिन रात पुलिस ढूंढ रही जहरीली शराब

पहाड़पुर शराबकांड की घटना के बाद एसपी श्लोक कुमार के निर्देश पर जिले की पुलिस टीमें नहर और नालों में जहरीली शराब ढूंढ रही है। सदर सर्किल क्षेत्र की क्षेत्राधिकारी वंदना सिंह टीम के साथ मिल एरिया थाना क्षेत्र के खसपरी स्थित शारदा नहर और रुपामऊ गांव के नाले में जाल में डालकर जहरीली शराब की खोजबीन की। हालांकि सीओ सिटी वंदना सिंह ने रुपामऊ गांव में स्थित नाले में जाल डालकर विंडीज शराब की एक भरी शीशी और एक खाली शीशी बरामद की है। जिस तरह से पुलिस दिन रात एक एक करके नहर नालों में विंडीज शराब ढूंढ रही है।

दादा शराब तो नहीं पिया वंदना सिंह

शराबकांड की घटना के बाद पुलिस अधिकारियों की रात की नींद हराम हो गई। बीती रात सीओ सिटी वंदना सिंह ने मिल एरिया थाना क्षेत्र के रुपामऊ, गड़रियन का पुरवा, रेवती का पुरवा आदि गांवों में रात में भ्रमण करते हुए लोगों को घरों से नींद से जगाने के बाद उन्हें चेक किया। उन्होंने इस दौरान रेवती का पुरवा गांव के रहने वाले एक बुजुर्ग माताफेर से पूछा कि दादा आप ने शराब तो नहीं पिया। इस बार बुजुर्ग ने जवाब दिया कि नहीं उन्होंने शराब को हाथ नहीं लगाया, लेकिन इसी बीच घर से निकली उनकी पत्नी ने शराब पी रखा था। इस पर सीओ सिटी ने बुजुर्ग दंपति की जांच कराई, लेकिन जांच में दोनों ने मामूली रुप से बियर पी रखी थी। सीओ सिटी ने करीब एक दर्जन गांवों में भ्रमण करते हुए घर – घर जाकर लोगों के शराब पीने की जानकारी ली। अधिकारियों की रात की नींद हराम हो गई।

मुख्य सरगना के पिता पर मुकदमा दर्ज रायबरेली।

पिंडारी खुर्द के गांव के रहने वाले और शराबकांड की घटना का मुख्य सरगना केतन सिंह के पिता इन्द्रबहादुर सिंह गांव के कोटेदार है। शराबकांड की घटना के बाद मुख्य सरगना अपने पूरे परिवार के साथ घर से फरार हो गया। परिवार के सदस्यों के साथ फरार होने से उनके पिता कोटेदार इंद्रबहादुर सिंह भी फरार हो गए। कोटेदार के फरार होने से कोटे की दुकान में रखे खाद्यान का वितरण प्रभावित होन लगा। इससे कार्ड धारक खाद्यान से पाने से वंचित हो रहे थे। मामले में एसडीएम सदर राजेन्द्र शुक्ला ने गांव पहुंचकर कोटे की दुकान को पड़ोस के गांव पिंडारी कला की दुकान से सम्बद्ध करते हुए खाद्यान वितरण शुरु कराया और कोटेदार के द्वारा बरती गई अनियमियता की रिपोर्ट जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को सौंपी। डीएम के आदेश पर सोमवार की देर शाम पूर्ति निरीक्षक अमित चतुर्वेदी ने कोटेदार के खिलाफ महराजगंज कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है।


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