नन्ही उम्र के विशाल जज्बे को सलाम, इंदिरा मैराथन पूरी करनें वाली 10 वर्षीय काजल निषाद, 210 किमी दौड़कर करेंगी योगी आदित्यनाथ से मुलाकात व देंगी मैराथन में आयु के अनुबंध को चुनौती।
दस साल की काजल निषाद ने रविवार को प्रयागराज से लखनऊ की दौड़ शुरू की। अपने प्रशिक्षक रजनीकांत की देखरेख में काजल 210 किमी की दौड़ लगाकर लखनऊ पहुंचेगी। वह यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इंदिरा मैराथन में सम्मानित नहीं किए जाने की शिकायत करते हुए मैराथन के आयु सम्बन्धित नियम को चुनौती भी देंगी।
42 KM लंबी मैराथन पूरी की, कम उम्र की वजह से दौड़ में नहीं माना गया शामिल
दरअसल, प्रयागराज में पिछले साल नवंबर में हुई इंदिरा मैराथन में भी काजल ने हिस्सा लिया था। करीब 42 किलोमीटर लंबी इंदिरा मैराथन को काजल ने अपने नन्हे नन्हे कदमों से पूरा किया था। ऐसे में उसे उम्मीद थी कि प्रोत्साहन स्वरुप कोई अवॉर्ड जरूर मिलेगा लेकिन उम्र इसके आड़े आ गई। कम उम्र की वजह से उसे मैराथन में शामिल नहीं माना गया। मैराथन पूरी करने के बाद काजल ने उस समय खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी से मुलाकात की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन वह मुलाकात नहीं कर पाई थी।
इसी बात से काजल और उसके परिवार आहत है। जिसको लेकर वह अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगी। सिविल लाइंस से दौड़ शुरू करने वाली काजल ने बताया कि पिछले साल इंदिरा मैराथन में वह 14वें स्थान पर थी। लेकिन उसको मैराथन के आयोजक और प्रशासन ने कोई सम्मान नहीं दिया। काजल जिस स्कूल में पढ़ती है, वहां भी सरहाना नहीं मिली।
सात दिनों में तय करेंगी सफर काजल
सात दिन में लखनऊ का सफर तय करने वाली काजल प्रतिदिन 35-40 किमी दौड़ लगाएगी और कुंडा में राजा भैया के आवास पर विश्राम करेगी। काजल के प्रशिक्षक रजनीकांत ने बताया कि काजल पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के क्षेत्र (मांडा) स्थित ललितपुर की है। वह तीन बहनों में छोटी है और पिता नीरज रेलवे में प्वाइंट्समैन हैं।
18 साल से कम उम्र के धावक मैराथन में नहीं दौड़ सकते
काजल इंदिरा मैराथन में दौड़कर चर्चा में आई। लेकिन एथलेटिक्स फेडरेशन की गाइडलाइन के अनुसार 18 साल से कम उम्र के धावक-धाविका मैराथन में भाग नहीं ले सकते।
नारी शक्ति का है प्रतीक
काजल निषाद के प्रशिक्षक रजनीकांत ने बताया कि नन्ही बच्ची काजल नारी शक्ति की प्रतीक है। रजनीकांत के मुताबिक काजल को मैराथन में भाग लेने का अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए।
काजल कक्षा 4 की छात्रा
बता दें कि प्रयागराज के मांडा की रहने वाली काजल की उम्र अभी सिर्फ 10 वर्ष है, वह कक्षा 4 की छात्रा हैं। पिछले दिनों प्रयागराज से नई दिल्ली के इंडिया गेट तक की करीब 720 किलोमीटर की यात्रा भी पैदल काजल ने पूरा किया था। 27 जुलाई 2021 को प्रयागराज से निकलकर 8 अगस्त 2021 को करीब 16 दिनों में इस प्रयागराज से इंडिया गेट तक की यात्रा को काजल ने पूरा किया था। जिसके बाद काजल निषाद की खूब सराहना हुई थी।
डिप्टी सीएम मौर्य भी कर चुके हैं सम्मानित
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम समाजसेवी संगठनों ने उसकी प्रतिभा को सराहा था और उसे सम्मानित किया था। फिलहाल एक बार फिर से काजल चर्चा में हैं और अब प्रयागराज से लखनऊ के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए रवाना हो चुकी हैं।
बुधिया से ली दौड़ने की प्रेरणा
प्रयागराज के मांडा क्षेत्र की ललितपुर भवसारा नरोत्तम की रहने वाली 10 वर्षीय बालिका काजल निषाद बुधिया को अपना प्रेरणा श्रोत मानती हैं। काजल से कुछ साल पहले चार साल के बुधिया ने पूरी से भुवनेश्वर 65 किमी तक दौड़ लगाकर सुर्खिया बटोरी थी। काजल के कोच रंजीत निषाद ने बताया कि वह काजल को तीन साल से अधिक समय से ट्रेनिग दे रहे हैं। काजल में अपने सपनों को पाने का जज्बा और लगन दोनों है। वह लखनऊ में सीएम योगी से मिलकर काजल की प्रतिभा से उन्हें अवगत कराना चाहते है। जिससे भविष्य में काजल की उम्र उसकी राह में समस्या न बने। साथ ही आगामी इंदिरा मैराथन में काजल को दौड़ने की अनुमति भी मिल सके।