सूरत। परिजनों के साथ फूटपाथ पर सो रही दाहोद के श्रमिक परिवार की पांच साल की बच्ची को मंगलवार रात एक नराधम बलात्कार के इरादे से उठा ले गया। घटना की खबर मिलते ही ताबड़तोड़ पुलिस की टीमें खोजबीन में जुट गई। सुबह घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर बच्ची का शव बरामद हुआ तो मौके पर दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने नराधम युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी हैं।
जानकारी के अनुसार दाहोद का श्रमिक परिवार पिछले करीब दो महीनों से पुणागाम रेश्मा रो हाउस से सीतानगर की ओर जाने वाले रास्ते पर ब्रिज के नीचे बीआरटीएस फूटपाथ पर रहा था। मंगलवार रात श्रमिक दंपति अपने सात व पांच साल की दो पुत्रियों व छह व दो साल के दो पुत्रों के साथ सो गए थे। रात बारह बजे छोटे बच्चे को शौच होने पर वे उठे और फिर उसे साफ कर सभी बच्चों को चद्दर ओढाई और सो गए। करीब एक बजे श्रमिक महिला की आंख खूली तो उनकी पांच साल की बच्ची गायब मिली। इस पर दोनों पति-पत्नी ने उसे आस पास के इलाके में ढूंढा लेकिन उसका कोई अता पता नहीं चला।
पुलिस को दिया सूचना।
इस पर उन्होंने निकट के चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों को खबर दी। पुलिसकर्मियों ने भी उनके साथ मिल कर कुछ समय खोजबीन की लेकिन बच्ची नहीं मिली। इस पर उन्होंने थाने में सूचना दी। थाने से पुलिस अमला मौके पर पहुंच गया।
सीसीटीवी से मिला सुराग
पीडि़त परिवार की प्राथमिकी दर्ज कर सहायक पुलिस आयुक्त बीएम वसावा ने अलग-अलग टीमें बच्ची कर बच्ची की तलाश शुरू की। पुलिस ने आस-पास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस को एक फुटेज में युवक बच्ची को पीठ पर लाद कर ले जाता हुआ नजर आया। पुलिस ने उसी रास्ते को ट्रेक किया। पुलिस को एक चश्मदीद भी मिले। जिन्होंने उसे ले जाते हुए देखा था। रास्ते को ट्रेक करते हुए पुलिस टीम पुणागाम भैयानगर में पहुंची। जहां खुले मैदान में टेम्पो व ट्रक की पार्किंग के आस पास कई हमाली मजदूर फूटपाथ पर रहते थे।
स्कूल की छत पर सोया था
वहां पूछताछ में पुलिस को आरोपी ललनसिंह (31) के बारे में पता चला। इस पर पुलिस ने स्कूल की छत पर सो रहे ललनसिंह को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि ललनसिंह मध्यप्रदेश का मूल निवासी है और ट्रक टेम्पो पर हमाली मजदूरी करता है। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या करना कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह बलात्कार के इरादे से बच्ची को उठाकर भैयानगर में लाया था। बच्ची को टेम्पो और ट्रकों के पीछे ले गया था।
रोने पर गला घोंट कर हत्या कर दी।
वहां बच्ची के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो वह जोर जोर से रोने लगी। उसने बच्ची के सिर पर किसी ठोस चीज से वार किया। फिर अन्य श्रमिकों के जागने पर पकड़े जाने के डर से उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। सुबह पांच बजे पुलिस ने उसकी निशानदेही पर पार्किंग से बच्ची का शव बरामद किया। शव बरामद होने पर इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने बच्ची को कपड़े से कवर कर लिया और फिर अस्पताल पहुंचाया।
बलात्कार की पुष्टी नहीं
पुलिस का दावा हैं, कि चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम में बलात्कार की पुष्टी नहीं की है। सिर पर एक चोट के अलावा शरीर पर अन्य कोई चोट नहीं मिली हैं। बलात्कार की आशंका के चलते चिकित्सकों ने सैम्पल लिए है। जिन्हें फोरेन्सिक जांच के लिए भेजा गया है, रिर्पोट मिलने पर उसकी पुष्टी होगी।