ठाकुर की जमीन पर, अवैध तरीके से अम्बेडकर मूर्ति की स्थापना, पुलिस नें मूर्ति हटाया, लेकिन आजतक व टीवी9 जैसे सम्मानित प्रतिष्ठानों नें चलाई गुमराह करती खबर।
हमीरपुर जिले में सुमेरपुर कस्बे के पशु बाजार के निकट त्रिवेणी मैदान में अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा आंबेडकर जयंती मनाए जाने के लिए बुधवार रात बाबा साहेब की मूर्ति लगाकर पूजा अर्चना की जा रही थी। आरोप है कि तभी किसी व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने वहां एकत्र महिलाओं व पुरुषों के साथ जमकर अभद्रता की और बाबा साहेब की मूर्ति को उठाकर ले गए।
लोगों का आरोप है कि मूर्ति उठाने के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई। मूर्ति क्षतिग्रस्त होने पर आक्रोशित लोगों ने हाईवे पर पशु बाजार के सामने रात 2:30 बजे जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को मनाने व समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन जाम नहीं खोला। अब राजस्व विभाग की टीम को बुलाकर जमीन की पैमाइश कराई जा रही है। वहीं दलित समाज मूर्ति स्थापना की मांग पर अड़ा हुआ है।
14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती धूमधाम के साथ हर वर्ष मनाई जाती है। इस अवसर पर आंबेडकर के अनुयायी जुलूस निकालते हैं। इसी के तहत बाबा साहेब की जयंती मनाने के लिए बुधवार रात कस्बे के पशु बाजार के पास त्रिवेणी मैदान पर लोग एकत्र हुए और मूर्ति स्थापना के लिए बनाए गए चबूतरे में स्थापित कर उसका पूजन अर्चन कर रहे थे।
तभी कस्बे के एक व्यक्ति ने अपनी जमीन होने का दावा कर पुलिस से शिकायत की। जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पूजा अर्चन कर रहे लोगों को खदेड़ दिया, और चबूतरे पर रखी बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को उठाकर लोडर में ले गए। लोगों का आरोप है कि इस दौरान मूर्ति क्षतिग्रस्त भी हो गई।
इससे आक्रोशित समाज के लोगों ने पशु बाजार के सामने कानपुर सागर टूलेन हाईवे पर रात 2:30 बजे जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर सीओ सदर विवेक यादव सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन लोग बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति वापस कर स्थापना करने के बाद ही जाम खोलने की बात पर अड़े हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों में आक्रोश रहा। जबकि वहीं राजस्व विभाग की टीम द्वारा की गई नापजोख के बाद गुरुवार सुबह मौके में पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर और दोनों पक्षों से 20 /70 फुट की जमीन पर मूर्ति लगाने का राजीनामा करवाया। जिसके बाद जाम जाम खुलवाया गया। लेकिन तब तक जाम ने विकराल रूप ले लिया और लगभग 15 किलोमीटर से अधिक का जाम लग गया था। जिसके बाद नौ बजे जाम खुलवाया जा सका।