दिल्ली। जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव है। पुलिस का दावा है कि हालात अब काबू में हैं। इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी लगातार स्थिति को लेकर पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं। खबर है कि स्पेशल सेल ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इलाके के लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी की घटना के बाद जहांगीरपुरी में झड़प हो गई थी। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल हो गए थे। वहीं, बदमाशों ने कई वाहनों को भी निशाना बनाया था। घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने क्षेत्र में भारी सुरक्षा तैनात कर दी है।
भाजपा सांसद ने की शांति बनाए रखने की अपील
एएनआई के अनुसार, जहांगीरपुरी हिंसा पर उत्तर-पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद हंस राज हंस ने कहा, ‘मैं सभी से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं। हर धर्म में कुछ बुरे तत्व हैं, वे ही ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके पीछे कुछ विदेशी ताकतें हो सकती हैं जो भारत को कमजोर करना चाहती हैं।’ बेचारे सांसद महोदय पूरी रात सो नही पाये, एक एक पल की खबर लेते रहे।
इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई
हिंसाग्रस्त क्षेत्र जहांगीरपुरी में सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है। इलाके में रेपिड एक्शन फोर्स (RAF) और पुलिस तैनात की गई है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CRPF की अतिरिक्त कंपनियों को भी तैनात किया गया है।
पुराना अपराधी है जहांगीरपुरी में गोली चलाने वाला
खबर है कि जहांगीरपुरी हिंसा के दौरान गोली चलाने वाले की पहचान असलम अली के रूप में हुई है। 21 साल के असलम सीडी पार्क के नजदीक रहता है औऱ उसके खिलाफ साल 2020 में भी मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस असलम को आदतन अपराधी बता रही है।
गोली चलाने वाला आरोपी गिरफ्तार, पिस्टल भी बरामद
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। हिंसा के दौरान गोली चलाने वाले को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अपराध में इस्तेमाल हुई बंदूक को भी आरोपी के कब्जे से बरामद कर लिया है। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने रविवार को दी है।
बहस से पथराव तक पहुंची बात
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने कहा कि जुलूस शांतिपूर्ण जा रहा था। जब यह सी-ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंचा, तो एक व्यक्ति अपने 4- 5 लोगों के साथ मिलकर जुलूस में शामिल लोगों से बहस करने लगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पथराव शुरू हो गया।
अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार
IPC की धारा- 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307,120B और 27 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, घायल हुए कुल 9 लोगों का BJRM अस्पताल में इलाज जारी है। गोली का शिकार हुए एक सब-इंस्पेक्टर की हालत स्थिर है।
घटना की कहानी घायल चश्मदीद की जुबानी
हिंसा के दौरान गोली का शिकार हुए दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर ने कहा कि वह हजारों लोगों की भीड़ में फंस गए थे। उन्होंने कहा, ‘दोनों पक्षों की तरफ कम से कम एक- एक हजार लोग थे। वे पथराव कर रहे थे। भीड़ में से किसी ने गोलीबारी शुरू कर दी है, मुझे गोली लगी।’ पुलिसकर्मी के हाथ में गोली लगी थी। शनिवार को हनुमान जयंती पर निकले जुलूस के दौरान उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दो पक्षों के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान कई पुलिसकर्मी और लोग घायल हो गए थे। वहीं, कई वाहनों को भी भीड़ ने निशाना बनाया था। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का कहना है शाम को करीब 6 बजे हुई हिंसा में पथराव हुआ और कुछ वाहनों को भी आग लगा दी गई। इसके बाद जहांगीरपुरी और अन्य संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया था।
कौन है पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड
हनुमान जयंती हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 15 संदिग्धों में से एक अंसार को सांप्रदायिक झड़पों का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय बदमाश अंसार ने कथित तौर पर अपराध की साजिश रची थी। “हम अंसार से पूछताछ कर रहे हैं। उसे अन्य लोगों के बीच पकड़ा गया था। हम उसके कॉल डिटेल की जांच कर रहे हैं। अभी तक वह मुख्य संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि दो जुलूस गुजर चुके थे और यह तीसरा जुलूस था जिसे अंसार और उसके साथियों नें रोंका था। शुरुआत में पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया था और बाद में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया। अंसार ने कथित तौर पर लोगों को जुलूस रोकने के लिए उकसाया और पथराव करने को कहा। सूत्रों ने कहा, “उन्होंने इसकी पहले से योजना बनाई थी। अंसार उनकी अगुवाई कर रहा था, यही हमने अब तक की अपनी जांच में पाया है। “पथराव कर रहे लोगों ने एक दुकान को लूट लिया था।
अंसार पर पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज- सूत्र
पुलिस सूत्रों के अनुसार अंसार पर पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। एफआईआर में लिखा गया है कि शोभायात्रा शांतिपूर्ण निकाली जा रही थी और बहस के बाद उस पर पथराव किया गया।
FIR में क्या लिखा है?
शाम 6 बजे शोभा यात्रा जहांगीरपुरी के जामा मस्जिद पहुंची थी।
अंसार नाम का आदमी 4-5 साथियों के साथ पहुंचा था।
अंसार ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस की।
झगड़ा बढ़ा और पत्थरबाजी शुरू हो गई।
हिंसा काबू करने के लिए 40-50 आंसू गैस के गोले छोड़े गए।