ललितपुर। नाबालिग किशोरी के साथ थाने के इन्स्पेक्टर सहित 6 लोगो ने किया बलात्कार मुकदमा दर्ज। कोतवाल फरार रक्षक ही बना भक्षक। विभाग व व्यवस्था को शर्मशार करती अमानवीय घटना।
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में खाकी एक बार फिर शर्मसार हुई है, जिले के पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है। मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता दिखाते हुये पाली थाना इंचार्ज तिलक धारी सरोज सहित 6 लोगों के खिलाफ पास्को एक्ट, SC /ST एक्ट सहित सुसंगत धाराओ में FIR दर्ज कर पाली थाना निरीक्षक को निलम्बित कर दिया कोतवाल फरार हो गया।
पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये जहां जाकर उसके साथ तीन दिनो तक सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया गया। तीन दिनों बाद चारों आरोपियों ने नाबालिग किशोरी को थाने में पहुँचकर पाली थाना इंचार्ज के सुपुर्द कर फरार हो गये थे। जिसके बाद थाना इंचार्ज पाली ने नाबालिग पीड़ित को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया, दो दिन बाद उसे थाने में बुलाया गया जहां पाली थाना इंचार्ज ने बयान लेने के बहाने नाबालिग किशोरी को एक कमरे में ले जाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया और नाबालिग किशोरी को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाईन भेज दिया गया।
जहां बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान अपने साथ हुई पूरी घटना को बताया, जिस पर चाइल्ड लाइन की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता के साथ लेते हुये पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों के खिलाफ धारा 363, 376, 376 B,120 B, पास्को एक्ट और SC/ST एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कर आरोपी थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज को निलम्बित कर दिया और एक आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई कोतवाल सहित बाकी फरार है।
वहीं और विस्तारित जानकारी के लिये हमारी टीम नें जब पाली थानाध्यक्ष से बात करनें के लिये नम्बर मिलाया तो नम्बर स्विच आफ य नाट रीचेबल था, वहीं क्षेत्राधिकारी पाली में व्यस्तता वंश फोन पर बात करनें से मना कर दिया, जबकि पुलिस अधीक्षक ललितपुर का मोबाइल भी पाली थानाध्यक्ष के नक्शे कदम पर मिला।