रांची। ED ने शुक्रवार को झारखंड में प्रशासनिक अधिकारियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की। झारखंड के रांची और धनबाद में 20 से अधिक जगहों पर हुई छापेमारी में 17 करोड़ तक की बरामदगी सामने आई है। ED की टीम पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है। इस मामले में IAS पूजा सिंघल और उनसे जुड़े करीब 25 लोग फंसते दिख रहे हैं। पूजा सिंघल वर्ष 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक भी हैं।
17 करोड़ की बरामदगी
जानकारी के मुताबिक, मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में यह कार्रवाई हो रही है। इस मामले में झारखंड खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव पूजा सिंघल के आवास सहित कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। इस छापेमारी के दौरान अब तक 17 करोड़ की बरामदगी की खबर है। हालांकि, अभी ईडी टीम जांच पड़ताल में जुटी है।
2008 से 2011 के बीच हुआ गबन
सामने आया है कि साल 2008 से 2011 के बीच मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जांच चल रही थी। इसी सिलसिले में शुक्रवार को खान और भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक पूजा सिंघल के रांची आवास सहित अन्य ठिकानों पर ईडी की टीम ने एक साथ छापेमारी की गई है।
इन जगहों पर पड़ा छापा
इस छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने IAS पूजा सिंघल और उनसे जुड़े करीब 25 व्यक्तियों के ठिकाने पर छापामारी की है। इस दौरान 17 करोड़ बरामदगी की बात सामने आ रही है। टीम ने रांची में स्थित पल्स हॉस्पिटल के अलावा पंचवटी रेसिडेंसी, कांके रोड, चांदनी चौक, हरिओम टावर के साथ-साथ धनबाद के धनसार और सरायढेला तथा खूंटी क्षेत्र में भी ईडी की छापेमारी की गयी।
कौन है पूजा सिंघल
पूजा सिंघल वर्ष 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव के साथ-साथ झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक भी हैं। पूजा सिंघल खूंटी जिला की डीसी भी रह चुकी है। पूजा सिंघल के आवास समेत अन्य ठिकानों पर जिस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की गयी, उसमें झारखंड के जूनियर इंजीनियर राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा PMLA के तहत दर्ज मामले से भी जुड़ा है।