नैतिक सिंह व भाई द्वारा एससी ड्राइवर को दिये एडवांस मांगना पडा़ भारी, मरा समझ कर फेंका खेतों में, एससी एसटी एक्ट का मुकदमा लिखा, दोनों तरफ से हुई गिरफ्तारी- थानाध्यक्ष।

गया। बिहार के गया जिले के रसलपुर गाँव में दलितों द्वारा खुद के घर में आग लगाने के बाद विपक्षी को झूठे एससी एसटी एक्ट में फंसाने का मामला सामने आया है। घटना की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जहां एक व्यक्ति छोटू मांझी अपने ही छप्पर पर आग लगाते दिख रहा है।
दरअसल चाकन्द थाना क्षेत्र के रसलपुर ग्राम में ईंट भट्टे के मालिक के दो पुत्र नैतिक कुमार सिंह व विपुल सिंह मजदुर छोटू मांझी व बीरेंद्र मांझी को दिए अपने पैसे मांगने गए थे, जिस पर पहले तो छोटू ने अपने घर में आग लगा दी व बाद में नैतिक व विपुल को पीट पीट कर अधमरा कर दिया।
ट्रैक्टर चलाते थे दोनों मजदूर
शिकायती पत्र के अनुसार छोटू मांझी व बीरेंद्र मांझी पीड़ित के भट्टे पर टैक्टर चलाने का कार्य करते थे। भट्टा मालिक ने दोनों पर भरोसा करते हुए उन्हें एडवांस पैसा दे दिया था, जिसके बाद दोनों वापस मजदूरी पर नहीं आये। कई दिनों तक नहीं आने पर भट्टा मालिक के दोनों पुत्र मजदूरों से अपना पैसा मांगने गए थे, जहां उन पर हमला कर दिया गया।
नैतिक सिंह पर मुकदमा संख्या 114 scst एक्ट लगा है, जो दो लोगों के खिलाफ लिखी गई है। जबकि नैतिक सिंह की ओर से मुकदमा संख्या 115 मांझी की गिरफ्तारी भी हुई है। थानाध्यक्ष के अनुसार नैतिक सिंह बालू चोरी का काम करतें हैं।