उत्तर प्रदेश। दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस ने 81 वर्षीय एक चित्रकार को नाबालिग से रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 81 वर्षीय चित्रकार-सह-शिक्षक को नोएडा में सात साल से अधिक समय तक एक लड़की के साथ बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपी का नाम मौरिस राइडर है। जिसनें 20 वर्ष पूर्व हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म अपनाया था। पीड़िता ने पुलिस को आरोपी का ऑडियो वीडियो दिया तो पुलिस एक्शन में आ गई। पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया है।
सेक्टर 46 में रहने वाला आरोपी मूल रूप से इलाहाबाद का रहने वाला है। आरोपी पहले हिंदू था फिर उनसे क्रिश्चियन धर्म आपनाकर आपना नाम मेरिस राइडर रख लिया। डिजिटल रेप का केस सामने आते ही लोग इस रेप के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। नोएडा के सेक्टर-39 क्षेत्र में रहने वाला बुजुर्ग चित्रकार अपनी नाबालिग नौकरानी से डिजिटल रेप कर रहा था। अब पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी मौरिस राइडर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया है और तब जाकर उसकी गिरफ्तारी हुई है। उस पर पिछले सात सालों से 17 वर्षीय लड़की के साथ डिजिटल रेप का आरोप है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ‘डिजिटल रेप’ शब्द का अर्थ उंगलियों या पैर की उंगलियों का उपयोग करके जबरन यौन संबंध बनाना है। ऐसे अपराध पहले बलात्कार के दायरे में नहीं आते थे। बता दें कि भारत में 2012 के निर्भया कांड के मद्देनजर एक यौन अपराध को डिजिटल रेप के रूप में वर्गीकृत किया गया था। सेक्टर 39 पुलिस थाने के अधिकारियों ने राइडर को गिरफ्तार किया।
नोयडा सेक्टर 39 के एसएचओ राजीव कुमार ने बताया कि लड़की यहां अपने अभिभावक के साथ रहती है, जो करीब 20 साल से आरोपी का दोस्त है। अभिभावक ने मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। राजीव कुमार ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
जानें क्या होता है डिजीटल रेप
डिजिटल रेप का मतलब यह नहीं कि किसी लड़की या लड़के का शोषण इंटरनेट के माध्यम से किया जाए। यह शब्द दो शब्दों यानी डिजिटल रेप से बना है। अंग्रेजी के डिजिट का मतलब जहां अंक होता है वहीं अंग्रेजी शब्दकोश के मुताबिक उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली इन शरीर के अंगों को भी डिजिट से संबोधित किया जाता है। यानी यह बलात्कार की वह स्थिति है जिसमें उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली का इस्तेमाल नाजुक अंगों पर किया गया हो, डिजिटल रेप कहा जाता है।
”अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने बताया।
पुलिस ने कहा कि पेशे से कलाकार, व्यक्ति का हिमाचल प्रदेश में एक कार्यालय था और उसके एक कार्यकर्ता ने अपनी नाबालिग बेटी को उसके साथ रहने के लिए भेजा, ताकि वह शिक्षा प्राप्त कर सके। तभी से वह नाबालिग का यौन शोषण कर रहा था। “लड़की शुरू में डरी हुई थी … पिछले एक महीने में, उसने संदिग्ध की यौन प्रगति को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया, ज्यादातर ऑडियो फाइलों के रूप में। उसने बड़े पैमाने पर सबूत एकत्र किए और एक महिला के साथ अपनी दुर्दशा साझा की, जो संदिग्ध के साथ रहती थी, जिसने तब शिकायत दर्ज की थी, ”अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने यह जानकारी दी।