जैसे- जैसे विज्ञान व तकनीकी उन्नति करके आम आदमी के जीवन को बेहतर बनाने के लिये प्रयासरत हैं, ठीक उसी के सापेक्ष थोडा़ तकनीकी का कुशल समझ रखनें वाले आमजन को धोखा देनें के प्रयास में नित नये हथकंडे अपना रहें हैं, वहीं आमजन अपनी बर्बादी का कारण स्वयं बनता है वह भी अपनें हहज सःवभाव के कारण।
हमारे हेल्प लाइन नंबर 8960364678 पर हमारे एक क्लाइंट के परिचित नम्बर से व्हाट्सएप काल आती है, काल आते ही हमारे हेल्प लाइन पर एक लिखित संदेश भी व्हाट्सएप की ओर से आ जाता है। व्हाट्सएप काल पर उपस्थिति व्यक्ति द्वारा हमारे प्रतिनिध से कहा जाता है, सर आपके मोबाइल पर भूल से मेरे व्हाट्सएप का ओटीपी चला गया है सर प्लीज प्रवाइड करवा दें मेंहरबानी होगी।
जब हमारे प्रतिनिध द्वारा उक्त व्यक्ति से उसका नाम जाननें का प्रयास किया तो बंदे नें ओटीपी की ही मांग करता रहा व अनुरोध पर अनुरोध किया, जब उससे यह जानना चाहा गया कि मैं बेवकूफ य तुम उक्त जालसाज नें कार काट दी, हमारे प्रतिनिध नें जब उसे वीडियो काल करनी चाही तो सामनें वाले की ओर से काल काट दी गयी, फिर उसे मैसेज भेजकर यही जानना चाहा गया कि तुम बेवकूफ य हम। लेकिन कोई भी प्रत्युत्तर नही मिला।
वहीं जब उक्त व्हाट्सएप काल कर्ता नम्बर के वास्तविक नम्बर पर काल किया व व्हाट्सएप पर काल व व्हाट्सएप ओटीपी के बारें में जानकारी चाही तो सामनें वाले नें बताया भाई जी मेरा व्हाट्सएप काफी देर से नही चल रहा है, जब ओटीपी की बात आई तो पता चला उक्त व्यक्ति नें अपनें नम्बर पर प्राप्त व्हाट्सएप ओटीपी अपनें सहज स्वभाव वश व्हाट्सएप काल कर्ता को दे दी थी।
जिसके द्वारा बैकअप प्राप्त कर उक्त खाते से काल करके हमारे हेल्पलाइन पर काल करके आखिरी सच के व्हाट्सएप हैण्डल को हैक करनें का नियोजन किया गया था। जब हमनें उक्त व्हाट्सएप खाता धारक से पुनः खाते को रिस्टोर करनें को कहा गया व उक्त व्यक्ति नें तत्काल अपना व्हाट्सएप खाता वापस प्राप्त किया।