योगीराज में अपराधियों के हौसले बुलंद शराब के नसे में धुत्त होकर दो बजे रात में किए जान से मारने कोशिश की गयी, मामला मीरजापुर जनपद का है। हम दिखातें हैं पूर्वांचल के डानों मे से स्थानीय एक छत्रप की डानगीरी। घटना दिनांक 12 जून 2022 की है।
हलिया थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए पिड़ित ने बताया की थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत सिलहटा में सजहा शिव मन्दिर के पास रात को एक से डेढ़ बजे के करीब कमला गौतम किसान के खेत में उसके परिचित सियाराम निवासी कोटार पोस्ट हलिया जनपद मीरजापुर के कहनें पर सिंचाई हेतु बोरिंग का काम शुरु होने वाला था, कि अचानक रंजिशन ग्राम मधोर निवासी राकेश पटेल पिता श्यामलाल पटेल जो दो बोरिंग मशीनों का संचालक व बालू का कारोबार भी मध्यप्रदेश के चितरंजी क्षेत्र से सोननदी की बालू की भी बृहद स्तर पर सप्लाई उत्तर प्रदेश मीरजापुर में सप्लाई करता है। मनबढ़ बोरिंग कारोबारी ने अपने साथियों द्वारा पूरी प्लानिंग के साथ सात लोग क्रमशः राकेश पटेल पुत्र श्याम लाल पटेल, अनिल मौर्या वन विभाग के वाचर पद पर हलिया में गुर्गी बीट में तैनात हैं व अवैध बालू के परिवहन को सुगम बनाकर पटेल के अवैध कारोबार के सहयोगी हैं, पांच अन्य अज्ञात। पीड़ित की बोरिंग मशीन पर पहुंच कर गाली गलौज करने लगे बोरिंग कर रहे लोग रमेश शुक्ला पुत्र श्री कान्त शुक्ला निवासी मतवार पोस्ट मतवार थाना हलिया जनपद मीरजापुर, प्रशांत निवासी हलिया, अजय निवासी हलिया कुछ समझ पाते कि इसके पहले ही नसे में धुत्त अराजक तत्वों ने मां बहन की भद्दी- भद्दी गालियां देते हुए मारने पिटने पर अमादा हो गये, और काम न बन्द करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए हाथा पाई करने लगे।
मौके पर मौजूद काम करा रहे किसान कमला गौतम, विजय गौतम मास्टर, विजयशंकर कमला के दामाद, शिवनारायण कमला के दामाद जिनके कहनें पर रमेश चन्द्र शुक्ला अपनी मां विंध्यवासिनी बोरवेल की ओर से बोरिंग करनें गये थे। परिजनों और उनके रिश्तेदारों द्वारा बीच बचाव किया गया, और काम बंद करा दिया गया, काम कर रहे लोगों ने किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से चले आए, इसके पहले भी कई बार तथाकथित गुंडे द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। ऐसे में शरीफो का आजीविका चलाना भी मुश्किल हो गया है, योगी राज़ में भी कहीं कहीं गुंडों के हौसले बुलंद होते दिखाई दे रहे हैं।
पीड़ित ने थाना प्रभारी हलिया को शिकायती पत्र देते हुए अपील किया निष्पक्ष जांच कराया जाए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए, और पिडित द्वारा शिकायत पत्र को सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया, जिससे थाना प्रभारी हलिया आग बबूला हो गये और शिकायत कर्ता से सोशल मीडिया से सिकायत को मिटवाया गया और सिकायत कर्ता को ही जेल भेज दिया गया।
जबकि पिडित के खिलाफ द्वितिय पक्ष द्वारा कोई सिकायत नहीं किया गया था, इसके बावजूद भी पिड़ित को जेल भेजा गया, इस तरह के कानून व्यवस्था से कहीं न कहीं कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान जरुर खड़े होते हैं, और अपराधियों को संरक्षण मिलता है, ऐसे में रामराज्य की परिकल्पना कैसे की जा सकती है