कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर में एक पत्रकार बंधु से एक अभियुक्त नें जबकि अखिलेश तिवारी जी अपनें घर से डीजल लेनें जानकी पेट्रोल पम्प जा रहे थे पेट्रोल पम्प से कुछ दूर पहले एक अभियुक्त नें तिवारी जी को रास्ते में रोंककर बताया कि डकैती के अभियोग से दोनों को इस शर्त पर छोड़नें को तैयार थे कि वह तिवारी को गोली मार दें, जिसपर दोनों अपराधियों नें तिवारी की हत्या न करनें का निर्णय लेखर जेल जाना उचित समझा, व कल 22 जून को शाम में यह जानकारी उन्हें दी।
पत्रकार अखिलेश तिवारी नें पुलिस अधीक्षक को भेजा व्हाट्सेप मैसेज से शिकायत
यह मैसेज दिनांक 22 जून को व्हाट्सएप के माध्यम से अखिलेश तिवारी नें पुलिस अधीक्षक महोदय कुशीनगर को भेजा था। “आज मैं गाड़ी से जा रहा था। तभी एक लड़का बाईक से आकर हाथ दिया तो मैं रुका, उसने पूछा कि आपका नाम अखिलेश तिवारी है ना। मैंनें जैसे ही बोला हां बताइए तो उसने बोला’ भैया आपसे कुशीनगर SOG वाले क्यों खार खाए हैं?’ मैंनें पूछा क्या हुआ तो उसने कहा कि मैं एक अपराधी हूं। जब SOG वालों ने मुझे पकड़ा तो मुझसे कह रहे थे कि अखिलेश तिवारी को गोली मार दो हम लोग तुम्हे छोड़ देगें। मैं बोला कि मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है मैं ऐसा क्यों करूं तो उन लोगों ने कहा कि उसने नाक में दम कर रखा है। मैं उन लोगों से कहा कि आप लोग मुझे जेल भेज दीजिए लेकिन मैं उनको नहीं जानता हूं तो नही मार सकता। भैया आप उन लोगों से बच कर रहिएगा वो कुछ भी करा सकते हैं।
यह संदेश रात्रि 9:25 बजे भेजा गया है, जबकि आज दिनांक 23 जून को इस आशय से संदर्भित शिकायती पत्र अखिलेश तिवारी जी नें पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को भेजा है, जिसमें घटना जानकी नगर पेट्रोल पंम्प से पहले पड़रौना कसिया रोड पर बताया गया है, जिसमें घटना की जांच करवाकर संवैधानिक कार्यवाही करवानें की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक नें जांच कमेटी गठित की
आखिरी सच टीम नें जब इस घटना पर क्या कार्यवाही की गयी है, जाननें के लिये कुशीनगर पुलिस अधीक्षक से जानकारी चाही तो, पुलिस अधीक्षक महोदय नें जांच कमेटी गठन कर दिये जानें की बात कही है, व जांच कमेटी द्वारा प्राप्त जांच आख्या के आधार पर संवैधानिक कार्यवाही का आश्वासन आखिरी सच के सम्पादक विनय श्रीवास्तव से टेलीफोनिक वार्ता में कही है।