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अभिषेक चढ़ार की मौत शायद खोल दें, भोपाल श्रमोदय विद्यालय के प्रादेशिक जिम्मेदारों की आंखे, अभिनिका पाण्डेय हैं य शामत, उक्त केस में आखिरी सच का सनसनीखेज खुलासा, फांसी ड्रामा था अभिषेक के सर पर चोट पायी- पिता।

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भोपाल। खजूरी सड़क थाना इलाके में स्थित श्रमोदय विद्यालय के छात्रावास में शनिवार दोपहर में एक किशोर ने फांसी लगा ली। वह दसवीं कक्षा में पढ़ता था। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना के बाद पुलिस के अलावा प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। उधर बाल आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है। आयोग की टीम सोमवार को घटनास्थल का निरीक्षण करेगी।

खजूरी सड़क थाना पुलिस के मुताबिक 16 वर्षीय अभिषेक पुत्र राजाराम चढ़ार मूलत: टीकमगढ़ का रहने वाला था। उसके पिता मोटर वाइंडिंग का काम करते हैं। अभिषेक पिछले चार साल से ग्राम मुंगालिया छाप स्थित श्रमोदय स्कूल में पढ़ रहा था। इस स्कूल में उसकी दो बहनें भी पढ़ती हैं। बड़ी बहन 11 वीं में पढ़ती है। एक छोटी बहन भी यहां पढ़ती है।



लंच में पहुंचा था छात्रावास

स्कूल में दोपहर दो बजे से दो बजकर पचास मिनट तक लंच होता है। इसमें बच्चे छात्रावास में अपने कमरे पर चले जाते हैं। एक कमरे में तीन छात्र रहते हैं। मामले की जांच कर रहे एसआइ इंदरसिंह मुजाल्दा के मुताबिक लंच का समय पूरा होने के बाद अभिषेक का एक साथी तो स्कूल पहुंच गया था, लेकिन अभिषेक और एक अन्य छात्र स्कूल नहीं पहुंचे। उन्हें बुलाने शिक्षक छात्रावास पहुंचे, तो पता चला कि अभिषेक ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। उसका साथी काफी देर से दरवाजा खटखटा रहा था। अनहोनी की आशंका से शिक्षक ने कारपेंटर को बुलवाकर दरवाजा खुलवाया तो अभिषेक फांसी पर लटका हुआ था। उसे फंदे से उतारकर जेपी अस्पताल पहुंचाया गया, वहां चेक करने के बाद डाक्टर ने अभिषेक को मृत घोषित कर दिया। घटना का पता चलने पर प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे और शिक्षक एवं विद्यार्थियों से पूछताछ की। तलाशी में मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना की सूचना मृतक के स्वजन को भेज दी गई है। मामले की जांच की जा रही है।



मोबाइल फोन चोरी हुआ, डांट भी पड़ी थी

स्कूल में मोबाइल फोन रखने पर पाबंदी है। बताया जाता है कि अभिषेक अपने घर से मोबाइल फोन लेकर आया था। उसका फोन कहीं खो गया था। उधर स्कूल प्रबंधन को अभिषेक के मोबाइल फोन रखने की जानकारी मिली थी, तो अभिषेक को डांट भी पड़ी थी। इससे वह तनाव में चल रहा था। इसके अलावा अभिषेक के पढ़ाई में कमजोर होने के कारण हीन भावना से ग्रसित होने की भी चर्चा है। इस मामले में एसडीएम हुजूर आकाश श्रीवास्तव का कहना है कि इस मामले में खुदकुशी की वजह अभी स्पष्ट नहीं होसकी है। स्कूल में छात्र की दो बहनें भी पढ़ती हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बाल आयोग ने लिया संज्ञान

श्रमोदय विद्यालय के छात्रावास में छात्र द्वारा खुदकुशी करने के मामले में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने बताया कि सोमवार को आयोग का दल घटनास्थल का निरीक्षण करेगा। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कारवाई की सिफारिश की जाएगी।

जबकि आखिरी सच विद्यालय प्रशासन पर लिख चुका है तानाशाही पर रिपोर्ट

आपको बतातें चलें कि आखिरी सच परिवार पूर्व में ही लगा चुका है हिटलरशाही का अभियोग, विद्यालय प्रबंधन व प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अपनें कान बंद करके बैठें है, स्थानीय प्रादेशिक ही नही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से तब तक मौन रहते हैं, जब तक की कोई अभिषेक इनकी आंख खोलनें के लिये बलि का बकरा बनना ही पड़ता है। शायद अब माननीय मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह माननीय मंत्री श्रम विद्यालय को आखिरी सच परिवार की बात याद करनी ही चाहिये। व वर्तमान में जिम्मेदार माननीय शिक्षामंत्री इंदरसिंह परमार को कठोर निर्णय लेनें के लिये बाध्य हों।

वही आखिरी सच परिवार टीम नें जब इंचार्ज प्रधानाध्यापिका अभिनिका पाण्डेय को जब देर रात्रि उक्त घटना क्रम में जानकारी हेतु व्हाट्सेप मैसेज के माध्यम से जानकारी चाही लेकिन महोदया जी नें एक भी शब्द प्रत्युत्तर में नही लिखा। कोई भी जिम्मेदार यदि विद्यालय का विधिवत सत्यापन किया जाये तो अभिनिका पाण्डेय स्वयं अनुशासनहीनता व जिम्मेदारियों के प्रति उदासीनता का बेजोड़ नमूना हैं।



पूर्व में भी बच्चों व बच्चियों के पास मोबाइल पाये जानें पर पाण्डेय का रूख बहुत ही तानाशाही पूर्ण रहा बच्चों को शारीरिक दण्ड के साथ ही विद्यालय स्थानांतरण प्रमाणपत्र दिये जानें का उपक्रम करके उन्हें मानसिक व आर्थिक यातनाएँ देनें की भी बातें बच्चे दबी जुबान कहते तो हैं लेकिन नाम न छापनें की शर्त रखते हैं।

लेकिन अभिषेक चढ़ार की मौत का सनसनीखेज खुलासा केवल आखिरी सच पर

अभिषेक नें अगस्त शुरूआत में ही अपनें ही गांव के कक्षा बारह में पढ़ रहें छात्र का मोबाइल चोरी किया था जिसकी पड़ताल में सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से यह जानकारी हुई थी, व मोबाइल प्रबल मेहता जो कि वहां पर अध्यापक हैं, नें जमा कर लिया था। अभिषेक को धमका कर चार थप्पड़ मारकर प्रबल मेहता नें अभिनिका पाण्डेय व नंदिनी त्रिपाठी की उपस्थिति मे 5 तारीख को मोबाइल बरामद किया था। जबकि पांच तारीख को रात्रि में प्रबल मेहता शराब पीकर हास्टल आये थे तथा अभिषेक के साथ बर्बर मारपीट की थी। छः तारीख को बच्चे नें दो बजे से तीन बजे के बीच फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली ऐसा विद्यालय प्रबंधन का कहना है, जबकि बच्चे के पिता नें बच्चे के सिर पर चोट होना बताया है, साथ ही फोटो भी परिवार के पास सुरक्षित हैं ऐसा पिता का कहना है।


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57 thoughts on “अभिषेक चढ़ार की मौत शायद खोल दें, भोपाल श्रमोदय विद्यालय के प्रादेशिक जिम्मेदारों की आंखे, अभिनिका पाण्डेय हैं य शामत, उक्त केस में आखिरी सच का सनसनीखेज खुलासा, फांसी ड्रामा था अभिषेक के सर पर चोट पायी- पिता।

  1. Me 26 June ko usko uske school chhodne gyi thi or fhir 31 July ko milne bhi gyi thi agar khuchh bhi bat hoti to Bo mujhe jrur btata sir mene bahar le jane ke liye uske sir 3 bar anumati magi lekin sir uske upar mere hi samne chillakar dat diya ki jo bhi Samara ki jrurat hai to me le kar la du bahar nhi le duga me jabki mene bhut jare bachcho ko unke parents ke sath bahr le jate huye dekha paya mene sir se bhi bola ki sir or bhi bhchche to gy hai bahr bs me saman dila ke bhej dugi andar sir hm to bhi nhi Mane sir ,sir kya hm greebo ko koi nhi hota aap hi btaiye

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