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ओपीडी में रोज पहुंच रहे 4000 से ज्यादा मरीज … गैस राहत के अस्पतालों में होने चाहिए 80 विशेषज्ञ , लेकिन हैं सिर्फ 28 डॉक्टर भोपाल!

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ओपीडी में रोज पहुंच रहे 4000 से ज्यादा मरीज … गैस राहत के अस्पतालों में होने चाहिए 80 विशेषज्ञ , लेकिन हैं सिर्फ 28 डॉक्टर भोपाल!

भोपाल! गैस पीड़ितों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए छह अस्पताल तो हैं , लेकिन वे खुद ही बीमार हो रहे हैं । इनमें 70 % विशेषज्ञ और 40 % डॉक्टरों की कमी है । विभाग ने इस समस्या से निपटने संविदा डॉक्टर्स तो तैनात किए हैं , लेकिन ज्यादातर नौकरी छोड़कर चले गए । छह अस्पतालों की ओपीडी का आंकड़ा 4000 से भी ज्यादा होता है । दो अस्पताल इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू अस्पताल प्रसूताओं के लिए भी हैं । यहां आए दिन सोनोग्राफी की जांच निजी लैब से करवाने के मामले सामने आते हैं , क्योंकि यहां मशीनें तो हैं , लेकिन स्पेशलिस्ट और तकनीशियन नहीं । यही स्थित इंदिरा गांधी महिला अस्पताल में है , जहां विशेषज्ञों की कमी लंबे समय से बनी हुई है।

गैस राहत के छह अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 80 पद स्वीकृत हैं, जबकि 52 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पद खाली

गैस राहत के छह अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 80 पद स्वीकृत हैं , जबकि 52 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पद खाली हैं । साल – दर साल विशेषज्ञ डॉक्टर रिटायर हो रहे हैं और भर्ती नहीं होने के कारण इनकी कमी होती जा रही है । • जवाहरलाल नेहरू पद : 23 , रिवत 4 , स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पद 11. रिक्त हैं 8 ( स्पेशलिस्ट डॉक्टर केवल 3 हैं , जबकि ओपीडी का आंकड़ा 500 तक पहुंचता है ) 4 अस्पतालों में तो न एनिस्थीसिया विशेषज्ञ और न ही सर्जन डॉक्टर भोपाल ग्रुप फॉर इन्फार्मेशन एंड एक्शन की सदस्य रचना ढींगरा का कहना है कि गैस . • इंदिरा गांधी पद 42 , रिक्त 16 , स्पेशलिस्ट डॉक्टर 14 , रिक्त 8 ( 4 स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं . जबकि , यहाँ भी ओपीडी का आंकड़ा 500 से ज्यादा पहुंच जाता है ) पीड़ित किडनी रोग , फेफड़ों की समस्या , तंत्रिका तंत्र , पेट और लीवर की बीमारियों से ग्रस्त हैं , लेकिन एक भी अस्पताल में इनके डॉक्टर ही नहीं हैं । सर्जरी करने के लिए न तो सर्जन मौजूद है और न ही एनिस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर । 6 में से 4 गैस राहत अस्पतालों में सर्जरी की सुविधा ही बंद है । व्यवस्थाएं बेहतर कर रहे हैं किस अस्पताल में क्या है स्थिति • कमला नेहरू पद : 40 . रिक्त : 21 , स्पेशलिस्ट डॉक्टर : 25 , रिक्त 13 ( सुपर स्पेशलिटी वाले इस अस्पताल में 12 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी . जबकि ओपीडी 500 है ) गैस राहत के अस्पतालों में डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है । लगातार व्यवस्थाएं बेहतर कर रहे हैं । कुछ अस्पतालों में हाल ही में डॉक्टर्स भेजे गए हैं । गैस पीड़ितों को इलाज की अच्छी सुविधा मिले इसके लिए मॉडर्न ओटी बनवाए गए हैं । – बसंत कुर्रे , संचालक , गैस राहत विभाग

• खान शाकिर अली खान
पद : 14. रिक्त 3. स्पेशलिस्ट डॉक्टर 11 रिक्त 10 ( 100 बिस्तरों का अस्पताल , 500 से ज्यादा ओपीडी , लेकिन स्पेशलिस्ट डॉक्टर 1 ही है )
• मास्टर लाल सिंह
पद : 8 , रिक्त 1 स्पेशलिस्ट डॉक्टर 8 . रिक्त 7 ( एकमात्र स्पेशलिस्ट डॉक्टर के भरोसे अस्पताल चल रहा है , जबकि यहां रोजाना की ओपीडी 250 से ज्यादा है )
• आरएएस पल्मोनरी
पद 14 . रिक्त 2. स्पेशलिस्ट डॉक्टर 11 , रिक्त 6 ( श्वांस के रोगियों के लिए बने आरएएस पल्मोनरी अस्पताल में सिर्फ पांच स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं )
.जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल
पद 23 रिक्त 4 स्पेशलिस्ट डॉक्टर 11 रिक्त पद 8 जिसमें 3 स्पेशलिस्ट डॉक्टर है।रोज ओपीडी का आंकड़ा 500 से अधिक होता है।

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