बिहार (संवाददाता कुमार चन्द्र भूषण तिवारी की रिपोर्ट कैमूर)। रामपुर अंतर्गत खरेंदा पंचायत के मुखिया व रोजगार सेवक द्वारा जो मजदूर मनरेगा में कार्य किए हैं। उनके खाते में अभी तक पैसा नहीं भेजा गया, जबकि कुछ दिन पहले ही यह बात खुलकर सामने आया कि मृत लोगो के नाम पर उपस्थिति दर्ज कर खातों में पैसा भेजा गया। मनरेगा मजदूरों के खाते में पैसा ना जाने की वजह से मजदूर परेशान है।
मजदूरों का कहना है कि खरेन्दा पंचायत में कहीं पर मृतक के खाते में पैसा डाला जाता है तो कहीं पर पढ़ने वाले बच्चे के खाते में, असल में जो काम करते हैं उनके खाते में पैसा नहीं जाता है।
विगत 27 जून को मजदूरों द्वारा प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी से आवेदन के माध्यम से गुहार लगाया गया था। के संदर्भ में कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा मजदूरों को यह आश्वासन दिया गया था, कि 8 दिन के अंदर सब के खाते में पैसा चला जाएगा। लेकिन 3 महीना हो गया अभी तक किसी के खाते में पैसा नहीं आया।
मनरेगा मजदूर लक्ष्मी देवी, राम नगीना राम, शंकर बिन्द, रामरति देवी, गाहना देवी, रीता देवी, लक्ष्मीना कुँअर इत्यादि द्वारा उच्च पदाधिकारियों से जांच के लिए गुहार लगाया गया।
इस संदर्भ में मनरेगा के पीओ का कहना है कि पैसा सब के खाते में डाला गया है। पर मजदूरों द्वारा जब बैंक पहुंचकर जांच किया गया तो अभी तक उनके खाते में पैसा नहीं आया है। यह जांच का विषय है कि क्या काम करने वाले मजदूर के खाते में पैसा जा रहा है, या मृतक व पढ़ने वाले बच्चों के के खाते में पैसा जा रहा है। यह बात मजदूरों का कहना है।