शिवराज कैबिनेट की मुख्य कुर्सी पर महाकाल की तस्वीर रखी…। मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री सामने बैठे…। कुछ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भी जुड़े…।
उज्जैन। महाकाल की नगरी (mahakal city) उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट बैठक (cabinet meeting) हो रही है। नए कलेक्टर भवन में होने वाली कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी के दौरे और महाकाल कॉरिडोर को लेकर सरकार का फोकस है। क्योंकि 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री महाकाल परिसर स्थित कॉरिडोर का लोकार्पण करने आ रहे हैं। इधर, कैबिनेट बैठक में महाकाल कॉरिडोर का नाम महाकाल लोक (mahakal lok) कर दिया गया है।
उज्जैन में पहली बार कैबिनेट बैठक मंगलवार दोपहर 12.30 बजे शुरू हुई। प्रशासनिक संकुल भवन के तीसरी मंजिल पर इसका इंतजाम किया गया था। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित उनके मंत्री व विभागों के सचिव शामिल हुए। इस बैठक की खास बात यह थी कि इसमें मुख्य कुर्सी पर बाबा महाकाल की तस्वीर रखी गई थी। जिसकी पूजाअर्चना के बाद कैबिनेट की बैठक शुरू हुई। सीएम के साथ ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, गोविंदसिंह राजपूत समेत अन्य मंत्री पहुंच गए थे। कुछ मंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे। महाकाल कॉरिडोर का नाम ‘महाकाल लोक’ (mahakal lok) कर दिया गया है।
यह पहला मौका है जब शिवराज कैबिनेट की अहम बैठक महाकाल की नगरी में हो रही है। इस बैठक में खास बात यह रही कि कक्ष की मुख्य सीट पर बाबा महाकाल की तस्वीर रखी गई। इसके बाद कैबिनेट बैठक शुरू हुई। इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह सब महाकाल की कृपा से हो रहा है। तेरा तुझको अर्पण। हम लोग सेवक की भूमिका में है।
कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह ऐतिहासिक पल है। 2017 में हमारी सरकार के समक्ष यह विचार आया था कि महाकाल कारिडोर का विस्तार करना चाहिए। परिसर के विस्तार की योजना बनाई गई। एक साल में इसका लक्ष्य तय किया था। कारिडोर का लोकार्पण तो प्रधानमंत्री कर रही रहे हैं, लेकिन जनता के लिए भी भव्य आयोजन होगा।
पीएम मोदी के 11 अक्टूबर को उज्जैन दौरे को लेकर उज्जैन में हो रही है शिवराज कैबिनेट की बैठक। इसमें महाकाल कॉरिडोर और पीएम मोदी के दौरे को ध्यान में रखते हुए कई फैसले लिए जाएंगे। यह पूरी बैठक इस बार महाकाल कॉरिडोर और पीएम मोदी को लेकर फोकस की गई है। इनके अलावा प्रदेश के अन्य विभागों के फैसले भी लिए जाएंगे।कैबिनेट बैठक की सभी तैयारी पूरी। पहली बार उज्जैन में हो रही बैठक के लिए तीन दिन से व्यस्त थे जिला प्रशासन के अफसर।
खाद्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना का प्रस्ताव। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में ठेके से ली जाने वाली परिवहन सेवा को बंद कर सरकार प्रदेश के युवाओं को बैंक से कर्ज के जरिए वाहन खरीदकर खाद्यान्न परिवहन की व्यवस्था करेगी।
महाकाल कॉरिडोर भी जा सकते मंत्री
कैबिनेट बैठक में शामिल होने वाले मंत्री व अफसरों के लिए महाकाल कॉरिडोर को देखने भी जा सकते हैं। प्रशासन की ओर से कॉरिडोर में भी व्यवस्थाएं की गई है । बताया जा रहा है कि तैयारियों से जुड़े अधिकारी यहां अब तक हुए कार्यों का जायजा भी लेंगे।नई दिशा में उज्जैन विकास की सबसे बड़ी संभावना पर्यटन क्षेत्र में है। महाकाल की नगरी में पहली बार प्रदेश सरकार मौजूद है। यहां प्रदेश हित में कई निर्णय लिए जा रहे है। ऐसे में यह सबसे उपयुक्त समय है, जब अन्य निर्णयों के साथ महाकाल की नगरी के विकास पर भी मंथन और कुछ जरूरी फैसले हों। शहर पर्यटन राजधानी का वास्तविक दर्जा चाहता है। संयोग है कि आज पर्यटन दिवस पर पूरी सरकार यहीं मौजूद रहेगी। उज्जैन के लिए इस संयोग को ऐतिहासिक बनाया जा सकता है। यदि सरकार कुछ ऐसे फैसले ले, जो भविष्य में इसे टूरिज्म कैपिटल बनाने का आधार साबित हों।