इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में 6 माह की गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है, जहां आरोपियों ने गर्भवती महिला को नौकरी दिलाने के नाम पर मिलने बुलाया और नाश्ते में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
इतना ही नहीं घटना के बारे में किसी को बताने पर उसके पति को भी जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद पीड़िता ने 15 दिन बाद गुरूवार रात खजराना थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर चारों आरोपियों अफजल, अरबाज़, सैयद और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया हैं।
पीड़िता ने सुनाई आप बीती घटना का भयावह सच
पीड़िता ने बताया कि उसकी लव मैरिज हुई थी और इंदौर के खजराना इलाके में रहतीं है, जहां नौकरी की तलाश के चलते उसने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली थी। जिसके कुछ दिन बाद एक आरोपी अरबाज़ ने मुझसे संपर्क किया और बात करने लगा।
लेकिन एक महीने बाद प्रिंस नाम के युवक ने 14 सिंतबर को नौकरी के सिलसिले में रीगल चौराहे पर मिलने बुलाया, जहां चारों आरोपी पहले से मौजूद थे। जिसके बाद उन्होंने मेरे नाश्ते में नशीला पदार्थ मिला कर विजयनगर स्थित एक कमरे में ले जा कर दुष्कर्म किया।
हिन्दू लड़की से संबंध बनाने पर जन्नत नसीब होती है
पीड़िता ने बताया कि जब मेरे द्वारा गर्भवती होने की बात कहीं गई, तो आरोपी अफज़ल कहने लगा कि उनके धर्म में यह सब चलता है और हिन्दू लड़की के साथ संबंध बनाने पर उन्हें जन्नत प्राप्त होती हैं। इतना ही नहीं अफजल ने धमकी दी और कहा कि अगर घटना के बारे में किसी को भी बताया तो वो उसके पति को जान से मार देगें।
किसी स्वघोषित दलित हितैषी मीडिया य संगठन नें नही उठाई आवाज
भीम समर्थक मीडिया य संगठन नें अपनें आकाओं के सजातियों द्वारा किये गये इस कुकर्म के विरोध में न तो एक लाइन किसी भी सामाजिक संचार माध्यम पर लिखा न ही किसी तथाकथित दलित हितैषी संगठन के मठाधीश नें कोई धरना प्रदर्शन य ज्ञापन ही जिम्मेदारों को सौंपनें का काम किया। खैर आखिरी सच किसी जाति, धर्म, सम्प्रदाय, भाषा य लिंग को समर्थित नही है, हम सच के साथ व गलत के विरोधी हैं, जो मीडिया का नैतिक मूल्य हैं।