जबलपुर। अधिवक्ता अनुराग साहू आत्महत्या मामले में बेहद हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। टीआई संदीप अयाची की जमानत अर्जी पर सुनवाई से ठीक पहले जिन दो पत्रों ने सनसनी बचाई, वह बचाव पक्ष के अधिवक्ता द्द्वारा ही भेजे गए थे। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने एक सिरे से जब शुरु की तो सिविक सेंटर और रेलवे स्टेशन के डाक घर से की गई पोस्ट के साथ आत्महत्या तक की गुत्त्थी सिलसिलेवार सुलझती गई। पुलिस ने मृतक अधिवक्ता अनुराग साहू के अलावा दो अन्य वकीलों के साथ एक मुंशी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में एएसपी शहर गोपाल खाण्डेल ने बताया कि उच्च न्यायालय से एक महिला आरक्षक के नाम से की गई शिकायत 26 एवं 28 सितम्बर को मिली थी। तीन तरह से इंवेस्टीगेशन- 01- इलेक्ट्रॉनिक एविडें-
पुलिस ने सबसे पहले लेटर की जांच पडताल की और सील के जरिए डाकघर का ठिकाना ढूंठ निकाला। पहला पत्र
26 सितंबर को सिविक सेंटर पोस्ट ऑफिस से भेजा गया। पुलिस ने इसके अलावा रेलवे स्टेशन पोस्ट ऑफिस के सीसीटीवी भी खंगोल और वहां से दूसरी चिट्ठी पोस्ट करने वाले अधिवक्ता को भी ढूंठ निकाला।
02-मौखिक बयान दर्ज-
जांच पड़ताल के दौरान आवेदिका महिला आरक्षक के कथन लिए गए। इसके अलावा थाना प्रभारी अधारताल से &0 सितम्बर को अधिवक्ता अनुराग साहू के मामले में दर्ज किए गए मर्ग से जुडे मामले में गवाहों के बयान जुटाए गए।
जांच टीम ने मुखबिरों के नेटवर्क को भी एलर्ट किया और मिलने वाले इनपुट के आधार पर कुछ बयान दर्ज कराए गए।
हैंड राइटिंग एक्सपर्ट की रिपोर्ट-
होईकोर्ट के समक्ष भेजे गए दोनों लेटर हस्तलिखित थे लिहाजा, राईटिंग एस्पर्ट की मदद ली गई। जानकारों का कहना है कि इसके लिए मप्र शासन के राÓय परीक्षक प्रश्नास्पद प्रालेख िवभाग के विशेषज्ञों ने रिपोर्ट सौंपी जिसमें हाईकोर्ट के भेजे गए पत्रों की लिखावट अधिवक्ता अनुराग साहू की हैंड राइटिंग से मैच कर गई।
जानिए… इस षडयंत्र के किरदारों को-
अधिवक्ता अनुराग साहू:- पुलिस के अनुसार अधिवक्ता अनुराग साहू ने अपने हाथों से हाईकोर्ट जज के नाम दो पत्र तैयार किया। इसमें सुनवाई को प्रभावित करने की मंशा के साथ कुछ मनगंठत तथ्य जोडे गए।
अधिवक्ता ओमकार पटेल:- आरोपी अधिवक्ता ने 16 सितंबर को पत्र लिया और अपने साथी राजा चौधरी और पप्पू विश्वकर्मा के साथ अलग-अलग तारीख पर दो डाक घरों से पोस्ट कर दी।
2 अधिवक्ता और 1 मुंशी गिरफ्तार, एक दिन की रिमांड पर बुधवार को सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 182, 419, 420, 465, 468, 469, 471, 500, 120 बी भादंवि का मामला दर्ज कर लिया गया। साथ ही रामपुर पटेल मोहल्ला गोरखपुर निवासी 40 वर्षीय ओमकार पटेल, छोटी ओमती पुलिस निवासी 55 वर्षीय शिवनारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा तथा बल्दीकोरी की दफाई घमापुर निवासी 41 वर्षीय राजा चौधरी को गिरफ्तार कर सीजेएम आलोक प्रताप सिंह की अदालत में पेश किया।
अभियोजन की ओर से आरोपियों को 17 अक्टूबर तक रिमांड में भेजने की मांग की गई। कोर्ट ने एक दिन की रिमांड पर आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया।