दुदही(कुशीनगर)। विकास खंड दुदही स्थित चाफ गांव की पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव के खिलाफ 17 लाख 16 हजार रुपये गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है।
आरोप है कि पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव ने शौचालय का निर्माण कार्य कराए बिना ही रकम की निकासी कर ली। इस मामले में एडीओ पंचायत दुदही ने विशुनपुरा पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस छानबीन में जुटी है।
चाफ गांव के श्याम बदन सिंह ने उच्च न्याय इलाहाबाद (प्रयागराज) में वाद दाखिल किया था। उन्होंने कोर्ट को बताया कि शौचालय के निर्माण कार्य के लिए मिली रकम का गबन कर लिया गया है। इसके बाद मामले की जांच के आदेश हुए। निदेशक जिला ग्राम्य अभिकरण कुशीनगर को जांच की जिम्मेदारी मिली। उन्होंने तीन अक्तूबर को जांच पूरी करके अपनी रिपोर्ट उच्चधिकारियों को दे दी।
जांच में पता चला कि 838 लाभार्थियों का शौचालय बनाने के लिए भुगतान किया जा चुका है। प्रति शौचालय बनाने के लिए 12 रुपये धनराशि दी गई थी, लेकिन इनमें 143 लोगों ने निर्माण कार्य नहीं कराया है। लाभार्थियों को धनराशि नहीं दी गई इसलिए शौचायल का निर्माण नहीं हो सका। इस हिसाब से 143 शौचालयों के निर्माण में 17 लाख 16 हजार रुपये का गबन का मामला सामने आया।
जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में ग्राम चाफ की तत्कालीन प्रधान मंजू देवी और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी (वर्तमान में खड्डा ब्लाक में तैनात) प्रमोद कुमार पर धन का गबन करने का दोषी बताया गया है, जो जाँच में सही पाया गया।
मामले में डीएम एस. राजलिंगम ने 14 अक्तूबर को तत्कालीन प्रधान और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए। इसके बाद दुदही के एडीओ पंचायत मजरुल हक ने विशुनपुरा पुलिस को तहरीर दी। तहरीर के आधार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस संबंध में थानाध्यक्ष महेंद्र राम प्रजापति का कहना है कि मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।