दीपावली पर लक्ष्मीपूजन का शुभ मुहूर्त्त- जानते है वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल जी से, सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल, कोलकाता, इंटरनेशनल वास्तु अकादमी सिटी प्रेजिडेंट कोलकाता
दीपावली पर लक्ष्मीपूजन का शुभ मुहूर्त्त
इस वर्ष कार्तिक कृष्ण प्रदोष व्यापिनी अमावस्या, दिनांक २४ अक्टूबर २०२२ को प्रदोषकाल में अमावस्या होने पर इसी दिन दीपावली का पर्व मनाया जायेगा। लक्ष्मीपूजन प्रदोषयुक्त अमावस्या को स्थिर लग्न व स्थिर नवमांश में किया जाना शास्त्रोक्त है। इस वर्ष अमावस्या २४ अक्टूबर को सायं ०५ :२७ से प्रारम्भ होकर २५ अक्टूबर को सायं ०४ :१८ तक रहेगी।
दिवाकाल का श्रेष्ठ समय
अमृत का चौघड़िया
प्रातः ०६ :३५ से प्रातः ०७ :५९ , शुभ का चौघड़िया प्रातः ०९ :२३ से प्रातः १०:४७
चर-लाभ-अमृत का चौघड़िया
दोपहर ०१ :३५ से सायं ०५ :४७ तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त्त प्रातः ११ :४८ से दोपहर १२ :३३ तक रहेगा।
प्रदोष लग्न
सायं ०५ :४८ से रात्रि ०८ :२२ तक रहेगा।
रात्रि का श्रेष्ठ समय
चर का चौघड़िया
सायं ०५: ४७ से सायं ०७:२३ लाभ का चौघड़िया रात्रि १०:३५ से मध्यरात्रि १२:११ तक, शुभ-अमृत-चर का चौघड़िया मध्यरात्रि ०१ :४७ से अंतरात्रि ०४ :१४ तक।
वृषलग्न
सायं ०७ :०२ से रात्रि ०८ :५९ तक, सिंहलग्न :- मध्यरात्रि ०१:32 से अंतरात्रि ०३:४८ तक है।
सूर्य ग्रहण और सूतक
दिनांक २५ अक्टूबर को प्रातः ०४ :१५ से खण्डग्रास सूर्यग्रहण का सूतक प्रारम्भ हो जायेगा, अतः दीपावली पूजन के पश्चात् सामग्री का विसर्जन प्रातः ०४ :१५ के पूर्व ही कर देना चाहिए क्योंकि सूतक काल की सामग्री दान/प्रसाद के योग्य नहीं बचेगी।