GA4

हनीप्रीत इन्सा का अब नाम होगा रुहानी दीदी

Spread the love

नई दिल्ली  रेप की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम  ने अपनी दत्तक पुत्री हनीप्रीत इन्सां का नाम बदले का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि अब से हनीप्रीत इन्सां “रुहानी दीदी” के नाम से जानी जाएंगी।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार राम रहीम ने कहा कि मेरी बेटी जिसका नाम हनीप्रीत इन्सां है, चुकि हर कोई उसे दीदी के नाम से पुकारता है। ऐसे में कई बार दुविधा हो जाती है कि आखिर किस दीदी की बात हो रही है. लिहाजा, अब मैंने  इनका नाम बदलनेगुरमीत राम रहीम डेरा के सिरसा स्थित मुख्यालय में अपने आश्रम पर दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के दोष में 20 साल कारावास की सजा भुगत रहा है। उसे अगस्त 2017 में पंचकूला में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था।

गुरमीत राम रहीम को 2002 में डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के लिए भी पिछले साल चार अन्य लोगों के साथ दोषी ठहराया गया था। डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 2019 में 16 साल से अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी करार दिया गया था।

अब से हनीप्रीत इन्सां ‘रुहानी दीदी’ के नाम से जानेंगे। और आप इन्हें रुह दीदी भी बोल सकते हैं।

हरियाणा की सुनारिया जेल में कारावास की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह  की 40 दिन की पैरोल की अर्जी कुछ दिन पहले ही स्वीकार की गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बीते शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह कदम आदमपुर विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले उठाया गया है। आदमपुर में तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं।

इससे पहले, डेरा प्रमुख को जून में एक महीने की पैरोल पर रिहा किया गया था और फरवरी में उसकी तीन सप्ताह की फर्लो मंजूर की गई थी।गुरमीत राम रहीम डेरा के सिरसा स्थित मुख्यालय में अपने आश्रम पर दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के दोष में 20 साल कारावास की सजा भुगत रहा है। उसे अगस्त 2017 में पंचकूला में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था।

गुरमीत राम रहीम को 2002 में डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के लिए भी पिछले साल चार अन्य लोगों के साथ दोषी ठहराया गया था. डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 2019 में 16 साल से अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी करार दिया गया था।


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!