रक्षाबंधन के दिन हत्या की गयी ब्राह्मण बेटी को न्याय की आस, दोषियों के धन के सामनें स्याना थानेदार व बुलंदशहर प्रशासन मौन, दोषी दे रहे धमकी पर धमकी।
बुलंदशहर। शर्मा जिला बुलंदशहर थाना स्यान निवासी। आपके परिवार में 2 पुत्र तथा एक पुत्री रही, पुत्री को हमारे गांव में जोगी समाज के व्यक्ति रहते हैं, जिनके गांव में 4 मकान है, तथा पूरा गांव ब्राह्मणों का है, गांव में रहने वाले जोगी समाज के व्यक्ति ने गांव में महिलाओं के काम आने वाले सामान की दुकान अपने ही घर में खोल रखी है। तथा वह अपने ही घर से सामान बेचा करता है, जिसमें मेरी पुत्री उम्र 15 वर्ष 7 माह की है,वह दिनांक 02 अगस्त 2022 सुरेश S/O लाल की दुकान पर महिलाओं के लिए काम आने वाली वस्तु लेने गई थी।
उस समय दिनेश पुत्र सुरेश दुकान पर उसका भाई प्रदीप पुत्र सुरेश उस टाइम दुकान पर मौजूद थे तथा उन दोनों ने शर्मा जी की पुत्री का हाथ पकड़ कर उसके साथ छेड़छाड़ व बदतमीजी की उस बदतमीजी को पुत्री ने अपने परिवार में बताया तो पुलिस थाने में लड़की के पिता जी ने पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस ने बिना कुछ किए आरोपी को छोड़ दिया। तथा बेटी के परिजनों को आश्वासन दिया कि सुरेश का परिवार आगे से ऐसा नहीं करेगा।
गांव वालों के बोलने के बाद उसको बेटी के परिवार वालों ने उस बात को नहीं सोचा तथा 08 अगस्त 2022 तो को सुरेश का पोता जिसका नाम लवकुश पुत्र दिनेश हमारे घर की तरफ देखकर बेटी को अपशब्द बोलता था। यह देख कर बेटी के परिजनों का सुरेश के परिवार से काफी नोक झोंक भी होती थी। गांव वालों के समझाने पर परिजन अपने काम में लग जाते थे। यह काफी बार हुआ रोज लड़ाई झगड़े होते रहते थे। लेकिन सुरेश का परिजन इस लड़ाई को काफी आगे ले जाने की फिराक में थे तथा दिनांक 10 अगस्त 2022 को भी लव कुश के द्वारा शर्मा परिवार को देखकर अपशब्द बोला यह देखकर दोनो के परिजनों में काफी नोकझोंक हुई यह देख कर लव कुश के परिजन सुरेश के द्वारा शर्मा से बोलते हैं कि इस लड़ाई को हम एक दिन जड़ से खत्म कर देंगे लेकिन इसका अनुमान यह नहीं था कि वह किस को जड़ से खत्म कर देंगे लेकिन सुरेश की बातों पर शर्मा के परिजन ने इस बात का ध्यान नहीं दिया लेकिन यह बात दिनांक 13 अगस्त 2022 को सच साबित हो गई।
दरअसल शर्मा जी की बेटी को अपने ही घर में मारकर टांग दिया जाता है दिनांक 12 अगस्त 2022 को शर्मा बेटी की माँ अपने घर रक्षाबंधन पर अपने भाई को राखी बांधने गई थी और अपने बड़े पुत्र को साथ लेकर गई थीं तथा घर पर बेटी के पिता तथा पुत्री मौजूद थे।
बेटी अपने घर में पशुओं को चारा डालने गई थी, जिसके घर के साथ सुरेश का मकान जो घर की दीवार के साथ लगा हुआ है। सुरेश के घर में जाने के लिए जीना है, तथा पीड़िता के घर में छत पर जाने के लिए जीना है। जीने के द्वारा बेटी को कुछ नशीली सुंघा कर वह अगवा कर अपने घर में ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। तथा उसको पहले नीचे कमरे में मार कर के दूसरी मंजिल पर अपने घर में बिजली के तार से लटका दिया जाता है। जबकि मृतका के पिता खेत पर पानी चलाने गए थे। जब पिता खेत से गांव में 4:00 बजे सुबह घर पर आ कर देखते हैं कि उनकी बेटी ना तो घर पर है ना ही पशुघर के पास ही है पर पिता गांव में काफी कोशिश करते हैं कि बेटी का कुछ पता लगे लेकिन कुछ देर बाद गांव में जहर खाने की चर्चा काफी जोर से हो रही होती है। कि किसी व्यक्ति ने जहर खा लिया है, परंतु सुरेश के परिवार भागने का झूठा नाटक करके अपने पोते लव- कुश को लेकर फरार होने की फिराक में थे। तथा उनके फरार होने के कुछ देर बाद सुबह 5:00 बजे पता चलता है कि उक्त बेटी को सुरेश के घर पर लटका दिया गया है। लेकिन आरोपी पूरे परिवार के साथ फरार हो चुका था।
जिस समय बेटी को मारा गया था सुरेश का परिवार मौजूद था, इसके साथ पुलिस को सूचना दी गई तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। लेकिन आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया था। तथा किसी व्यक्ति के द्वारा बताए जाने पता लगता है कि आरोपी पक्ष मेरठ के अस्पताल में पूरे परिवार के साथ बैठा हुआ है तथा यह सूचना पुलिस को बताते हैं। पुलिस के आला अधिकारी संजय बालियान को बताया जाता है। कि लड़की को मार कर के आरोपी पक्ष मेरठ के अस्पताल में बैठा हुआ है तथा पुलिस को इस बात पर विश्वास ना हो करके वह कहता है आपके पास क्या सबूत है कि वह वहां बैठा है। हमने संजय बालियान जी को वीडियो बनाकर पुलिस को दी लेकिन संजीव बालियान जी आरोपी पक्ष से मोटी रकम को लेकर केस को रफा- दफा करने तथा रिपोर्ट में गड़बड़ी की बात समझा कर आता है। लेकिन संजीव बालियान जी बोलते हैं मुझे वहां पर कोई नहीं मिला लेकिन हमारे व्यक्ति संजय बालियान जी को उनसे मिलते हुए देखता है। लेकिन केस को रफा- दफा कैसे करना है। वह इस बात पर चर्चा कर रहे होते हैं तथा संजय बालियान जी बोलते हैं पीड़ित परिवार को बोला जाता ,है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर हम उनके खिलाफ एक्शन लेंगे लेकिन 20 अगस्त 2022 को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में लड़की ने खुद आत्महत्या की है, इसको वंदना शर्मा जी बोलकर हमें बताते हैं सर हम उनसे बोलते हैं कोई किसी के घर में कैसे आत्महत्या कर लेगा उसे संसाधन कहां से मिलेंगे हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा लड़की को पहले नीचे मारा जाता है,फिर उसका एक बीच का दांत भी टूटता है लड़की आत्महत्या करती है तो उसका दांत कैसे टूट जाता है यह हम वंदना शर्मा जी से पूछते हैं लेकिन वह हमें टालमटोल कर कर समझा देती हैं लेकिन आरोपी पक्ष बोलता है हमने तो रिपोर्ट में भी गड़बड़ी करा दी है हम इनको भी मरवा देंगे लेकिन 20 अगस्त 2022 से आज तक आरोपियों का परिवार खुले आम घूम रहा है। लेकिन पुलिस केस को प्रेम प्रसंग का मामला दिखाना चाहती है।
पुलिस पर दबाव आने के कारण हमारे बार- बार जाने के कारण उन्होंने लवकुश को 20 अगस्त 2022 को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। तथा बेटी के पिता को बुलाया था है तथा लव कुश से बात करने पर लव कुश बताता है कि मैं उससे तीन बार मिला हूं। मैंने उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए हैं। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं दिखाया जाता है।
लव कुश के द्वारा बताया जाता है। 13 अगस्त 2022 को उस रात गलत संबंध बनाए थे। तथा मेरा परिवार पूरा मौजूद था, लेकिन आज दिनांक 5 अगस्त 2022 हो गई है, कोई भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोपी पक्ष 15 सितम्बर 2022 को अपना गांव से बाहर प्लॉट को बेच करके 1200000 रुपए अपने पास रखता है तथा इसकी भी जांच का विषय है। कि वह 1200000 रुपए किस आला अधिकारी के पास गए हैं। तथा इसमें सीओ एसपी भी शामिल होते हैं। क्योंकि दामिनी के परिजन बार- बार सीएसपी के पास जाकर थक गए थे ना ही इन्होंने इस मामले को कुछ समझा तथा एसएचओ धर्मेंद्र सिंह बहुत ही बदतमीज पुलिस के आला अधिकारी हैं। उनके द्वारा बोला जाता है कि लड़की मर गई तो कोई बात नहीं कुछ पैसे लेकर के केस को रफा- दफा करा दीजिए ऐसे केस तो रोज आते हैं।
लड़की को अगवा करा नहीं गया है। लड़की खुद उसके घर पर गई थी मान लिया मां लड़की अगर खुद गई है तो? वह उसके घर पर फांसी कैसे लगाएगी तो सुरेश के परिजन उसे फांसी लगाने से रोकेगा नहीं क्या तथा दामिनी शर्मा का मोबाइल भी टूटा हुआ मिलता है। इससे साफ दिखाई देता है कि उसने उनके साथ संघर्ष किया है। तथा वह संघर्ष में अकेली होने के कारण फेल हो गई है। और उसे बिजली के तार के शॉट पैरों में व चेहरे पर लगाकर मार दिया गया है।
और बिजली के तार पर ही उसे टांग दिया गया है। तत्कालीन एसएचओ धर्मेंद्र सिंह बहुत ही घूसखोर आला अधिकारी हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए तथा पुलिस घटना होने के बाद एक भी बार गांव में नहीं गई है। बोलते हैं विवेचना चल रही है, क्या पुलिस बैठे- बैठे विवेचना कर लेती है, क्या? तथा आरोपी पक्ष दामिनी के परिवार को धमकी भरा संदेश भेजते हैं, पीड़ित परिवार डीएम, एसपी, सिओ, एसएचओ के पास जाकर थक गए हैं, एसएचओ जो खुलेआम बोलतें है कि दूसरा पक्ष आप से काफी पैसों में आगे है, आपका केस में कुछ नहीं है। पीड़ित परिवार के गांव में 27 मकान हैं। जिसमें पीड़िता के चाचा ताऊ के बच्चे रहते हैं। तथा आज सुरेश के परिवार को सजा नहीं दी गई तो वह ऐसे ही आगे भी लोगों को मारता रहेगा, इस घटना को देखते हुए शर्मा परिवार का पुलिस के ऊपर से पूरा विश्वास उठ गया है।
जिस दिन शर्मा बेटी के साथ छेड़छाड़ की गयी थी, उसी दिन पुलिस सुरेश के परिवार को जेल भेज देती तो, शायद आज शर्मा बेटी को इस दुनिया को छोड़कर नहीं जाना पड़ता परिवार का मुख्यमंत्री जी पर पूरा विश्वास भी बना रहा है कि जिस तरह दिल्ली वाली दामिनी को न्याय दिलाया था। इसी तरह बुलंदशहर की इस बेटी को भी न्याय दिलाया जायेगा, लेकिन पीड़िता के परिवार की रिपोर्ट को सही तरीके से जांच नही की गयी।
जिस पर सीबीआई से केस में विवेचना करवानें के लिऐ पीड़ित ब्राह्मण परिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर पूरा विश्वास है कि वह सीबीआई जांच करवाकर से उन्हें न्याय दिलाएंगे, मेरी एक ही लड़की थी, जो आज इस दुनिया में नही है, अगर इसी तरह रहा तो पीड़ित बाप को अपने दोनों बच्चे को भी इस दुनिया से जाना पड़ेगा और सुरेश का परिजन कानून को हाथ में लेकर ऐसे ही घूमता रहेगा सर हमारी आप से विनती है पुलिस ने 302 के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की थी उन्हें 302 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जाए उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए
@bulandshahrpol क्या हुआ इस मर्डर केस में कितनें हुऐ अब तक गिरफ्तार।@Uppolice pic.twitter.com/svGivms6Yf
— विनय श्रीवास्तव (@vinaysrivasta4) October 26, 2022