गोरखपुर में बुधवार रात एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, गोरखनाथ एरिया में लक्ष्मी प्रतिमा के साथ जा रहे एक युवक का रास्ते में कुछ लोगों से विवाद हो गया। उन लोगों ने उस युवक को देख लेने की धमकी दी, जिसके बाद विसर्जन में जा रहे युवक ने लगातार ट्विट कर गोरखपुर पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने तत्काल पहुंचने का आश्वासन भी दिया। काफी देर तक पुलिस तो नहीं पहुंची, लेकिन एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने वहां पहुंचकर विसर्जन में जा रहे युवक को जमकर पीटा, जिससे उसके सिर पर गंभीर चोटें आई हैं, मारपीट में खोपड़ी फटने पर निराश होकर युवक ने फिर ट्विट कर लिखा, धन्यवाद गोरखपुर पुलिस, आज मेरा भरोसा खाकी से उठ गया, कोई मुझे नहीं बचा सका, मेरा सिर बदमाशों ने फोड़ दिया।
पुलिस ने जबरन गाली गलौज देकर डिलीट करवा दिया ट्वीट
वहीं जब आखिरी सच टीम ने जब आकाश निषाद से टेलीफोनिक वार्ता किया व ट्वीट को हटाए जाने के क्रम में जानकारी चाही तो पुलिस का दोगला चेहरा सामने आया, आकाश की शालीनता व कौन पड़े पचड़े में की भावना सबसे बड़ा कारण रहा। आकाश निषाद 5 दिन की छुट्टी पर गुजरात से गांव त्यौहार मानने के लिए गोरखपुर आए, लेकिन उनको क्या पता था की यह पचड़ा उनके सर पर पड़ जायेगा।
राजेंद्र नगर में हुआ था विवाद
बनकटवा निवासी आकाश निषाद गुजरात में इलेक्ट्रिक इंजीनियर हैं, घरवालों के साथ दशहरा, दिवाली मनाने वो गोरखपुर आए थे। इस दौरान घर के पास लक्ष्मी प्रतिमा बैठाई गई थी। प्रतिमा विसर्जन में दोस्तों के साथ आकाश भी शामिल हुए थे। आकाश ने बताया कि राजेन्द्र नगर में सड़क किनारे से गाड़ी निकाल रहे रामपुर नयागांव के सुरेन्द्र निषाद से कहासुनी हो गई। इसके बाद सुरेन्द्र देख लेने की धमकी देकर वहां से चला गया।
दलबल के साथ सुरेन्द्र ने बोल दिया हमला
आकाश ने बताया कि इस बीच सुरेन्द्र एक दर्जन से अधिक युवकों के साथ आया और सड़क पर ही उस पर हमला बोल दिया। काफी देर तक वे मुझे मारते रहे, जिससे मैं बेहोश गया। आकाश ने बताया कि जब मुझे होश आया तब मैं गोरखनाथ स्थित एक प्राइवेट अस्पताल मैं था। इसके बाद मैं जिला अस्पताल इलाज कराने के लिए पहुंचा।
पुलिसकर्मियों पर अपशब्द कहने का आरोप
आकाश ने बताया कि जिला अस्पताल में बहुत भीड़ थी। मैने फिर ट्विट किया। इस बीच डॉक्टर मुझे देखने लगे। वहीं पुलिस की तरफ से मैसेज आया कि आपके पास थाने से लोग मदद के लिए पहुंच रहे हैं। आकाश ने बताया कि डॉक्टर ने ये कहकर कि सिर में चोट लगी है, किसी से भी मोबाइल से बात मत करो।
पुलिस ने दोषियों की सही संख्या को नहीं दर्ज किया
जबकि हमलावरों की संख्या जहां पंजीकृत शिकायत में केवल 6 दिखाई गई है, वहीं वास्तविक हमलावरों की संख्या लगभग दो दर्जन के आस पास थी। अब तक केवल दो अभियुक्तों को गोरखनाथ थाने के द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
“गोरखनाथ एरिया में ऐसा कुछ मामला आया है, इसकी जानकारी नहीं है। युवक को पीटने वाले जो भी दोषी है, उन पर कार्रवाई होगी।
कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी सिटी
आकाश की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बहुत जल्द उनकी गिरफ्तारी भी हो जाएगी।
दुर्गेश कुमार सिंह, गोरखनाथ थानाध्यक्ष
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