नगसर हाल्ट, मरदह, गाजीपुर में उत्पात मचाने वाले थानाध्यक्ष रमेश उर्फ हिटलर का एक और नया कारनामा विधायक से फोन करवाया एफआईआर लिखने का अब पड़ेगा 20 हजार ऐसे पड़ता 15 हजार।
जौनपुर हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाली यूपी पुलिस के थानाध्यक्ष रमेश उर्फ हिटलर एक बार फिर विवादों के घेरे में है। मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का है। जहां पर सुरेरी थानाध्यक्ष रमेश की करतूत के चलते चर्चाओं का बाजार गर्म है। थाने में मुकदमा दर्ज कराने गए पीड़ित से थानाध्यक्ष ने मुकदमा लिखने के लिए 15 हजार रूपये घूस के तौर मांगा और कहा 15 हजार रूपये लाके दो तभी मुकदमा दर्ज करूंगा।
पीड़ित ने अपना दल से मड़ियाहूं के विधायक आरके पटेल पटेल से थानाध्यक्ष सुरेरी की बात कराई और निवेदन किया की विधायक जी थानाध्यक्ष से बोल दे की पैसा न ले और मुकदमा दर्ज कर ले।
कौन है थानाध्यक्षरमेश उर्फ हिटलर
वैसे रमेश उर्फ हिटलर को हमारे सुधी पाठक हमारे लिखते ही जान गए होंगे यह वही रमेश है जिनकी आशिक मिजाजी को रोकना नूरपुर में 26 जुलाई को 9 ब्राह्मणों को महंगा पड़ा था, जिनको थाने में ले जाकर बर्बर तरीके से पीटा था, उसके पहले वीरेंद्र तिवारी को फर्जी असलहा लगाकर अंदर करने को तैयार था बंदा लेकिन स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद वीरेंद्र तिवारी जी को छोड़ दिया गया था लेकिन, जिसपर लाइन हाजिर तो किया गया लेकिन बीजेपी के गोरखपुर बांसगांव क्षेत्र के मठाधीश बिरादर के कारण योगी बाबा भी दोगली बात करते नजर आए थे।
फिर हिटलर को मरदह थाने में गुपचुप नियुक्ति मिली कारण राजनैतिक पकड़ जहां एक गांव के सवर्णों पर एससी एसटी एक्ट लगाया गया वही एक एससी को जमीन पर हिटलर की बदौलत कब्जा दिलवाया गया। हिटलर की हिटलर शाही का परिणाम रहा फरवरी 2021 में एक एससी को इसी थाना क्षेत्र में बैटरी चोरी के अभियोग में पीट पीट कर हत्या कर दिया गया लेकिन ईमानदार उत्तर प्रदेश का पुलिस विभाग इनपर एक भी सार्थक मुकदमा या कार्यवाही नही कर पाई है।
विधायक से बात करने के बाद थानाध्यक्ष सुरेरी ने कहा अब मुकदमा लिखवाने का रेट 20 हजार हो गया क्योंकि तुमने विधायक से बात कराई है। इसके लिए 5 हजार रूपये और देना होगा। अगर विधायक आरके पटेल से न बात कराया होता तो 15 हजार में ही मुकदमा लिख देता।
बता दें कि पीड़ित ने वीडियो वायरल कर थानाध्यक्ष सुरेरी पर आरोप लगाया है। पीड़ित का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियों में पीड़ित कह रहा है कि 15 हजार लेकर मुकदमा लिखने जा रहे थे, तभी हमने विधायक आरके पटेल को फोन कर दिया फिर दरोगा कहने लगे अब 20 हजार दो तब ही लिखूंगा।