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श्रमोदय विद्यालय भोपाल की इंचार्ज प्रधानाचार्य अभिनिका पाण्डेय का शासन काल अधीनस्थों व छात्रों के लिये काल, सीबीआई जांच में कार्यकाल के जांच में निकलेगी जरूर हिटलरशाही।

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भोपाल। खजूरी क्षेत्र के बैरागढ़ जनपद भोपाल की रहने वाली कमलेश बाई श्रमोदय आवासीय विद्यालय में काम करने वाली सफाई कर्मी द्वारा झूठी शिकायत वाइस प्रधानाध्यापिका श्रीमती कल्पना कटकवार पर किया जो कि मात्र एक नियोजित शाजिस का खंड मात्र है। हम आपको उक्त विद्यालय में हो रही हिटलरशाही का नजारा लगातार दिखा रहें हैं लेकिन अफसोस शासन, प्रशासन, विधि एवं व्यवस्था शायद पंगु हो गयी है, य फिर अवैध वसूली व छात्रों के लूट व अधिकारों के हनन से पहुँचनें वाली अटैची काफी भारी है जो मध्यप्रदेश के साथ ही भारत सरकार के जिम्मेदार व कथित सीबीआई भी मौन है, इन मामलों में स्वतः संज्ञान लेनें वाली सुप्रीम कोर्ट भी अपनें दायित्वों से विमुख हो चुकी है।



श्रीमती कल्पना कटकवार श्रमोदय आवासीय विद्यालय में पीजीटी के पद पर कार्यरत हैं तथा 22.09.2022 को लोक शिक्षण संचनालय द्वारा उन्हें उप प्राचार्य का प्रभार लिखित आदेश द्वारा सौंपा गया है। तब से लगातार उन्हें विद्यालय में प्राचार्य महोदय श्रीमती अभिनिका पाण्डेय जी द्वारा मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है।



प्राचार्य महोदय द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए स्कूल की चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को घर पर उनकी ड्यूटी के दौरान तथा अतिरिक्त समय में काम करने के लिए बुलाया जाता है, उन्हीं के आवास पर काम करने वाले बाई कमलेश द्वारा झूठी शिकायत की जा रही है। क्योंकि कमलेश बाई प्राचार्य महोदय के आवास पर काम करने जाती है। इसलिए विद्यालय परिसर में कोई काम नहीं करती, जबकि यह उसका विद्यालय परिसर में काम करने का समय रहता है। विद्यालय के अन्य कर्मचारियों की तरह ही श्रीमती कल्पना कटकवार द्वारा कमलेश को भी काम करने के लिए कहा जाता है, तो उसके द्वारा यह कहा जाता है कि आप मुझे परेशान करती रहती हो जब से वाइस प्रिंसिपल बनकर आई हो।



लोक शिक्षण संचनालय के लिखित आदेश अनुसार उप प्राचार्य श्रीमती कल्पना कटकवार को छात्रावास एवं विद्यालय की सफाई आदि के देखरेख का भी कार्यदायित्व सौंपा गया है। जिसका उन्हें लिखित कार्यक्रम की सारिणी भी बनाकर उच्चाधिकारियों को देना होता है। जबकि श्रीमती कटकवार द्वारा कोई भी अनुचित कार्य नहीं किया गया, उन्हें जो भी आदेश उच्चाधिकारियों द्वारा दिया गया है, श्रीमती कटकवार नें उसी के अनुसार कार्य कर रही हैं।


उच्चाधिकारियों द्वारा बच्चों के शोषण का विरोध अध्यापिका एकता हुई जातिवाद का शिकार, नौकरी से बहिस्कृत, छात्र व अध्यापक, एकता के पक्ष में।

आखिरी सच की पहली रिपोर्ट


क्योंकि कमलेश बाई की प्राचार्य महोदय द्वारा सह मिलने के कारण वह विद्यालय में अभी तक कार्य नहीं करती थी, इसलिए उससे ऐसा लग रहा है कि श्रीमती कटकवार उसे परेशान कर रही हैं। श्रीमती कटकवार के पक्ष में आखिरी सच के आलेख में दिये गये उपरोक्त समस्त कथन सत्य है, इस हेतु विद्यालय के कैमरों को देखा जा सकता हैं, तथा कमलेश बाई के कामों को देखा जा सकता है, कि वह विद्यालय में कितना काम कर रही है, और श्रीमती कटकवार द्वारा किसी को भी प्रताड़ित नहीं किया जा रहा है, ना ही परेशान किया जा रहा है।



पहले भी वह कई बार अचानक आकर कुछ भी बोलने लग जाती है इसीलिए श्रीमती कटकवार द्वारा विद्यालय में स्वयं की रक्षा हेतु ऑडियो एवं वीडियो बनाने पड़ते हैं, क्योंकि विद्यालय में उनके य हर उस कर्मी के विरुद्ध बहुत से अनैतिक एवं अनुचित गतिविधियां व शाजिस लगातार होती रहती है जो कि श्रीमती अभिनिका पाण्डेय की हिटलरशाही का धिर ध अर लोकतांत्रिक मूल्यों पर चलनें का प्रयास करता है।



तथा कैमरों की निगरानी प्राचार्य द्वारा ही की जा सकती है अन्य किसी के द्वारा नहीं क्योंकि प्राचार्य द्वारा स्वयं ही जब उन्हें प्रताड़ित करवाया जा रहा है, तथा प्राचार्य महोदय भी कटकवार के विरुद्ध बोलने वालों को बढ़ावा देती हैं। तथा उनका पक्ष लेती हैं जो कि अनुचित है। इसी षड्यंत्र के तारतम्य में 20 अक्टूबर 2022 को एक प्रार्थना पत्र लघु कुटीर उद्योग मंत्री जी के यहां भी दिया गया जिसमें कुछ कर्मचारियों के झूठे हस्ताक्षर हैं।

अभिषेक चढ़ार की मौत शायद खोल दें, भोपाल श्रमोदय विद्यालय के प्रादेशिक जिम्मेदारों की आंखे, अभिनिका पाण्डेय हैं य शामत, उक्त केस में आखिरी सच का सनसनीखेज खुलासा, फांसी ड्रामा था अभिषेक के सर पर चोट पायी- पिता।

आखिरी सच की दूसरी रिपोर्ट व पाण्डेय जी के चम्मचों का विवरण इस रिपोर्ट में वर्णित है।


जब कटकवार जी द्वारा उन कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस आशय का कोई भी पत्र हमने किसी को भी लिखित रूप में नहीं दिया है, ना ही ऐसे किसी शिकायती पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। सभी कर्मचारियों के आवेदन की प्रति संलग्न है, कमलेश बाई को क्योंकि लिखना नहीं आता इसलिए उससे फोन पर पूछा था तो उसने भी मना किया कि नहीं मैंने लिखकर किसी को शिकायत नहीं की है, और ना ही कहीं हस्ताक्षर किए हैं। कमलेश बाई व षड़यंत्र के नियोजको के विरुद्ध झूठी शिकायतें कर करके श्रीमती कटकवार को मानसिक प्रताड़ना देने हेतु कानूनी कार्यवाही, के साथ ही विद्यालय की जांच किसी स्वतंत्र ऐजेंसी से करवाते हुऐ श्रीमती अभिनिका पाण्डेय इंचार्ज प्राचार्य के कार्यकाल के दौरान कर्मियों छात्रों व व्यवस्था के साथ बर्बर बलात्कार की जांच के लिये सम्बंधित जिम्मेदार क्या सीबीआई जांच हेतु आदेश पारित करेंगे।



भूरी देवी द्वारा थानाध्यक्षा खजूरी बैरागढ़ को दिया गया पत्र जिसमें उन्होनें कोई भी शिकायत कल्पना कटकवार के विरोध में कभी भी नही दिया।

प्रति थाना प्रभारी, खजूरी बैरागढ़ भोपाल विषय- कमलेश बाई श्रमोदय आवासीय विद्यालय में काम करने वाली सफाई कर्मी द्वारा झूठी शिकायत पत्र पर मेरा नाम मुझे जानकारी दिए बिना लिखाने बाबत। महोदय जी, नम्र निवेदन है कि मैं भूरी दोहरे पति शंकरलाल को भूरी बाई मेवाड़ा द्वारा यह बताया गया कि कमलेश बाई ने मेरा नाम गलत उपयोग के लिए खजूरी थाने में प्रयोग किया है।

जबकि मेरे द्वारा कल्पना कटकवार मैडम के खिलाफ कोई लिखित या मौखिक शिकायत कभी नहीं की गई है। मुझे बताए बिना मेरे नाम का गलत उपयोग करने पर कमलेश बाई के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए।


अभिनिका पाण्डेय की हिटलर शाही का अड्डा बना श्रमोदय आवासीय विद्यालय भोपाल, वाइस प्रिंसिपल कल्पना कटकवार पर सफाईकर्मी को धमकी का अभियोग दर्ज।

आखिरी सच की तीसरी रिपोर्ट


अभिनिका पाण्डेय विद्यालयी संसाधनों का करती हैं पैतृक सम्पत्ति के रुप में उपयोग

आपको हम बताते चलें कि इंचार्ज प्रधानाचार्य श्रीमती अभिनिका पाण्डेय जो कि अपनी तानाशाही पूर्ण रवैये के लिये लगातार विख्यात हैं, आखिरी सच की पड़ताल में प्राचार्या द्वारा विद्यालय की मानवीय व भौतिक संसाधनों का उपयोग अपनें पैतृक विरासत के रूप में भी करना निकल कर सामनें आया है, यदि सीबीआई जांच में हर कर्मी व छात्र से को बंद कमरे में पृथक बात की जाये तो सौ प्रतिशत प्राचार्या की हिटलरशाही व उनके चम्मचों का नाम भी सार्वजनिक हो सकता है, जैसा कि हम अपनी पिछली तीन रिपोर्टों में कह चुके हैं, व उनका नाम भी सार्वजनिक कर चुके हैं।


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