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पशु भी जानते हैं भावनाओं को ग्रीन मैन नरपत सिंह ने घायल हिरनी को अस्पताल में भर्ती कर इलाज करवाया, जब हिरनी गले लगाया तो हिरणी भावुक हो फूट- फूट कर रोने लगी।

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जयपुर। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा है कि वित्त रहित पशु पक्षी जाना। यह चौपाई उस समय चरितार्थ हो गई जब दुर्घटनाग्रस्त एक हिरनी आवारा पशुओं के डर से झुरमुट के पीछे छिपी हुई दर्द से कराह रही थी।

वायरल वीडियो राजस्‍थान के बाड़मेर जिले के गांव लंगेरा का है। दो दिन पहले लंगेरा के ग्रीन मैन नरपत सिंह दोपहर को सूचना मिली कि गांव में एक हिरण का एक्‍सीडेंट हो गया।



हिरण को कुत्‍तों व शिकारियों से खतरा है। उसे बचाना चाहिए। इस पर नरपत सिंह मौके पर पहुंचे तो देखा कि करीब दो साल की एक गर्भवती हिरण पेड़ के पीछे छुपकर खड़ी थी। हिरण बुरी तरह से डरी हुई थी।

ग्रीन मैन नरपत सिंह ने घायल हिरनी को अस्पताल में भर्ती करवाया इलाज के बाद ठीक होने पर जब हिरनी को ग्रीन मैंन ने नरपत सिंह ने गले लगाया तो हिरणी भावुक हो गई और फूट-फूट कर रोने लगी। नरपत सिंह का भी गला भर आया और आंखें नम हो गई। उन्होंने गर्भवती हिरणी को जंगल में उसके झुंड के बीच सुरक्षित पहुंचा दिया।


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