गोरखपुर। शाहपुर थाने की गीता वाटिका की धोबी गली में पिता और उसकी दो पुत्रियों के शव अलग- अलग कमरे में पंखे से लटकते हुए मिले। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई। घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें तमाम बातों के अलावा पिंजरे में बंद तोते को मुक्त करने की भी बात की गई है।
आखिरी सच से एसएचओ नें कहा
वहीं जब हमारी टीम नें एसएचओ से बात की तो उन्होंनें कहा कर्ज व अन्य एंगल को एक साथ लेकर जांच की जायेगी अभी पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। एसएचओ नें यह भी बताया कि इससे पूर्व भी श्रीवास्तव नें ट्रेन के सामनें कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
घटनास्थल बीती रात की है, घटनास्थल पर मौजूद पुलिस कर्मियों का मानना है कि एक ही पंखे से दो लड़कियों का फांसी लगाना समझ से परे है। माना जा रहा है कि जितेंद्र श्रीवास्तव और उसकी दोनों बेटियों की हत्या करके उसे आत्महत्या का स्वरूप देने की कोशिश की गई है। लेकिन हत्यारों ने किस रंजिश में घटना को अंजाम दिया पुलिस इसी को लेकर जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
यह भी जानकारी मिली है कि जितेंद्र श्रीवास्तव पर अलग- अलग लोगों से लगभग 11 लाख रुपए का कर्ज था। कहीं इस घटना को उन्हीं लोगों ने अंजाम तो नहीं दिया जिन्होंने कर्ज दिया था। फिलहाल इस पूरे मामले की विवेचना के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी।