उत्तर प्रदेश। इटावा में प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका अभिलाषा यादव को अधिवक्ता सुधीर यादव ने 6 गोलियां मारी थीं। खुद अधिवक्ता ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। शिक्षिका की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। उनके शरीर से दो गोलियां निकाली जा चुकी हैं। डॉक्टर के मुताबिक शरीर में चार गोलियां अभी भी फंसी हुई हैं, जिसको निकलाने के लिए पूरे शरीर को स्कैन कराया गया है। वहीं मामले की जांच में जुटी पुलिस स्कूल से लेकर चितभवन के पास तक के सीसीटीवी फुटैज चेक कर चुकी है।
इटावा के बसरेहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत संतोषपुर घाट के पास कैशोपुर कला रोड पर प्रधानाध्यापिका अभिलाषा यादव पत्नी अवनीश यादव को गोलियों से छलनी कर दिया गया। प्रधानाध्यापिका को दो गलियां हाथ में, एक- एक गर्दन, पेट, पैर और पीठ के ऊपरी भाग में लगी हैं। गंभीरावस्था में प्रधानाध्यापिका को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना मंगलवार शाम की है। कोकपुरा शाला पचावली रोड थाना फ्रेंड्स कालोनी निवासी अभिलाषा यादव (43) जुगरामऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय में बतौर प्रधानाध्यापिका तैनात हैं। मंगलवार की शाम विद्यालय की छुट्टी के बाद लौटते समय प्रधानाध्यापिका पर हमलावर ने बहुत ही पास से गोलियां दाग दी।
महिला के शरीर से काफी खून बह चुका है। इलाज करने वाले डाक्टर भी अचरज में हैं कि इतनी गोलियां आखिर क्यों मारीं गयीं? अस्पताल में भर्ती प्रधानाध्यापिका जिंदगी मौत से जूझ रही है। उधर जिस स्थान पर घटना को अंजाम दिया गया, वहां से कुछ ही दूरी पर पाठकपुर अभिनवपुर निवासी सुधीर यादव का लहुलुहान हालत में शव मिला है।
गोली लगने के बाद शिक्षिका ने मां और बेटे को दी थी जानकारी
जेके हास्पिटल के डॉकटर मनोज यादव ने बताया कि मंगलवार रात नौ बजे ऑपरेशन शुरू हुआ था, जो दो बजे रात तक पांच घंटे तक चला। ऑपरेशन के दौरान तीन यूनिट खून चढ़ाया गया है और पांच यूनिट खून लग सकता है। दो गोलियां कमर के बीच हड्डियों में जा कर फंसी हुई हैं। प्रधानाध्यापिका की हालत में सुधार होने पर ऑपरेशन की फंसी हुई हैं। वहीं सुधीर यादव के शव का मंगलवार रात दो बजे ही पोस्टमार्टम करा दिया गया। अभिलाषा यादव के पिता ने बताया कि गोली लगने के बाद बेटी ने पत्नी विमलेश को और अपने बेटे सुशील कुमार को फोन कर घटना जानकारी दी थी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे तो पता चला की राहगीरों ने बेटी को जेके हास्पिटल में भर्ती कराया है।
शव के पास लाइसेंसी रिवाल्वर पड़ी मिली है। मृतक की बाइक भी वहीं पड़ी थी। घटना की सूचना पर डीएम अवनीश राय, एसएसपी जय प्रकाश सिंह घटनास्थल पर पहुंच गये। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। दोनों अफसरों ने अस्पताल पहुंचकर महिला के परिजनों से भी घटना के बाबत जानकारी ली।
स्कूल से लेकर चितभवन तक के सीसीटीवी पुलिस ने किए चेक
गोली लगने के बाद प्रधानाध्यापिका किसी तरह चितभवन रोड़ पर पहुंची, जहां से गुजर रहे दो लोगों ने उनको घायल देख कर जेके हास्पिटल में भर्ती कराया। पुलिस दोनों युवकों की तलाश करने में जुटी हुई है। प्रधानाध्यापिका दोपहर 12 बजे के आस-पास स्कूल से निकली थीं। चितभवन की तरफ अकेले गई थीं। बसरेहर थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर दो बजे तक स्कूल से लेकर चितभवन तक के सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा चुके हैं। इस दौरान प्रधानाध्यापिका अकेले जाती हुई दिखाई दी हैं। आगे के कैमरे चेक किए जा रहे है।
पिता नजर सिंह ने बताया कि सुधीर यादव से बेटी ने आठ से दस लाख रुपये का बीमा करा रखा था। बेटी के ऊपर सुधीर यादव ने क्यों हमला किया इसकी जानकारी नहीं है। एसएसपी जयप्रकाश सिंह ने बताया जांच में कई तथ्य निकल कर सामने आए हैं। जल्दी खुलासा किया जाएगा।
दोनों एलआईसी एजेंट भी थे
एसएसपी इटावा जयप्रकाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस ने अधिवक्ता के शव के पास उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर, कारतूस के खोखे और जिंदा कारतूस समेत बाइक बरामद की है।
स्थानीय लोगों से जानकारी करने पर पुलिस को पता चला कि शिक्षिका और अधिवक्ता एआईसी एजेंट का भी काम करते थे। दोनों काफी अच्छे दोस्त थे। पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो अधिवक्ता ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया।