चित्रकूट। श्री तुलसी जन्मभूमि राजापुर धाम में अति प्राचीन श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर को जाने वाली मुख्य मार्ग में जबरिया अतिक्रमण। श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर को जाने वाले मुख्य मार्ग में चारों तरफ अतिक्रमण है, बताते चलें कि श्री तुलसी जन्मभूमि राजापुर धाम में श्री संकटमोचन मंदिर में अगहन माह में पूरे 1 माह विशाल मेले का आयोजन होता है।
अतिक्रमण से श्रद्धालुओं को आवागमन में होती है कठिनाई
जिसमें दूरदराज से हजारों श्रद्धालु दर्शनार्थी यात्री श्री संकट मोचन मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। जिसमें अतिक्रमण होने से दर्शनार्थी श्रद्धालुओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वाहनों का आवागमन अतिक्रमण के कारण बिल्कुल भी नहीं हो पाता है। जिससे और भी समस्या बनी रहती है।
गोस्वामी तुलसीदास जी की हस्त निर्मित दिव्य मूर्ति है।
इसलिए यह अतिक्रमण अभिलंब रोड से हटना चाहिए, जिससे यात्रियों श्रद्धालुओं व दर्शनार्थियों को होने वाली समस्या का निराकरण हो सके। बताते चलें कि यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है, और इसका इतिहास यह है कि श्री संकट मोचन हनुमान जी की दिव्य मूर्ति को विश्व विख्यात विश्व कवि संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी की हस्त निर्मित दिव्य मूर्ति है।
पत्रकार समाज कल्याण समिति के पदाधिकारियों नें जिलाधिकारी को सौंपा पत्र सौंपा
जिसका जनपद में बहुत ही महत्व है अतिक्रमण होने से ना तो श्रद्धालुओं को वहां पर भंडारा करने की कोई जगह मिलती है। और ना ही आवागमन में सुगमता होती है। पत्रकार समाज कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष अनिल देवरवा अपने संगठन के पदाधिकारियों सहित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर के मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण को लेकर जिलाधिकारी चित्रकूट अभिषेक आनंद को प्रार्थना पत्र सौंपा।
जिलाधिकारी को पत्र सौंपते समय यह रहे उपस्थित
इस मौके पर पत्रकार समाज कल्याण समिति के पदाधिकारी हंसराज सिंह, मनीष मिश्रा, श्रीष मिश्रा, दिलीप पांडे, अखिलेश द्विवेदी, अधिवक्ता हर्ष गौतम, जन्मेजय शुक्ला, अजय तिवारी रमणीश शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे।