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प्रदेश में क्षत्रिय जाति योगी आदित्यनाथ का राज, लेकिन क्षत्रिय बेटी न्याय के लिये दर- दर की खा रही ठोकरें, देखिये इस चेहरे को और हो जाईये होशियार, कहीं और बेटी न हो जाये इसका शिकार।।

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गजियाबाद। क्षत्रिय परिवार की एक बेटी का दर्द जिसे इमोशनल ब्लैक मेल किया मृदुल अग्रवाल पुत्र नामक व्यक्ति नें, जी हां 2017 से 2022 तक लगातार उक्त बेटी को उक्त लड़के नें पहले नशा मिला खाद्य खिलाकर उसका बलात्कार किया फिर प्यार का झांसा देकर पांच सालों तक बलात्कार करता रहा, उसके पहले पति से सम्बंध विच्छेद करवानें का दबाव बनाकर उसके पति से उसका सम्बंध विच्छेद तो करवा दिया लेकिन बेटी नें जब उसे संबंध विच्छेद के पत्रक दिखाये तो यह कहकर भड़क गया कि उसे अपनें पति से संबंध विच्छेद के नाम पर एक मोटी रकम लेनी थी।

उसके बाद उक्त मृदुल अग्रवाल नामक बलात्कारी गिरगिट नें बेटी से दूरी बना ली बेटी उसके परिजनों से गिड़गिड़ायी लेकिन उसके बेदर्द परिजन जो उसको पहले बहू बनानें को तैयार थे, नें बेटी को पहले धमकाया फिर मारपीट भी की, एक बेटी की मर्मान्तक दास्तान उसी की जुबानी। जो कि एफाईआर उसनें गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखा था, लेकिन विजय नगर के तत्कालीन थानाध्यक्ष व उनके अधीनस्थों नें बेटी की शिकायत के मजमून को काट छांट कर अपनी मर्जी से लिखा जिसे हम आपको दिखायेंगे कि वर्दी पहननें के समय संविधान व दायित्व के कुशल निर्वाहन की शपथ लेनें वाले यह वर्दीधारी कैसे राजनैतिक दबाव व चंद कागज के टुकड़ों में अपना ईमन बेंचतें है।


थाना विजय नगर द्वारा आधी अधूरी लिखी गयी शिकायत


उक्त बेटी का पत्र जिसमें से आखिरी सच परिवार केवल बेटी का नाम व पता संशोधन कर रहा है शेष सारा मजमून जैसे का तैसा है।

सेवा में श्रीमान , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , गाजियाबाद , थाना विजयनगर , गाजियाबाद उत्तर प्रदेश।

विषय :- मृदुल अग्रवाल द्वारा प्रार्थिनी के साथ बलात्कार करने, गोपाल दास अग्रवाल, अन्नपूर्णा अग्रवाल, तथा रवि वर्मा, निवासी म० नं० DD- 522, मुल्तानी पुरा मोदीनगर उ० प्र०, मो० नं० 8958291032, द्वारा मृदुल अग्रवाल का सहयोग कर प्रार्थिनी का मानसिक तथा शारीरिक उत्पीड़न करने के विरुद्ध शिकायत।



महोदय, सविनय निवेदन यह है कि मैं मधु सिंह (परावर्तित नाम) पुत्री वीरेंद्र कुमार सिंह (परिवर्तित नाम) पता- खसरा नंबर ### कृष्ण नगर बागु, राहुल विहार, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश , मोबाइल नंबर : ########## पता उपरोक्त पर रहती हूँ। वर्ष 2017 मे मुझे एक अनजान मोबाइल नंबर 8958291032 से, मृदुल अग्रवाल का फोन कॉल आया और उसने कहा कि यह नंबर मेरी गर्लफ्रेंड का है, मैंने कहा कि यह नंबर मेरा है।

मैं मधु सिंह हूं कृपया दोबारा फोन मत करिएगा| मेरे मना करने के बावजूद भी उसी नंबर से कॉल आती रही लेकिन उसने कभी मुझसे किसी तरीके की अभद्रता नहीं की और बड़े शिष्ट तरीके से बातचीत करता था, बातचीत के दौरान उसने मुझे अच्छी नौकरी का ऑफर दिया और मिलने की रिक्वेस्ट की। उसकी बातचीत से मुझे उससे मिलना ठीक लगा और मैंने उससे मिलनें के लिए हां की थी, पहली बार वह मुझसे मिलने मेरे रेजिडेंस नोएडा तकरीबन 19- 06- 2020 आया था, और उसने मुझे गाजियाबाद में ही किसी कंपनी में अच्छी सैलरी वाली नौकरी दिलाने का प्रॉमिस किया।

उसके बाद हमारी टेलीफोन पर बातचीत होती रही और कभी कभी वह मेरे रेजिडेंस नोएडा पर भी आता था। उसने मुझसे रिक्वेस्ट की कि मुझे अपना रेजिडेंस कंपनी के आसपास रखना चाहिए और वह मुझे वर्तमान पते पर 01/04/2021 किराए पर शिफ्ट करवा दीया। मेरा सामान वगैरा शिफ्ट करने में भी उसने मेरी मदद करी। शाम करीब 7 बजे 6 समोसे और 1 कोल्ड ड्रिंक लेकर वह मेरे घर राहुल विहार आया। उसने कहा कि किचन बाद में सेट कर लेना उसके बाद खाना – पीना बनाना आज हम लोग बाहर ही खाना खाएंगे, आप बहुत थक गई होंगी।

मैं यह थोड़ा रिफ्रेशमेंट लेकर आया हूं, अभी हम यह ले लेते हैं, फिर हम बाहर खाना खानें चलेंगे हमने कोल्ड ड्रिंक और समोसे खाए इसके बाद काफी सुस्ती व थकान सा महसूस होने लगा मैंने बोला मृदुल मैं बहुत थक गई हूं, मुझे बहुत नींद सी आ रही है। उसने बोला कि आप थोड़ा आराम कर लो फिर चलेंगे। इसके पश्चात करीब रात 2:00 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने यह पाया कि मेरे शरीर पर कपड़े नहीं है। और मृदुल मेरे बगल में सोया हुआ, मैं यह सब देखकर बहुत डर गई क्योंकि मुझे पता लग गया था कि क्या हुआ है। मैंने मृदुल से गुस्से में पूछा यह क्या किया तुमने, तुमने कोल्ड ड्रिंक और और समोसे में क्या मिलाया था जिससे मैं अचानक बेहोशी की हालत में हो गई, और तुमने इसके बाद मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए यह सब हो जाने के बाद मृदुल मुझसे हाथ पैर जोड़कर माफी मांगने लगा और कहने लगा कि मैं तुमसे सच्चा प्रेम करता हूं, मैं तुमसे शादी करूंगा जो हुआ इसे तुम भूल जाओ।



इसके बाद मैं डिप्रेशन में चली गई क्योंकि मैं पहले से ही विवाहित महिला हूं, मेरा अपने पति के साथ न्यायालय में केस चल रहा है। और यह सारी बातें मैंने मृदुल को पहले ही बता दी थी जिसके बाद मृदुल ने मेरे अकेलेपन का फायदा उठाते हुए मेरे साथ इस तरह का कुकृत्य किया। जिसके बाद सुबह मैंने तुरंत मृदुल से पूछा कि आपने ऐसा क्यों किया मेरी जिंदगी के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ किया मैं अपनी जिंदगी के उस चौराहे पर खड़ी हूं, फिर मृदुल ने कहा कि मैं तुमसे सच्चा प्रेम करता हूं मैं तुमसे विवाह करूंगा पर मुझे कुछ समय दे दो मैं अपने परिवार वालों से बातचीत करके आपसे जल्दी से जल्दी विवाह करूंगा।

मृदुल अग्रवाल इसके बाद हमेशा मेरे घर आता रहा और और मुझे हर बार यह आश्वासन देता रहा कि मैं अपने परिवार वालों से बात कर रहा हूं, और वह राजी हो जाएंगे जल्द ही हम शादी के बंधन में बंध जाएंगे। इस दौरान वह मुझे लेकर कई जगहों पर घूमने गया जिसमे ऋषिकेश, देवप्रयाग, हरिद्वार है। मेने एक दिन ऐसे ही पूछ लिया की तुम्हे मेरा नंबर कैसे मिला था तो उसने मुझे बताया कि मेरा नंबर उसे रवि वर्मा जो की मृदूल का दोस्त है, मोदी नगर में ही रहता है। उससे मिला था वो मुझे पहले से ही जनता था। मेरे बार- बार शादी के पूछने पर मृदुल अग्रवाल ने अपने माता पिता से भी मुझे 14/06/2022 को मिलवाया और उसके माता- पिता ने भी इस बात की स्वीकृति की वह मुझे अपनी बहू बनाएंगे।

उसके माता- पिता द्वारा सगून भी दीया गया जिससे मुझे यह संतुष्टि हो गई की मृदुल अग्रवाल ने मेरे साथ कोई बदनियति से संबंध नहीं बनाए। सगुन के बाद मृदुल उसके फैमिली ने मुझसे यह कहा कि तुम पहले अपने पति से तलाक ले लो तभी शादी हो पाएगी, जिसके लिए मृदुल व उसके परिवार वालों द्वारा लगातार मेरे ऊपर तलाक का दबाव बनाया जाता रहा, जिसकी वजह से मैंने न्यायालय जिला मैनपुरी मैं 10/08/2022 को आपसी सहमति से अपने पति से तलाक ले लिया।



तलाक की कार्यवाही पूरी होने के बाद मृदुल ने जब मेरा तलाक का आर्डर मांगा तो मैंने दिनांक 12/09/2022 को दे दिया, लेकिन कोर्ट ऑर्डर को पढ़ते ही वह मुझसे झगड़ने लगा और कहने लगा कि तुमने अपने पति से मुआवजे में कुछ नहीं लिया। तुम्हें उससे ₹ 5000000 लेने चाहिए थे। उसके बाद दिनांक 08/10/2022 से मृदुल अपना फोन बंद कर लिया और मुझसे किसी तरह से कोई भी बातचीत नहीं की।

मैंने मोदीनगर जाकर उसके परिवार वालों से भी बात करने की कोशिश की लेकिन कोई बात करनें के लिए तैयार नहीं हुआ, परिवार वाले कहते हैं कि मृदुल घर पर नहीं है, उसी से बात करो यहां आने की जरूरत नहीं है, मैं वहां पर काफी रोई गिड़गिड़ाइ पर किसी ने मेरी एक ना सुनी। मुझसे अन्नपूर्णा अग्रवाल ने यह कहा यहां आने की जरूरत नहीं, दोबारा यहां आई तो अच्छा नहीं होगा| उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए यह स्पष्ट है की की उपरोक्त अभियुक्त गणों का मृदुल अग्रवाल द्वारा मेरा बलात्कार किए जाने में पूरा योगदान सोची समझी साजिश के तहत इन्होंने मेरा तलाक करवाया ताकि मुआवजे में जो रकम मिलती उसका अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए इस्तेमाल कर सकें पर ऐसा ना होने के कारण इन लोगों के लिए किसी काम की नहीं रही मेरा शारीरिक व मानसिक शोषण करके अब यह मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

महोदय से मेरी प्रार्थना है कि उपरोक्त अभियुक्त गणों ने सोची समझी साजिश के तहत प्रार्थिनी के साथ बलात्कार उसका मानसिक उत्पीड़न व उसका आर्थिक शोषण किया है, अतः महोदय से प्रार्थना है कि अभियुक्त गणों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करें।


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