GA4

आयुषी के झूठे कथन… पापा मैं प्रेगनेंट हूँ, नें ले ली आयुषी की जान आइये जानते हैं पूरा सच इस रिपोर्ट में।

Spread the love

मथुरा। पुलिस के मुताबिक जांच के बाद कत्ल की दो मुख्य वजहें सामने आ रही हैं पहला तो लड़की का दूसरी जाति के लड़के से शादी करना और दूसरा ये कि लड़की कई दिनों तक घर से बाहर रहती थी। पुलिस की जांच में ये भी दावा किया गया है कि आयुषी ने एक साल पहले ही शादी कर ली थी, यानी कि घर में तनाव लंबे समय से चल रहा था।

आयुषी ने किया था NEET क्वालिफाई

पुलिस ने बताया कि आयुषी पढ़ने में बहुत अच्छी थी, वो हमेशा अव्वल आती थी। इतना ही नहीं, उसने NEET की प्रवेश परीक्षा भी पास कर ली थी, लेकिन इंटरव्यू के लिए नहीं पहुँच पाई थी, इसके कारण भी उसके माता- पिता बेटी से नाखुश थे। आयुषी के माता- पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे। सोमवार को आयुषी के माता-पिता ने पुलिस हिरासत में लक्ष्मी नगर इलाके में बेटी को मुखाग्नि देकर उसका अंतिम संस्कार किया। जिस पिता ने बेटी को मौत की नींद सुला दी उसी ने उसकी चिता को मुखाग्नि भी दी। पुलिस ने बताया कि जब आयुषी की हत्या की गई तब उसका भाई वहां मौजूद नहीं था, हालंकि, वह बहन की मौत के बारे में सब कुछ जानता था।

ऐसे की हत्या

इस घटना के एक दिन बाद यानी की 18 नवंबर की दोपहर मथुरा पुलिस को युवती का लावारिस शव मिलने की सूचना मिली। जिस समय पुलिस को शव मिला तब युवती के सिर, हाथ और पैर में चोट के निशान थे। जबकि, बाईं उसकी छाती में गोली लगी हुई थी। इस मामले की तहकीकात के लिए पुलिस की 8 टीमों को दौड़ाया गया, जिसके बाद 48 घंटे के भीतर ही इस मामले का खुलासा कर दिया गया।



युवती की पहचान के लिए लगभग 20 हजार मोबाइल कॉल ट्रेस किए गए। इन मोबाइल फोन्स की लोकेशन सर्विलान्स टीम ने खंगाली और फिर पूरे एरिया के 210 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की भी जांच की, इसके बाद पुलिस लावारिस शव की पहचान कर पाई। इतना ही नहीं, छानबीन में जुटी यूपी पुलिस ने दिल्ली- एनसीआर, हाथरस और अलीगढ़ समेत आसपास के इलाकों में पीड़िता के पोस्टर्स भी लगवाए थे। इसके अलावा, मृतक की पहचान में जुटीं पुलिस की टीमें गुरुग्राम, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, नोएडा और दिल्ली तक जा पहुंचीं हैं, पुलिस ने मृतक की तस्वीरें वॉट्सऐप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और फेसबुक पर भी साझा किए गए हैं, जिसके ज़रिए पुलिस को इनपुट मिला और पूरी बात पता चला गई।

आयुषी की पिता से आखिरी बात

दरअसल, 17 नवंबर को आयुषी ने परिवार वालों के सामने बचने के लिए झूठा दावा किया था कि वो प्रेग्नेंट है, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ लिखा है कि वह प्रेग्नेंट नहीं थी, बता दें आयुषी प्रेग्नेंसी के झूठे दावे के जरिए परिवार पर दबाव बनाना चाहती थी ताकि वे उसकी शादी को अपना लें। हालांकि, पोस्टमॉर्टम में आयुषी के प्रेग्नेंट होने की पुष्टि नहीं हुई, आयुषी के पिता नीतेश को अब अपने किए का पछतावा है। वह कह रहा है कि ‘गुस्से में आकर’ उसने अपराध कर दिया, पिता को अब पछतावा हो रहा है कि उन्होंने झूठ को सच मानकर आयुषी को गोली मार दी।


Share
error: Content is protected !!