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गुजरात के 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान आज, दो करोड़ से अधिक मतदाता 788 उम्मीदवारों के भाग्य का करेंगे फैसला।

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गुजरात। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बृहस्पतिवार को दक्षिण गुजरात और कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्रों के 19 जिलों के 89 सीटों पर मतदान होगा। इन सीटों पर दो करोड़ से अधिक मतदाता 788 उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने प्रथम चरण के मतदान से ठीक पहले भाजपा को एक नया भावनात्मक मुद्दा दे दिया है। भाजपा ने खरगे के बयान को गुजरात की जनता का अपमान बताते हुए चुनाव में 100 प्रतिशत वोट भाजपा को देकर कांग्रेस को सबक सिखाने की अपील शुरू कर दी है।

स्वतंत्र पत्रकार डाॅ. प्रतिमा राय कहती हैं कि भावनात्मक रूप से चुनाव को खींच कर मोदी केंद्रित करना भाजपा का नियोजन।

अहमदाबाद में शिक्षक व स्वतंत्र पत्रकार डाॅ. प्रतिमा राय कहती हैं कि भावनात्मक रूप से चुनाव को खींच कर मोदी केंद्रित करना भाजपा की आजमाई हुई रणनीति है। कभी विपक्ष यह अवसर दे देता है तो कभी भाजपा खुद ऐसा कर देती है। चुनाव की शुरुआत में कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने ‘औकात’ बताने की बात कहकर और अब मतदान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी के सिर की रावण के सिर से तुलनाकर भाजपा को घर बैठे मुद्दा दे दिया है। वह कहती हैं कि ऐसा तब किया जा रहा है जब पूर्व के चुनावों में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (संदर्भ मौत का सौदागर) और राहुल गांधी (संदर्भ- चौकीदार चोर है) तथा कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ( संदर्भ- नीच किस्म का आदमी) के बयान का असर लोग देख चुके हैं। मोदी विपक्ष के प्रहार को उन्हीं के खिलाफ हथियार बनाना अच्छे से जानते हैं।
दरअसल, खरगे के बयान के बाद पूरी भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। और गुजरात का अपमान बता रही है।

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. पार्थ पटेल का कथन

गुजराती सियासत पर गहराई से नजर रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक डॉ. पार्थ पटेल कहते हैं कि पहले चरण के मतदान से पहले का समीकरण यह है कि गुजरात चुनाव त्रिकोणीय बन गया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनकर उभरी है। शुरुआती अनुमान से उलट आप कांग्रेस को तगड़ी चोट देने के साथ- साथ तमाम सीटों पर भाजपा का भी वोट काट रही है। इसके अलावा पिछले चुनावों में कई सीटों पर बहुत करीबी अंतर से हार- जीत हुई थी। इस स्थिति में भाजपा को अपने वोट को बांधे रखने के लिए किसी रिएक्शन वाले भावनात्मक मुद्दे की दरकार थी। वह कहते हैं कि भाजपा ने कोई बड़ा मुद्दा हाथ न लगने पर मतदान से दो दिन पहले ही गुजरात विधानसभा चुनाव को लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल बताकर और मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने का मौका बताकर भावनात्मक दांव चला था।

आज 19 जिलों में मतदान 788 उम्मीदवार

पहले चरण में सौराष्ट्र कच्छ और दक्षिण गुजरात में चुनाव पूरा हो जाएगा।

2.39 करोड़ से अधिक मतदाता। दांव पर दिग्गजों की साख। भाजपा सीएम भूपेंद्र पटेल, राघवजी पटेल, जीतू वाघाणी, जीतू चौधरी, हर्ष संघ वी, पूर्णेश मोदी।

कांग्रेस पूर्व नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ललित कगथरा, ऋत्विक मकवाणा, अमरीश डेर व जावेद पीरजादा।

आप सीएम कैंडिडेट ईसुदान गढ़वी, प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया व अल्पेश कथीरिया।

इन सीटों पर पिछला प्रदर्शन

कच्छ- सौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर था। कांग्रेस इन इलाकाें की 54 में से 30 सीटें, जबकि भाजपा ने 23 सीटें जीती थीं। एक सीट अन्य के खाते में गई।

दक्षिण गुजरात में भाजपा ने एकतरफा जीत दर्ज की थी। 35 सीटों में से 25 पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। आठ सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी। दो सीटों पर अन्य का कब्जा था।

मोदी की सभाएं पिछली बार से कम

गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही भाजपा का चेहरा हैं। गृह राज्य होने के कारण पीएम मोदी ने सारी ताकत झोंक रखी है। इसके बावजूद पीएम इस चुनाव में जनसभाओं का अपना पुराना कीर्तिमान नहीं तोड़ पाएंगे।

बीते दस दिनों में मोदी ने 20 सभाओं को संबोधित किया है। दूसरे दौर के मतदान से पहले वह बृहस्पतिवार को तीन और शुक्रवार को चार जनसभाएं करेंगे। इसके बाद इन चुनावों में पीएम की जनसभाओं की संख्या 27 हो जाएगी। बीते चुनाव में उन्होंने 34 सभाएं की थीं। बीते चुनाव में पार्टी की 550 जनसभाएं हुई थीं। इस बार यह आंकड़ा 600 से ज्यादा है।

शाह व्यस्त

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की व्यस्तता बढ़ाई गई। शाह बीते चुनाव के 31 जनसभाओं की बराबरी कर चुके हैं और आधा दर्जन से ज्यादा बाकी हैं। शाह बूथ प्रबंधन से लेकर नाराजगी को देर रात की बैठकों के जरिये दूर कर रहे हैं।

दिल्ली- पंजाब के बाद गुजरात में भी मार्च से मिलेगी मुफ्त बिजली मान

आम आदमी पार्टी (आप) की जीत का दावा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि दिल्ली और पंजाब के बाद गुजरात में मार्च से मुफ्त बिजली उपलब्ध होगी। अहमदाबाद में उन्होंने पत्रकारों से कहा, आप ने दिल्ली में मुफ्त बिजली देने का वादा किया तो विरोधियों ने कहा कि आप इसे कैसे करेंगे, हमने इसे किया। पंजाब में भी यही स्थिति थी। गुजरात में भी हम मार्च से लोगों को मुफ्त बिजली देंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पंजाब के लोगों को इस माह से शून्य बिजली बिल मिलेंगे। मान ने कहा, हाईवे से निकलते ही मुझे असली गुजरात मॉडल देखने को मिला।


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