नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय नें केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ प्राप्त कथित भ्रष्टाचार की शिकायतों का ब्यौरा साझा करने से इनकार कर दिया है। पीएमओ ने कहा कि इस तरह की सूचना मुहैया कराना जटिल कवायद हो सकती है।
पीएमओ का यह बयान तब आया है, जब देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई के एक सीनियर अधिकारी ने केंद्रीय कोयला और खनन राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा गया कि पीएमओ को विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और उच्च स्तरीय पदाधिकारियों के खिलाफ समय- समय पर भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रहती हैं।
पीएमओ के नौकरशाह संजीव चतुर्वेदी नें दाखिल आरटीआई विसलब्लोअर द्वारा आवेदन के जवाब में कहा, ‘इनमें छद्मनाम या बेनाम से मिली शिकायतें भी शामिल हैं। प्राप्त शिकायतों में लगाए गए आरोपों की सत्यता को देखते हुए और आरोपों के संबंध में दिए गए दस्तावेजों की उचित जांच की जाती है।’
पीएमओ ने कहा, ‘इन सभी शिकायतों को भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतों के तौर पर पहचान, जांचना और श्रेणी में रखना जटिल काम हो सकता है। मांगी गई सूचनाओं के मिलान के लिए कई फाइलों की विस्तृत जांच करनी होगी।’