कानपुर। एक वीडियो वायरल हुआ है। भाजपा नेता ने नगर आयुक्त के कक्ष में घुसकर उनसे बदसुलूकी कर दी। इस पर गार्डों ने धक्का देकर निकाल दिया। कक्ष के बाहर भी हंगामा किया तो घसीटते हुए नगर निगम से बाहर कर पुलिस को सौंप दिया। सुबह 10 से 2 बजे के बीच संभव पोर्टल खुलता है। इस बार भी नगर निगम के मीटिंग हॉल में फरियादियों की शिकायतें सुनकर दर्ज की जा रही थीं। सारे अधिकारी हॉल में ही बैठे थे।
BJP के पूर्व पदाधिकारी कपिल गुप्ता भी कक्ष में घुसे
बता दें कि इसी बीच नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन कुछ देर के लिए अपने कक्ष में किसी काम से गए तो फरियादी व भाजपा के पूर्व पदाधिकारी कपिल गुप्ता भी कक्ष में घुस गए। एक कब्जे की शिकायत का निस्तारण कक्ष में ही फौरन करने को कहा। नगर आयुक्त ने कहा कि मीटिंग हॉल में ही चलिए। वहीं आकर निपटारा करता हूं। पोर्टल पर दर्ज भी वहीं होगा। इसकी जानकारी शासन को भी भेजनी होती है।
नारेबाजी के साथ हंगामा करना शुरू
कपिल गुप्ता कक्ष के बाहर ही बैठ गए और नारेबाजी के साथ हंगामा करना शुरू कर दिया। केयर टेकर की टीम और गार्डों ने वहां से चले जाने को कहा मगर नहीं माने। आखिरकार हाथ- पैर पकड़कर घसीटते हुए परिसर के बाहर कर दिया। सूचना पर सीओ समेत स्वरूप नगर थाने की पुलिस पहुंची और कपिल को अपने साथ ले गई। वहां 20 मिनट तक पूछताछ के बाद घर भेज दिया। आरक्षण जारी होते ही नेतागीरी चटकाने वाले बढ़े वार्डों का आरक्षण जारी होते ही नेतागीरी चटकाने वालों की संख्या बढ़ गई है। वे कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे हाईलाइट हों। नगर निगम मुख्यालय से लेकर जोनल कार्यालयों और वार्डों तक में ऐसे नेताओं की संख्या में इजाफा हो गया है।
नगर आयुक्त से रिपोर्ट मांगी
कपिल गुप्ता ने मुझसे अतिक्रमण को लेकर मुलाकात की थी। प्रकरण पर कार्रवाई के लिए कहा गया। संज्ञान में आया है कि कपिल गुप्ता से नगर निगम केयर टेकर कर्मचारियों एवं सुरक्षा कर्मियों द्वारा अभद्रता की गई है। इस मामले की जांच अपर नगर आयुक्त प्रथम को सौंपी गई है। सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
भाजपा नेता कपिल गुप्ता का यह कहना है।
बीजेपी नेता कपिल गुप्ता ने सूटरगंज वार्ड से 2017 में पार्षद का चुनाव लड़ा था। कपिल गुप्ता का कहना है कि ग्वालटोली में कुछ लोग ने एक जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इस बात की शिकायत कुछ लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से की थी। सतीश महाना ने इस मामले को लेकर उन्हें नगर आयुक्त से मिलने को कहा था। नगर आयुक्त से मिलने पर मैंने उनसे पूछा कि जमीन कब्जे के मामले में नगर निगम क्या एक्शन ले रहा है। नगर आयुक्त ने जांच कराई थी और रिपोर्ट लग गई थी। इसकी सर्टिफाई कॉपी चाहिए थी। जिसके लिये नगर निगम इंस्पेक्टर ने इनकार कर दिया। मैंने नगर आयुक्त से रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर शिकायत करिए। मुझे पोर्टल के बारे में नहीं पता था। पुनः रिपोर्ट मांगने पर वह उखड़ गए। गार्ड बुलवाकर बाहर करा दिया। गार्डों ने 150 मीटर तक घसीटा। बाद में पुलिस ले गई। लगभग आधे घंटे बाद छोड़ दिया।
बदसुलूकी करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया
कपिल गुप्ता ने नगर आयुक्त के कक्ष में घुसकर उनसे अभद्गरता की। लाख कहने के बाद भी मीटिंग हॉल में नहीं गए। लगता है कि किसी प्री प्लानिंग के साथ आए थे। आखिरकार उन्हें बाहर निकालकर पुलिसको सौंपना पड़ा।सुनील निगम, केयर टेकर नगर निगम भाजपा नेता को यह हरकत शोभा नहीं देती पूरी घटना मेरे सामने हुई। कपिल गुप्ता नगर आयुक्त के कक्ष में उधम काट रहे थे। नगर आयुक्त शालीनता से बात कर रहे थे मगर कपिल बदसुलूकी करके अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे। यह हरकत उन्हें शोभा नहीं देती।