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हरिकेश दुबे हत्याकांड का राजफास किया जीआरपी नें, तीन गिरफ्तार।

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दिल्ली से लखनऊ जा रही नीलांचल एक्सप्रेस में सुलतानपुर के यात्री हरिकेश दुबे की मौत के मामले में जीआरपी ने इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जीआरपी का दावा है कि हादसा सोमना स्टेशन के पास वंडर सीमेंट फैक्टरी के कार्य में लगे मजदूर की लापरवाही से हुआ था।

मजदूर की लापरवाही यात्री की जान पर पड़ी भारी

कार्य करने के दौरान मजदूर ने रॉड को ट्रैक पर छोड़ दिया था। इसी बीच ट्रेन आ गई। रॉड पहले इंजन के अगले भाग से टकराई और पास के बिजली के पोल में जा लगी। पोल से टकराने के बाद जनरल डिब्बे में बैठे यात्री के गले में घुसकर पीछे कनपटी से पार हो गई। जीआरपी ने संबधित मजदूर के अलावा कार्य का पर्यवेक्षण कर रहे इंजीनियर व ठेकेदार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।



2 दिसंबर को हुआ था हादसा

सुलतानपुर के थाना चांदा के गांव गोपीनाथपुर निवासी 30 वर्षीय हरिकेश दुबे की दो दिसंबर को नीलांचल एक्सप्रेस में मौत हो गई थी। सोमना व डांवर के बीच ट्रैक से उछलकर आया सब्बल हरिकेश की गर्दन में घुसा और सिर को चीरते हुए निकल गया था।

गैर इरादतन हत्या की दर्ज हुई थी एफआईआर

इस मामले में जीआरपी ने अज्ञात कर्मचारी के विरुद्ध गैर- इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने सीओ इटावा सुदेश गुप्ता व जीआरपी थाना प्रभारी सुबोध कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। वहीं, रेलवे ने भी जांच के लिए टूंडला डीटीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई।

कैमरों ने खोला राज

कैमरे खंगाले गए तो डावर के पास लगे कैमरे में ट्रेन का जनरल डिब्बा सही हालत में था। जबकि सोमना के पास उसमें रॉड घुसी हुई दिखायी दी। इससे स्पष्ट हुआ कि सोमना स्टेशन के पास चल रहे सीमेंट फैक्टरी के लाइन डालने के कार्य के दौरान ही किसी से लापरवाही हुई है।



सख्ती से पूछताछ में मजदूर ने जुर्म किया कबूल

जांच के दौरान मजदूरों से सख्ती से पूछताछ में रामपुर के थाना मिलक के परम का मजरा कल्याणपुर निवासी कर्मचारी विशेष कुमार ने जुर्म कबूल लिया। जीआरपी के मुताबिक विशेष कुमार वंडर फैक्टरी के लिए निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक पर कार्य कर रहा था। इसका पर्यवेक्षण उसी के गांव के ठेकेदार प्रमोद कुमार व हापुड़ के थाना कपूरपुर के बझेड़ा कला निवासी साजिद अली कर रहे थे।

जेल भेजे गए तीनों आरोपी

एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि 2 दिसंबर को नीलांचल एक्सप्रेस में एक यात्री की मौत लोहे की रॉड गर्दन में घुसने से हो गई थी। मामले की जांच में पाया गया कि डाबर के पास एक प्राइवेट सीमेंट फैक्टरी के लिए रेलवे ट्रैक का निर्माण हो रहा था। मजदूर विशेष कुमार ने दोनों पटरियों के बीच की जगह में अपनी लोहे की रॉड को रख दिया था. जब रेल आई तो रॉड ट्रेन से टकराई और दुर्घटना हुई। मामले में विशेष कुमार, ठेकेदार और जिस इंजीनियर की निगरानी में वहां काम हो रहा था उसे गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।


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