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सुखविंद्र सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री, मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे, प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर।

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हिमाचल प्रदेश। हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का रास्ता आखिरकार दिल्ली की हरी झंडी से शनिवार को साफ हो गया है। चार बार के विधायक और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश का 15वां मुख्यमंत्री घोषित किया गया। इसके अलावा मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गईं। रविवार को शिमला के रिज मैदान पर दोपहर 1:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। अब जल्द मंत्रियों के नाम तय होंगे।

आलाकमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा नवनिर्वाचित पार्टी के विधायक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे। एनएसयूआई के रास्ते हिमाचल प्रदेश की राजनीति में आए सुक्खू करीब छह साल तक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। 58 वर्षीय सुक्खू राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष थे और हमीरपुर जिले की नादौन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। सुक्खू का हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा वीरभद्र सिंह खेमे के समानांतर नया धड़ा उभरा है।

शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल ने एक सिंगल लाइन प्रस्ताव बनाकर कांग्रेस आलाकमान को दिल्ली भेजा था। आलाकमान ने तय करना था कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इसके बाद शनिवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में फिर से कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक 5:00 बजे शुरू हुई। इसमें सुक्खू खेमे सहित कांग्रेस के ज्यादातर विधायक शामिल हुए। मुकेश अग्निहोत्री इस बैठक में देरी से करीब 5:45 बजे पहुंचे। वह होटल सिसिल में अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बैठक करते रहे। शिमला में प्रतिभा वीरभद्र सिंह गुट के कुछ नेताओें ने सुक्खू के खिलाफ नारे भी लगाए। हालांकि, सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को उपमुख्यमंत्री घोषित करने के बाद माहौल कुछ शांत हो गया।

सर्वसम्मति से सुखविंद्र सिंह सुक्खू विधायक दल के नेता चुन लिए गए हैं। सुक्खू मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होेेंगे।
– राजीव शुक्ला, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी

भावुक हुए सुक्खू, गांधी परिवार का जताया आभार

सीएम पद पर खुद के नाम की घोषणा के बाद सुखविंद्र सुक्खू भावुक हो गए। उन्होंने अपने आंसू पोंछे। सुक्खू ने सीएम की जिम्मेदारी मिलने पर कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी उन्हें गांधी परिवार ने ही बनाया। अब सीएम भी उन्होंने बनाया है। वह इसके लिए हिमाचल की जनता का भी आभार जताते हैं।



प्रदेश की जनता से किए वादे पूरे करने की जिम्मेवारी अब मेरी : सुक्खू

सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की जनता से उन्होंने जो वादे किए हैं, अब उन्हें लागू करने की जिम्मेवारी मेरी होगी। सुक्खू ने कहा कि सत्ता केवल सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए होनी चाहिए। वह हिमाचल की भोली-भाली जनता के साथ एक स्वच्छ और ईमानदार प्रशासन देंगे। उन्हें जनता ने आशीर्वाद दिया है। भरपूर प्यार भी दिया है। जो भी निर्णय होंगे, आम और गरीब लोगों से चर्चा के बाद ही लिए जाएंगे।

24 घंटे में दो बार विधायक दल की बैठक

मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए 24 घंटे के भीतर कांग्रेस विधायक दल की शनिवार को दूसरी बार बैठक हुई। शुक्रवार की बैठक में किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी थी। इसके बाद बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दिया गया था।

राजभवन जाकर पेश किया सरकार बनाने का दावा

शिमला। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुक्खू को मुख्यमंत्री चुनने के बाद पार्टी नेताओं ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राजीव शुक्ला, सुखविंद्र सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की।

विक्रमादित्य सिंह ने ये कहा

शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने जो निर्णय लिया है उसका सम्मान करते हैं। पार्टी के फैसले को लेकर कोई भी मायूसी नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एकजुट है और एकजुट रहेगी। हाईकमान ने जो निर्णय लिया है वह स्वीकार है। विक्रमादित्य ने सभी कार्यकर्ताओं को संयम बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सोच-समझकर कर फैसला लिया है।



सुखविंदर सुक्खू ने जयराम ठाकुर से की शिष्टाचार भेंट

हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने प्रदेश के निवर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से शिमला में मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी। मैं उसे बधाई देता हूं। हम हिमाचल के लोगों की सेवा के लिए मिलकर काम करेंगे।

राहुल के करीबी हैं सुक्खू

सुक्खू को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। सूत्रों के मुताबिक वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आलोचक के रूप में भी जाने जाते रहे हैं। सुक्खू का नाम शुरू से ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे चल रहा था। हालांकि, शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं, लेकिन यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री निर्वाचित विधायकों में से ही कोई होगा।

प्रतिभा की दबाव बनाने की रणनीति काम न आई

हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने चुनावी नतीजों के बाद से ही परोक्ष रूप से खुद को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी वीरभद्र सिंह के नाम, चेहरे और काम के बल पर चुनाव जीती है। शीर्ष नेतृत्व वीरभद्र के परिवार की अनदेखी नहीं कर सकता है। उनके समर्थकों ने शुक्रवार को शिमला में केंद्रीय पर्यवेक्षकों का घेराव भी किया था और प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर नारेबाजी की थी। सूत्रों ने बताया कि शायद दबाव बनाने की यह रणनीति ही उनके खिलाफ चली गई और पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री पद के लिए जिन तीन नामों पर विचार किया, उनमें प्रतिभा सिंह का नाम शामिल नहीं था।

प्रतिभा समर्थक करते रहे नारेबाजी

हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री विधायक दल की बैठक छोड़कर बाहर चले गए। चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल के बाहर प्रतिभा सिंह के पक्ष में समर्थक जमकर नारेबाजी करते रहे। समर्थकों को रोकना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था। प्रतिभा समर्थक हाईकमान होश में आओ, हॉलीलॉज सातवीं बार के नारे लगाते रहे। समर्थकों ने आरोप लगाया कि पहले सोची समझी साजिश के तहत प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। छह बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर वोट लिए, अब अनदेखी की गई।


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