यूपी तक वेब मीडिया नें परोसा भ्रम, आखिरी सच की पड़ताल में बच्चों के मध्य विवाद को दिखाया गया, छेड़छाड़ नल पर पानी भरनें का विवाद, जो है मात्र भीम आर्मी नियोजित प्रोपेगैंडा।
उत्तर प्रदेश। बांदा में एक दलित महिला से घर में घुसकर छेड़खानी और पानी भरने के बाद हैंडपंप न धुलने के विवाद में मारपीट का मामला सामने आया है, पीड़िता ने पुलिस से न्याय न मिलने के बाद कोर्ट की शरण ली। इस पर कोर्ट ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने कर विवेचना किये जाने का आदेश दिया है। मामला बांदा के मटौंध थाना इलाके के एक गांव खहरा ग्राम पंचायत मटौंध ग्रामीण का है। जो आखिरी सच की पड़ताल में मात्र दो बच्चों के बीच का विवाद है जिसमें लड़की की मां नें उक्त लड़के को दो चाटे मार दिये थे।
जिसमें मोदी मानिया के प्रताप के कारण उक्त महिला कमलू व पति रामनरेश अनुरागी द्वारा थानें में छेड़छाड़ व बलात्कार की शिकायत की गयी थी जिसे जांच में गलत पाये जानें पर उक्त शिकायत को थानें के जांच अधिकारी द्वारा रद्द कर दिया था। जिसके क्रम में तथाकथित पीड़ित परिवार कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने SC- ST सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज करके विवेचना शुरू कर दी है।
यह है यूपी तक का समाचार पढ़नें के लिये यहां क्लिक करें।
यूपी तक नें चलाया बिना पड़ताल के यह समाचार
यूपी तक समाचार पर कल दिनांक 9 दिसम्बर को सायं 06 बजकर 23 मिनट 29 सेकेंड पर सिद्धार्थ गुप्ता द्वारा संकलित करके एक भ्रामक समाचार बिना पड़ताल के चलाया जो एकदम गलत है। अनुसूचित जाति की एक महिला ने बताया कि 31 अक्टूबर की शाम वो घर में अकेली थी। उसी दौरान गांव का एक शख्स जबरन घुस आया और टीवी देखने लगा। इसके साथ ही अश्लीलता करने लगा।
पीड़ित महिला ने शिकायत के दौरान बताया कि वह अनुसूचित जाति की महिला है और मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करती है। 31 अक्टूबर 2022 को शाम में घर पर अकेली थी, उसी दौरान गांव का एक व्यक्ति जबरन आ गया और टीवी देखने लगा। इसके साथ ही अश्लीलता करने लगा। महिला के विरोध करनें पर देख लेने की धमकी देते हुए चला गया। उसी दौरान 3 नवम्बर 2022 को सुबह महिला घर के पास में लगे हैंडपंप से पानी भर रही थी, उसी दौरान वही युवक अपने कई साथियों के साथ आ धमका और गंदी गंदी जातिसूचक गालियां देने लगा।
जातिसूचक गालियां देते हुए कहने लगा कि ‘तुमने हैंडपंप छू लिया, हमें पानी भरना है, हैंडपंप धुलो।’ महिला ने आगे बताया कि हैंडपंप धुलने से मना करने पर दबंगो ने मारपीट की। इतना ही नहीं शोर मचाने पर बचाने आए लोगों के साथ भी मारपीट की। पीड़ित महिला ने यह भी आरोप है कि पुलिस से शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए पीड़ित महिला ने पुलिस से न्याय न मिलने पर कोर्ट की शरण ली और कोर्ट के आदेश पर 5 लोगो के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। वहीं इस पूरे मामले पर SP अभिनंदन ने मामले में बताया कि न्यायालय के निर्देश पर एक एफआईआर संख्या 186 दिनांक 8.12.2022 दर्ज हुई है। इसमें धाराएं 147,323, 354, 504, 506 व 3(1) (ध) SC ST में केस दर्ज किया गया है। आगे की विवेचना की जा रही है।
यह है घटना का सच। pic.twitter.com/oRGaIjqgPO
— खबरें उत्तर प्रदेश (भारत) (@khabarchiup) December 10, 2022
क्या है सच इस घटना का आखिरी सच
आखिरी सच न्यूज़ पोर्टल ने जब इस घटना के क्रम में पड़ताल करनी शुरू की तो प्रथम दृष्टया तो यह निकल के आया कि उक्त मुद्दा जैसा कि कमलू देवी पत्नी राम नरेश अनुरागी द्वारा जो अभियोग लगाए गए। जिसमें अभियोग जिन जिन पर लगाए गए एक भी व्यक्ति घटनास्थल पर नहीं थे। न ही ऐसी कोई घटना उपरोक्त तिथि पर हुई ही थी। चाहे वह पुष्पेंद्र सिंह पुत्र मंगल रहे हों, मंगल पुत्र मलखान सिंह रहे, शिव सिंह पुत्र मंगल सिंह, श्याम सिंह पुत्र मलखान सिंह, संजय पुत्र श्याम सिंह या इनमें से कोई भी व्यक्ति घटनास्थल पर नहीं था।
जबकि घटना का प्रमुख कारण था पुष्पेंद्र सिंह की बेटी जिसकी उम्र 7 साल है, उसका नाम श्रवी सिंह है जो रामनरेश अनुरागी के घर में जाकर टीवी देखने लगी थी घटना दिनांक 31 अक्टूबर शाम 4:30 की है, जिस के क्रम में रामनरेश अनुरागी के पुत्र सुमित कुमार जिसकी उम्र 13 साल है वह कक्षा आठ का छात्र है। द्वारा श्रवी सिंह को घर से खेदा गया, जिसके क्रम में श्रवी सिंह को आपत्ति हुई वो आने से इंकार कर रही थी। जिस के क्रम में रामनरेश के पुत्र सुमित द्वारा श्रवी सिंह को मारा पीटा गया गाली गलौज दी गई मार खाने के बाद बेटी ने घर आकर अपनी मां से बताया तब तक पीछे- पीछे वह लड़का भी आ गया था।
आने के बाद वह गाली गलौज तब भी कर रहा था, जिस के क्रम में श्रवी सिंह की माता पूजा सिंह द्वारा सुमित पुत्र रामनरेश अनुरागी को डाँटा गया व गाली देने से मना किया गया जिस पर उक्त लड़के ने कहा मैं गाली तो दूंगा मारूंगा भी जिस पर पूजा सिंह ने कहा की औकात है तो मार के दिखाओ। जिस पर सुमित ने पुनः पूजा सिंह के सामने उनकी बिटिया श्रवी सिंह को मारा जिससे नाराज होकर पूजा सिंह ने सुमित को दो चाटे मार दिए जिसका परिणाम एक मनगढ़ंत कहानी बनाकर कमलू पत्नी रामनरेश अनुरागी द्वारा एक शिकायत थाने में दी गई, जिसमें 376 के क्रम में भी प्रयास किया गया लेकिन थाना मटोला के कर्मियों द्वारा घटना की वास्तविकता की पड़ताल कर उक्त पत्र को रद्द कर दिया गया।
जिस के क्रम में पुनः गांव के ही राम बहुरी जो कि भीम आर्मी के सदस्य हैं। उनके नियोजन में 156 3 का मुकदमा माननीय अदालत से करवा कर यह f.i.r. करवाई गई जबकि हम आपको बताते चलें इसी गांव में बृजगोपाल द्वारा राम सजीवन जो कि पूर्व में गांव के लेखपाल के पद पर तैनात थे पर भी फर्जी छेड़छाड़ का अभियोग दर्ज करवाकर सुलहनामा के नाम पर ढाई लाख रुपए की वसूली की गई थी वही कमलू की बहन द्वारा पूर्व में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा कर सुलहनामा के नाम पर मोटी रकम विपक्षियों से वसूला गया था। जिसका एक व्यापार कमलू पत्नी रामनरेश अनुरागी व इस गांव के ज्यादातर इस जाति वर्ग के लोगों का आय का स्रोत दलित उत्पीड़न एक्ट बन गया है।
पुष्पेंद्र सिंह व मंगल सिंह