66 दिन चला धरना नही बनी कोई बात, किसान नेता के आत्मदाह करने के प्रयास के बाद किसानों को मिली लाठियां।
मितौली- खीरी। सरकार व सरकारी मशीनरी के द्वारा लोकतंत्र की आवाज दबानें का काम किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन अवध के बैनर तले 66 दिन से चल रहे धरने के बाद 9 दिसंबर को किसान यूनियन के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शुक्ला श्यामू किसानों की समस्याएं और भ्रष्टाचार की पोल खोल को लेकर साक्ष्य सहित अपनी मांगे रखने बावजूद मांगे न पूरी होने पर आत्म दाह का ऐलान किया गया था।जिसको लेकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई के एवज में मिली किसानों को पुलिस की लाठियां।
यादव मोहल्ले में अपनें किसान साथियों के साथ किसान नेता पहुचे, धरना शुरू किया किसान नेता की मांग थी बिना कार्य कराए ही क्षेत्र पंचायत के द्वारा पैसा निकाल लिया गया। यादव मोहल्ले से बाईपास तक 400 मीटर खड़ंजा लगाने का जो पैसा निकाला गया, उस मार्ग पर कोई कार्य नहीं हुआ था। यह आरोप किसान नेता ने लगाए इसी को लेकर उन्होंनें आज आत्मदाह का ऐलान किया था।
लखनऊ भर्ती पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक अनिल चौबे जो मुंबई में रहकर छोटी सी दुकान करते थे, आज भर्ती हैं। लारी में माँगा गया 80 हजार, जबकि परिवार अब घर व जमीन ही बेंच सकता है।
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