हरियाणा रोडवेज चालक और परिचालक अब निजी ढाबों पर बसों को नहीं रोक सकेंगे। इसके लिए जीएम ने सभी चालकों और परिचालकों को चेतावनी जारी की है। साथ ही उनकी चोरी पकड़ने के लिए ढ़ाबों पर अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। इस दौरान कोई बस ढाबे पर रुकी मिली तो चालक व परिचालक को सस्पेंड किया जाएगा। जीएम द्वारा आदेश जारी होने के बाद कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल लंबे रूट पर चलने वाले रोडवेज बस के चालक और परिचालक रात के समय खाना खाने के लिए ढाबों पर बसों को रोक देते हैं। जबकि नियमानुसार रोडवेज चालक व परिचालक को सिर्फ सरकारी ढाबों पर ही बस रोकने के आदेश दिए जाते हैं। डिपो की ओर से लंबे रूट पर नाइट में सफर करने वाले चालकों और परिचालकों को 280 रुपये रिफ्रेशमेंट के रूप में मिलते हैं।
रोहतक डिपो की कई बसें नाइट में लंबे रूटों पर चलती हैं। वहीं चालक व परिचालक के अनुसार सरकारी ढाबों पर खाने- पीने की अच्छी व्यवस्था नहीं होती, इसके चलते वे प्राइवेट ढाबों पर बस रोकने को मजबूर होते हैं। जबकि प्राइवेट ढाबों पर खाने-पीने में एक समय में 400 से 500 रुपये खर्च आ जाता है। ऐसे में 280 रुपये से ऊपर का खर्च चालक व परिचालक अपनी जेब से भरते हैं। वहीं रोडवेज चालक व परिचालक द्वारा प्राइवेट ढाबों पर बस रोकने के कारण यात्रियों को खाने-पीने की चीजों के लिए ज्यादा रुपये देने पड़ते हैं। ऐसे में कई बार यात्री जीएम से चालक व परिचालक की प्राइवेट ढाबों पर बस रोकने की शिकायत कर देते हैं।
रोहतक डिपो की 30 से 35 बसों का नाइट में लंबे रूटों पर होता है संचालन
रोहतक डिपो में कुल 195 बसें ऑन रूट हैं। इसमें से 30 से 35 बस नाइट में लंबे रूटों पर चलती हैं। चालक व परिचालक का कहना है कि सरकारी ढाबों पर खाना अच्छा नहीं मिलता है। ऐसे में चालकों व परिचालकों को लंबे रूट पर चलते समय अगर भर पेट भोजन नहीं मिलता है तो उन्हें परेशानी होती है। ऐसे में चालक व परिचालक भर पेट भोजन करने के लिए प्राइवेट ढाबों पर बस रोकते हैं।
कर्मचारी अपने-अपने एरिया में तैनात
जीएम का फरमान है कि चेकिंग के लिए तैनात किए गए अधिकारियों ने अगर अपनी जिम्मेदारी सही डंग से नहीं निभाई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। आदेश के बाद चेकिंग अधिकारी अपने-अपने एरिए में तैनात हो गए हैं।
निजी ढाबों पर बस रोकी तो होगी कार्रवाई
रोहतक के जीएम भारत भूषण गोगिया ने बताया कि रोहतक से हिसार जाने वाले रूट पर कुछ चालक-परिचालक के खिलाफ शिकायत आ रही थी। महम रूट पर कुछ बसों को निजी ढाबों पर रोका जा रहा था। जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए ढाबों पर अधिकारियों की ड्यटी लगाई गई है। रोडवेज बस केवल सरकारी ढाबों पर ही रुकेगी। निजी ढ़ाबों को अगर कोई चालक बस को रोकता है तो कार्रवाई की जाएगी।