शिवसेना। उद्धव ठाकरे गुट ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘शॉर्टकट राजनीति’ से संबंधित टिप्पणी की आलोचना की। साथ ही ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे के साथ मिलकर भाजपा की ओर से सरकार बनाए जाने के तरीके पर सवाल उठाए। पीएम मोदी ने 75,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद आज नागपुर में सभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी। मोदी ने कहा कि देश का विकास शॉर्टकट राजनीति के माध्यम से नहीं हो सकता और कुछ राजनीतिक दल देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों को ऐसे राजनीतिक नेताओं और दलों को बेनकाब करना चाहिए।’
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को प्रधानमंत्री की टिप्पणी को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, ‘अवैध और असंवैधानिक सरकार बनाने के लिए शॉर्टकट राजनीति संविधान, देश के संघीय ढांचे, लोकतंत्र और एजेंसियों को कमजोर कर रही है।’
‘चुनाव का कर सकते थे इंतजार लेकिन…’
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन शिवसेना में बगावत के बाद जून में एकनाथ शिंदे- देवेंद्र फडणवीस सरकार सत्ता में आई। चतुर्वेदी ने कहा, ‘आप (भाजपा) चुनाव के लिए 5 साल तक इंतजार कर सकते थे और फिर अपना बहुमत हासिल कर सकते थे। लेकिन क्या आपने जो किया है वह शॉर्टकट लाभ, शॉर्टकट राजनीति का परिणाम नहीं है, जो संवैधानिक नैतिकता को नुकसान पहुंचाता है।’
बगावत को धोखा बताता रहा है ठाकरे गुट
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि महाराष्ट्र में वर्तमान में एक मुख्यमंत्री है जिसकी पार्टी पंजीकृत भी नहीं है। मालूम हो कि शिवसेना में विभाजन के बाद शिंदे गुट ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ नाम से जाना जा रहा, जबकि ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) है। ठाकरे गुट शिवसेना में हुई इस बगावत को धोखा बताता रहा है। उद्धव बालासाहेब ठाकरे का कहना है कि आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।