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मुस्लिम परिवार के सदस्यों ने आदिवासी महिला रूबिका पहाड़िन (25) की हत्या कर उसके शव के 20 टुकड़े किये।

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झारखंड। साहिबगंज जिले में एक मुस्लिम परिवार के सदस्यों ने आदिवासी महिला रूबिका पहाड़िन (25) की हत्या कर उसके शव के 20 टुकड़े कर दिए। शव के कुछ टुकड़ों को अलग- अलग जगह फेंक कर ठिकाने लगाने की भी कोशिश की गई। पुलिस ने शव के 18 टुकड़े बरामद कर लिए हैं। हालांकि महिला के सिर समेत कुछ टुकड़े रविवार देर शाम तक बरामद नहीं किए जा सके थे।

बताया जाता है कि कबाड़ी का व्यवसाय करने वाले दिलदार अंसारी नाम के युवक ने डेढ़ महीने पहले ही उक्त महिला से शादी की थी। दिलदार पहले से भी शादीशुदा था। इस कारण पत्नी समेत घर के सभी सदस्य रूबिका से दिलदार की शादी का विरोध कर रहे थे। इसी बीच शनिवार रात दिलदार अंसारी के मामा मोईनुल अंसारी के दोस्त मैनुल अंसारी के घर में धारदार हथियार से रूबिका की हत्या कर दी गई। पुलिस दिलदार अंसारी समेत उसके परिवार के नौ सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है।



ऐसे में मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भाजपा महिला मोर्चा ने घटना के विरोध में सोमवार को साहिबगंज बंद करने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार, शनिवार रात साहिबगंज के बोरियो संथाली में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र के पीछे स्थानीय लोगों ने एक मानव पैर देखा, जिसे कुत्ते नोंच रहे थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और पास में ही स्थित एक बंद घर में महिला के शरीर के कई अंग और मांस के टुकड़े मिले।

इसके बाद रात में ही एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के नेतृत्व में खोजी कुत्ते की मदद से महिला के शरीर के कुछ और अंग बरामद कर लिए गए। अबतक की जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि दिलदार की अनुपस्थिति में घर के अन्य सदस्यों ने रूबिका की हत्या का षड्यंत्र रचा। मामले में पुलिस ने दिलदार अंसारी, दिलदार की पहली पत्नी गुलेरा, पिता मो. मुस्तकीम अंसारी, मां मरियम खातून, भाई अमीर अंसारी और महताब अंसारी, बहन शारेजा खातून और मामा के दोस्त मैनुल अंसारी को गिरफ्तार किया है। हत्या का मुख्य आरोपित दिलदार अंसारी का मामा मोईनुल अंसारी फरार है। पुलिस ने उसकी पत्नी को भी हिरासत में लिया है।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

दिलदार और उसके परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया है कि घर के लोग रूबिका को किसी भी कीमत पर स्वीकारन करने को तैयार नहीं थे। तब दिलदार ने बोरियो संथाली में दो हजार रुपये में किराये पर घर लेकर रूबिका को वहां कुछ दिनों तक रखा। तीन दिन पहले दिलदार बंगाल के मालदा गया था। इसी बीच उसके स्वजन रूबिका को दिलदार के मामा मोईनुल के दोस्त मैनुल अंसारी के घर ले गए। मैनुल के घर में ही रूबिका की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद बाथरूम में शव के टुकड़े- टुकड़े कर दिए गए, जिन्हें अलग- अलग जगह फेंक दिया गया।



ऐसे खुला मामला

दिलदार लौटा तो घर पर रूबिका को नहीं पाकर उसने रूबिका की बहन को जानकारी दी। इसके बाद बहन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच एक महिला का कटा पैर कुत्तों द्वारा नोचे घसीटे जाने की सूचना मिली। पुलिस ने दोनों घटनाओं के तार जोड़े तो मामले का पर्दाफाश हो गया। दिलदार व रूबिका की बहन ने पैर तथा पास में मिले जैकेट के आधार पर शव की पहचान कर ली।

रविवार को डीआइजी सुदर्शन मंडल के नेतृत्व में पुलिस ने मैनुल के घर छापेमारी की, जहां रूबिका की चप्पल व कुछ कपड़े बरामद हो गए। वहीं, एक खेत से खून से सना जैकेट, चादर और महिला के कुछ कपड़े बरामद हुए। दिलदार के मामा मो. मोईनुल अंसारी के घर से हत्या में प्रयुक्त दो हथियार बरामद हुए।


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