GA4

रिक्शा चालक भूमिहीन परिवार को पात्र गृहस्थी राशन कार्ड, सम्पन्न परिवारों को अन्त्योदय राशन कार्ड, दोनों आंख विहीन परिवार का उत्तराधिकारी, कुशीनगर शासन बना मौन।

Spread the love

कुशीनगर।  जनपद के सुकरौली विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गांव पिपरा उर्फ तितिला के रहने वाले रमेश कुमार गुप्ता व उनके परिवार क्रमशः रेशमा देवी उनकी पत्नी व उनके पुत्र संदीप गुप्ता जोकि इसी गांव के निवासी हैं। जो लंबे अरसे से इसी गांव में रह रहे हैं। जबकि रमेश गुप्ता स्वयं रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।



वहीं प्रमुख बात यह है कि रमेश गुप्ता के परिवार में 4 बेटियां व एक बेटा संदीप गुप्ता हैं। जिसमें से चारों लड़कियों की शादी रमेश गुप्ता ने अपनी क्षमतानुसार परिवारों में कर दी व उनका पुत्र संदीप गुप्ता जो कि कक्षा 7 के छात्र हैं। व दोनों आंखों से अंधे हैं। इतना सब कुछ होते हुए भी परिवार भूमिहीन है। सरकार की विभिन्न भूमिहीनों को जमीन देने की योजनाएं समय-समय पर चलती रहीं,लेकिन आज तक इस परिवार को एक बित्ता जगह सरकार की तरफ से नहीं मुहैया कराई गई।


हमारी हेल्पलाइन पर समस्याओं को व्हाट्सएप करें।


वहीं इस परिवार के साथ व्यवस्था का ग्रहण यह भी है, कि परिवार को राशन कार्ड के नाम पर पात्र गृहस्थी योजना का सफेद राशन कार्ड दिया गया है, वही इस गांव में सैकड़ों कार्ड धारक ऐसे भी हैं जिनको अंत्योदय योजना का राशन कार्ड दिए गए हैं। क्या सरकार की यही व्यवस्था है? यही मंशा है?



वही परिवार ने अब तक भूमि आवंटन के लिए स्थानीय से लेकर जिले के जिम्मेदारों तक अनगिनत मांग पत्रों की झड़ी लगाई, लेकिन कुर्सियों पर बैठे जिम्मेदार लगातार उक्त निर्धन परिवार की समस्या को नजरअंदाज करते रहे और एक ढेला का आज तक किसी भी प्रकार का सहयोग सरकारी जिम्मेदारों द्वारा भूमिहीन परिवार को नहीं दिया गया। जोकि सामाजिकता, संवैधानिकता, मानवता, इंसानियत आदि शब्दों के नाम पर केवल छलावा मात्र है।



जहां एक गरीब परिवार अपने 2 जून की रोटी के लिए सरकारी योजनाओं को नहीं पा सकता है। वही जमीन व आर्थिक संसाधनों से संपन्न लोगों को अंत्योदय योजना के कार्ड जारी किए जाते हैं। आखिर यह कहां का न्याय है? और यदि इसे न्याय कहते हैं तो अन्याय की परिभाषा समस्त जिम्मेदार समाज को बताने का कष्ट करें।


Share
error: Content is protected !!