केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में हिंदुओं के घरों पर आतंकवादी हमला, 7 घायल 4 की मृत्यु।
हिंदुओं के पुनर्वास की जगह बढ़ गया हिंदुओं का पलायन।
जम्मू-कश्मीर (साहिल गुप्ता)। सीमावर्ती राजौरी जिले के एक गांव में अलग- अलग घरों में आतंकवादी हमले की जानकारी सामने आ रही है। रविवार शाम हुए संदिग्ध आतंकवादी हमले में 4 नागरिकों की मौत हो गई जबकि 7 अन्य घायल बताए जा रहे है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। बताया जा रहा है कि मुक्त हमले हिंदुओं के घरों पर किए गए हैं।
जम्मू- कश्मीर पुलिस ने रविवार को बताया कि राजौरी के डांगरी इलाके में दो हथियारबंद लोगों द्वारा की गई गोलीबारी की घटना में चार लोगों की मौत हो गई और सात घायल हो गए। जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा कि राजौरी के डांगरी इलाके में ऊपरी डांगरी गांव में एक दूसरे से लगभग 50 मीटर की दूरी पर तीन घरों में फायरिंग की घटना की सूचना मिली थी। इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
डॉ० महमूद, चिकित्सा अधीक्षक, संएसोसिएटेड हॉस्पिटल, राजौरी ने कहा, “राजौरी के डांगरी इलाके में फायरिंग की घटना में 4 लोगों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हैं। घायलों का इलाज यहां अस्पताल में चल रहा है। पुलिस व जिला प्रशासन के लोग यहां पहुंचे हैं।”
बता दें कि फायरिंग की सूचना मिलते ही सेना तुरंत मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद सेना ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दी है। वहीं घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से कुछ ऑपरेशन थियेटर में हैं।
बता दें कि 90 के दशक में जम्मू कश्मीर में जनसंघ ( मौजूदा भारतीय जनता पार्टी) के राज्यपाल के चलते बड़ी तादाद में हिंदू नरसंहार हुआ था और हजारों कश्मीरी हिंदू पलायन कर गए थे। जिनके पुनर्वास के बड़े-बड़े दावे भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए जाने लगे।
गौरतलब हो कि 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा कर कश्मीरी हिंदुओं के पुनर्वास करने के दावे किए जाने लगे और 31 ओक्टुबर 2019 को लद्दाख सहित जम्मू और कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया। जिसके बाद जम्मू कश्मीर में लगातार हिंदुओं की हत्याएं होने लगीं और हिंदुओं के पुनर्वास की जगह कश्मीर में बचे कुचे हिंदुओं का भी पलायन होना शुरू हो गया।