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दिल्ली कांझावला रेखा उर्फ अंजलि मार्डर केस, बीजेपी मंडल सह- संयोजक को बचानें के लिये पुलिस नें गढ़ी हादसे की कहानी- सौरभ भरद्वाज।

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नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में कुछ नए चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। हादसे के समय अंजलि के साथ उसकी सहेली भी थी, लेकिन वो डरकर भाग गई। दूसरी बड़ी बात ये सामने आई है कि अंजलि और उसकी सहेली ने होटल का एक कमरा बुक किया था, जहां कुछ लड़के भी आए थे।

जानबूझकर गाड़ी आगे पीछे की, घसीटते रहे’

पीड़िता की दोस्त ने बताया है कि आरोपी लड़कों ने जानबूझकर उनकी स्कूटी को टक्कर मारी थी। ये टक्कर सामने से ही हुई थी। जिसके बाद अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई थी। उसने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उसे कई किलोमीटर तक घसीटा गया। अब ये सब अंजलि की दोस्त ने अपनी आंखों से खुद देखा, उसके सामने उसकी दोस्त को इस तरह से घसीटा गया, लेकिन उसने कोई मदद नहीं की, पुलिस को एक बार भी सूचित नहीं किया।



‘मैं Hopeless हो गई थी’

इस बारे में निधि ने कहा कि मैं बहुत ज्यादा डर गई थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। उस समय मुझे सिर्फ ये ठीक लगा कि मैं अपने घर चली जाऊं। मेरे घर में मेरी मां और नानी थीं। मैंने उन्हें घटना के बारे में सबकुछ बताया था। अब निधि के मुताबिक उसे इस बात का डर था कि कहीं वो इस मामले में ना फंस जाए, उस डर ने ही उसे अपनी दोस्त की समय रहते मदद नहीं किया। लेकिन अब मीडिया से बात करते हुए निधि ने एक बार नहीं कई बार कहा है कि गाड़ी में बैठे युवकों ने जानबूझकर अंजलि को इतने किलोमीटर तक घसीटा था। यहां तक बोला गया है कि वो गाड़ी को लगातार आगे- पीछे करते रहे। गाड़ी में कोई गाना नहीं चल रहा था, उन्हें सब दिख रहा था, लेकिन कोई मदद नहीं की गई।

‘अंजलि ने काफी शराब पी रखी थी’

अब मीडिया से बातचीत में निधि ने एक और बड़ा दावा किया है। उसने बताया कि जिस वक्त ये हादसा हुआ तब अंजलि ने काफी शराब पी रखी थी। वो अपने होश में नहीं थी। स्कूटी चलाते समय एक बार उनकी ट्रक से भी टक्कर होने वाली थी। लेकिन तब किसी तरह से उस हादसे को टाल दिया गया। निधि की माने तो बाद में एक तेज रफ्तार गाड़ी सामने से उनकी तरफ आई थी और उस सामने की टक्कर में ही अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई थी। निधि ने बताया कि लड़कों की गाड़ी पर काला शीशा चढ़ा हुआ था, ऐसे में अंदर क्या चल रहा था, कुछ नहीं दिखा, लेकिन कोई गाने नहीं चल रहे थे, ऐसे में उन्हें पूरी जानकारी थी कि उनकी गाड़ी के नीचे एक लड़की फंसी हुई है।

बॉयफ्रेंड को लेकर काफी परेशान थी अंजलि

अब हादसे को लेकर तो निधि ने काफी कुछ बताया है, उसकी तरफ से 31 दिसंबर की उस पार्टी के बारे में भी काफी कुछ कहा गया है जिसमें वो और अंजलि दोनों साथ गए थे। निधि ने उस पार्टी को लेकर तो ज्यादा कुछ नहीं बताया, लेकिन इतना जरूर कहा कि अंजलि अपने बॉयफ्रेंड को लेकर काफी परेशान थी। उसने यहां तक कह दिया था कि अगर मुझे मेरा बॉयफ्रेंड नहीं मिला तो मैं मर जाउंगी।

’15 दिन पहले अंजलि से मिली थी’

पार्टी को लेकर निधि ने ये भी जानकारी दी कि वो उस पार्टी में सिर्फ अंजलि को ही जानती थी। बाकी जितने भी लोग थे, वो सारे अंजलि के दोस्त थे। बड़ी बात ये है कि निधि खुद अंजलि को ज्यादा अच्छी तरह नहीं जानती थी। कारण 15 दिन पहले ही उन दोनों की मुलाकात हुई थी और फिर थोड़ी बॉन्डिंग के बाद इस पार्टी में साथ जाने का फैसला हुआ। 31 दिसंबर की रात करीब आठ वो लोग लोग होटल पहुंचे थे, फिर दो बजे तक तक पार्टी की गई और उसके बाद दोनों वहां से निकल गए। निधि के मुताबिक पार्टी के दौरान अंजलि की अपने बॉयफ्रेंड से किसी बात पर लड़ाई हुई थी, उससे नाराज होने के बाद ही उसने तुरंत घर जाने का फैसला किया था।

पुलिस तफ्तीश जारी, कई सवालों के जवाब नहीं

अभी के लिए इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गाड़ी में सवार पांचों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। अलग- अलग धारा में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है, कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं, सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि आरोपियों को इस बात की भनक कैसे नहीं लगी कि कोई लड़की उनकी गाड़ी के नीचे फंसी हुई है।

कंझावला इलाके में कार में सवार लड़कों ने 20 साल की युवती अंजलि को टक्कर मारी और फिर करीब 12 किलोमीटर तक उसे सड़क पर घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई।

हमारी पहली रिपोर्ट

 

आखिर सहेली ने पुलिस को क्यों नहीं बताया, पढ़िए 10 बडे़ खुलासे

1. बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नव वर्ष की पूर्व संध्या(31 दिसंबर) पर 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में पुलिस की लापरवाही के अलावा और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।

2. पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में पता चला है कि स्‍कूटी पर अंजलि के साथ उसकी सहेली भी थी। लेकिन हादसे के बाद वो डरकर भाग गई। उसे मामूली चोट आई है।

3. अंजलि कार में फंसकर करीब 12 किमी तक घिसटती चली गई थी। यह देखकर उसकी सहेली डर गई। अब पुलिस उसका भी बयान दर्ज कर रही है।

4. पुलिस को यह पता रोहिणी इलाके के एक होटल के सामने के CCTV फुटेज के आधार पर चला है। इसमें अंजलि अपनी सहेली के साथ बातचीत करते दिखाई दी। बाद में दोनों स्कूटी पर बैठकर वहां से निकले।

5. पूछताछ में पुलिस को कुछ अन्य चौंकाने वाली बातें भी पता चली हैं। रोहिणी स्थित होटल के कर्मचारी ने बताया कि अंजलि के साथ उसकी सहेली ने डाक्यूमेंट देकर एक रूम बुक किया था। उनके साथ कुछ लड़के भी थे। हालांकि उन्होंने अलग से रूम बुक किया था। ये लड़के कुछ देर बाद अंजलि और उसकी सहेली के रूम  में गए थे। वे करीब 5 मिनट तक अंदर रहे।

6. होटल कर्मचारी के अनुसार, उसे रूम से लड़ने की आवाज सुनाई दी थीं। वे एक-दूसरे को गालियां दे रहे थे। इस पर होटल के मैनजेर ने झगड़ा न करने के लिए कहा था।

7. होटल के कर्मचारी के अनुसार, कुछ देर बाद दोनों लड़कियां लड़ते हुए होटल से निकल गईं। वे होटल के बाहर भी काफी देर तक लड़ती रहीं। यह CCTV में रिकॉर्ड हुआ है। पुलिस को मंगलवार शाम फुटेज मिला था।

8. इस बीच आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। विधायक आतिशी ने कमिश्नर से इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसवालों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है।

9. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सीपी शालिनी सिंह सोमवार देर रात क्राइम सीन पर पहुंची थीं। उन्होंने जो जांच रिपोर्ट तैयार कीहै, उसे गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा।

10. कोर्ट ने सोमवार को पांचों आरोपियों मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि हादसे के समय दीपक खन्ना कार चला कर रहा था। मनोज मित्तल को कथित तौर पर भाजपा का नेता बताया जा रहा है।

कंझावला सड़क हादसे में नया मोड़ घटना के समय अंजली के साथ स्कूटी पर थी सवार एक और युवती।

हमारी दूसरी रिपोर्ट

परिवार नें लगाये यह आरोप

अंजलि नामक लड़की 20 साल की थी और अमन विहार में रहती थी। परिवार में मां, दो भाई और चार बहने हैं। वह अकेली कमाने वाली थी और एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करती थी। न्यू ईयर पर एक इवेंट में काम के लिए घर से निकली थी।  शनिवार- रविवार की रात वह एक फंक्शन से लौट रही थी। वह स्कूटी से अपने घर जा रही थी। उसी दौरान आरोपी पांचों युवक भी अपनी कार बलेनो से उसी रास्ते पर थे। अब आरोपियों ने उसे किडनैप -रेप करने के बाद हत्या कर दिया या फिर यह एक सिर्फ हादसा था। इसको लेकर मामले में पुलिस को गहन जांच करने की जरूरत थी लेकिन पुलिस ने इसे आनन-फानन में सड़क हादसा बता दिया। पुलिस के इस बयान के बाद मृतका के परिजन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं, कहा- निर्भया जैसा केस हुआ और पुलिस आरोपियों को बचाने में लगी हुई है। इसी वजह से उन लोगों ने सुल्तानपुरी थाने का घेराव किया और सड़क जाम किया। परिवार ने कहा- यह रेप के बाद मर्डर का मामला है।

शरीर पर कपड़े का एक चिथड़ा भी नही मिला क्यों?

उसके कपड़े ऐसे ही नहीं फट सकते है। जब वह मिली, उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। हम चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो। मृतक लड़की के मामा प्रेम सिंह ने कहा कि यह केस निर्भया जैसा है। हम न्याय चाहते हैं। इस मामले में निष्पक्ष जांच हो। युवती की मां ने कहा- मेरी बेटी मेरे लिए सब कुछ थी। वह कल पंजाबी बाग में काम करने गई थी। वह शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से निकली और कहा कि वह रात 10 बजे तक लौट आएगी। मुझे सुबह उसकी दुर्घटना के बारे में बताया गया। इस घटना को लेकर आनन-फानन में दिनभर पुलिस यह दावा करती रही यह घटना एक सड़क हादसा है जबकि  दिल्ली पुलिस को जांच पूरी की जाने तक मामले को एक्सीडेंट नहीं बताना चाहिए लेकिन पुलिस ने आरोपियों की बचाने के चक्कर में गलती कर बैठी।

आम आदमी के सौरभ भरद्वाज आये खुलकर पीड़िता के पक्ष में

इसको लेकर आम आदमी पार्टी हमलावर है तथा आम आदमी पार्टी के हमलावर होने के बाद होम मिनिस्ट्री से लेकर उपराज्यपाल तक हरकत में आई और अब दिल्ली पुलिस आयुक्त ने उचित जांच का भरोसा दिलाया है।  सूत्रों का दावा है कि पुलिस की तरफ से डीसीपी आउटर जिला हरेंद्र सिंह का क्लीन चिट वाला बयान इस वजह से आया क्योंकि आरोपियों में एक कथित तौर पर भाजपाई था। मंगोलपुरी इलाके में जगह- जगह  एक बोर्ड चिपका है जिसमें लिखा है मनोज मित्तल वार्ड नंबर 42 का सहसंयोजक है। वह राशन का डीलर है और इलाके में उसकी रसूख है। भले ही भारतीय जनता पार्टी उसके पार्टी में होने या ना होने के बारे में खंडन करके उसे कार्यकर्ता मानने से इनकार कर दे लेकिन वह भाजपाई रहा है।

आम आदमी पार्टी नें राजनिवास का किया घेराव

जब आम आदमी पार्टी को इस बारे में जानकारी हुई तो उसने इसको मुद्दा बना लिया, इस घटना के बाद सोमवार को आम आदमी पार्टी ने राजनिवास का घेराव किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर हमला बोला। आप के वरिष्ठ नेता व ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक पेड़ से पुलिस और भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि नए साल पर लड़की को सड़क पर घसीटकर मारने वाला भाजपा का नेता है। इस वजह से मामले पर एलजी और दिल्ली पुलिस लीपापोती कर रही है। आप पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का कहना था कि सुल्तानपुरी थाने में बंद दरिंदा मनोज मित्तल भाजपा का नेता और मंगोलपुरी वार्ड 42 मंडल का सह- संयोजक है।

चश्मदीद के 22 काल सोती रही पुलिस

भाजपा के नेता 12 किमी गाड़ी में लाश फंसाकर चलते रहे और पुलिस कह रही है कि तेज म्यूजिक की वजह से पता नहीं चला। भाजपा की गाड़ी का पीछा करते हुए चश्मदीद गवाह ने दिल्ली पुलिस को 22 कॉल किए और तीन पीसीआर मिलीं पर किसी ने नहीं रोका। उन्होंने कहा कि साल 2023 की शुरूआत दिल्ली के अंदर एक बहुत दुखद घटना से हुई है। एक सामान्य प्रोटोकॉल है कि नए साल के जश्न के दिन और आधी रात और उसके बाद तक सड़कों पर लोग मौजूद होते हैं।



49 मिनट लगे दिल्ली पुलिस को सूचना से लेकर शव तक पहुंचने में

पुलिस की ओर से जगह- जगह बैरिकेडिंग लगना एक सामान्य प्रोटोकॉल है। ऐसी रात को दिल्ली पुलिस को सुबह करीब तीन बजकर 22 मिनट पर एक हलवाई की दुकान पर काम करने वाला दिनेश नें फोन करके बताता है कि साहब ग्रे कलर की एक बोलेरो गाड़ी जा रही है, जिसमें नग्न अवस्था में एक लड़की फंसी हुई है। वह गाड़ी 20 से 30 की स्पीड में चल रही है, इसे आप देखें। जब दिल्ली पुलिस को 4 बजकर 11 बजे पर कॉल आती है कि एक जगह पर लड़की की नग्न अवस्था में लाश पड़ी है। तब पुलिस उस लाश को बरामद करने पहुंचती है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर आपकी गाड़ी में एक छोटा- सा पॉलिथीन भी फंस जाए तो गाड़ी खर-खर की आवाज करती है। जब तक गाड़ी रोकोगे नहीं, तक तब आपको खुद इरिटेशन होती है कि गाड़ी में क्या फंस गया।

12 किमी तक घिसटती रही लाश

जबकि इस मामले में गाड़ी में एक लाश फंसी हुई है, 12 किमी तक वो लाश को घसीटते हुए ले जा रहे हैं और गाड़ी में बैठे पाचों आरोपियों को पता ही नहीं चला। इससे पता चलता है कि पुलिस किस तरह लापरवाह है और यह सब भाजपा नेता को बचाने के लिए किया गया। कांड में जो 5 आरोपी हैं, उनमें एक बीजेपी नेता है जिसका नाम मनोज मित्तल और वह गाड़ी में मौजूद था। वारदात के समय मनोज मित्तल गाड़ी में ही मौजूद था और घटना का वीडियो जो वायरल हो रहा है उससे पुष्टि की गई है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब कथित तौर पर भाजपाई इस तरह के कांड को लेकर पकड़ा गया इससे पहले उत्तराखंड में अंकिता की मौत के लिए जिम्मेदार भी भाजपाई था।


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